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तेलंगाना से 431 मजदूरों का पहला खेप पहुंचा गढ़वा, स्वास्थ्य जांच के बाद भेजे जाएंगे घर

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Published : May 2, 2020, 2:31 PM IST

तेलंगाना से मजदूरों का पहला खेप गढ़वा पहुंचा. बता दें कि झारखंड सरकार के आग्रह पर केंद्र सरकार ने मजदूरों को घर वापस भेजने के लिए स्पेशल ट्रेन की व्यवस्था दी.

431 laborers reached garhwa from Telangana
गढ़वा पहुंचे मजदूर

गढ़वा: तेलंगाना के विभिन्न शहरों में काम करने वाले 431 मजदूरों का पहला खेप गढ़वा पहुंचा. अपनी जन्म भूमि पर लौट मजदूर बेहद खुश दिखे और घर वालों से मिलने के लिए बेताब भी. उन्हें रामशाहू उच्च विद्यालय के स्टेडियम में बनाए गए शिविर में ठहराया गया फिर उनकी स्वास्थ्य जांच करायी गयी और भोजन कराया गया. 10-10 किलो चावल प्रदान कर स्पेशल वाहन से उन्हें घर भेजा गया और 14 दिनों तक होम क्वॉरेंटाइन में रहने का निर्देश दिया गया.

देखें पूरी खबर

बता दें कि लॉकडाउन के कारण जिले के कई मजदूर देश के विभिन्न राज्यों में फंसे हुए थे. वहां न तो उन्हें पर्याप्त भोजन मिल रहा था और न ही अन्य आवश्यक सुविधाएं. झारखंड सरकार के आग्रह पर केंद्र सरकार ने मजदूरों को घर वापस भेजने के लिए स्पेशल ट्रेन की व्यवस्था दी. तेलंगाना राज्य में फंसे 431 मजदूर ट्रेन से पहले रांची पहुंचे फिर वहां से स्पेशल बस से गढ़वा पहुंचे.

ये भी पढ़ें- गिरिडीह में घर वापस आने वाले मजदूर बनवा सकेंगे जॉब कार्ड, पांच किमी के दायरे में कर सकेंगे काम

स्वास्थ्य जांच के लिए 6 और स्वैब सैंपल के लिए एक स्टॉल

मजदूरों को ठहरने के लिए रामशाहू स्टेडियम में बने अस्थायी शिविर में बाहर से आये मजदूरों के स्वास्थ्य जांच के लिए छह स्टॉल लगाए गए थे. जहां सभी की स्वास्थ्य जांच की गई. वहीं संदिग्ध व्यक्तियों के स्वैब टेस्ट के लिए सैंपल लिए गए. इसके लिए अलग से एक काउंटर भी लगा था.

खाना खिलाने के बाद दिया गया 10-10 किलो चावल

स्वास्थ्य जांच के बाद मजदूरों को वहीं खाना खिलाया गया. उसके बाद उन्हें 10-10 किलो चावल, दाल, मसाला आदि का पैकेट जिला प्रशासन की ओर से प्रदान किया गया. ततपश्चात उन्हें विशेष वाहन से घर भेज दिया गया.

गढ़वा लौटे मजदूरों ने खुशी का इजहार करते हुए कहा कि वहां खाने-पीने में परेशानी थी. सिविल सर्जन एनके रजक ने कहा कि सभी मजदूरों की जांच की गयी. इसके लिए स्टॉल लगाए गए थे. वहीं, एसडीओ प्रदीप कुमार ने कहा कि सभी मजदूर 14 दिनों तक अपने ही घर पर होम क्वॉरेंटाइन में रहेंगे. उन पर प्रशासन की भी नजर रहेगी.

गढ़वा: तेलंगाना के विभिन्न शहरों में काम करने वाले 431 मजदूरों का पहला खेप गढ़वा पहुंचा. अपनी जन्म भूमि पर लौट मजदूर बेहद खुश दिखे और घर वालों से मिलने के लिए बेताब भी. उन्हें रामशाहू उच्च विद्यालय के स्टेडियम में बनाए गए शिविर में ठहराया गया फिर उनकी स्वास्थ्य जांच करायी गयी और भोजन कराया गया. 10-10 किलो चावल प्रदान कर स्पेशल वाहन से उन्हें घर भेजा गया और 14 दिनों तक होम क्वॉरेंटाइन में रहने का निर्देश दिया गया.

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बता दें कि लॉकडाउन के कारण जिले के कई मजदूर देश के विभिन्न राज्यों में फंसे हुए थे. वहां न तो उन्हें पर्याप्त भोजन मिल रहा था और न ही अन्य आवश्यक सुविधाएं. झारखंड सरकार के आग्रह पर केंद्र सरकार ने मजदूरों को घर वापस भेजने के लिए स्पेशल ट्रेन की व्यवस्था दी. तेलंगाना राज्य में फंसे 431 मजदूर ट्रेन से पहले रांची पहुंचे फिर वहां से स्पेशल बस से गढ़वा पहुंचे.

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स्वास्थ्य जांच के लिए 6 और स्वैब सैंपल के लिए एक स्टॉल

मजदूरों को ठहरने के लिए रामशाहू स्टेडियम में बने अस्थायी शिविर में बाहर से आये मजदूरों के स्वास्थ्य जांच के लिए छह स्टॉल लगाए गए थे. जहां सभी की स्वास्थ्य जांच की गई. वहीं संदिग्ध व्यक्तियों के स्वैब टेस्ट के लिए सैंपल लिए गए. इसके लिए अलग से एक काउंटर भी लगा था.

खाना खिलाने के बाद दिया गया 10-10 किलो चावल

स्वास्थ्य जांच के बाद मजदूरों को वहीं खाना खिलाया गया. उसके बाद उन्हें 10-10 किलो चावल, दाल, मसाला आदि का पैकेट जिला प्रशासन की ओर से प्रदान किया गया. ततपश्चात उन्हें विशेष वाहन से घर भेज दिया गया.

गढ़वा लौटे मजदूरों ने खुशी का इजहार करते हुए कहा कि वहां खाने-पीने में परेशानी थी. सिविल सर्जन एनके रजक ने कहा कि सभी मजदूरों की जांच की गयी. इसके लिए स्टॉल लगाए गए थे. वहीं, एसडीओ प्रदीप कुमार ने कहा कि सभी मजदूर 14 दिनों तक अपने ही घर पर होम क्वॉरेंटाइन में रहेंगे. उन पर प्रशासन की भी नजर रहेगी.

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