जमशेदपुरः साल 2020 जमशेदपुर में कोरोना प्रकोप देखने को मिला. पूर्वी सिंहभूम जिला के साथ-साथ जमशेदपुर में रांची के बाद सबसे ज्यादा मामले सामने आए. लॉकडाउन के दौरान पूर्वी सिंहभूम जिला में करीब 10 हजार मजदूर घर लौटे. साल 2020 में अपराध जगत में मिलाजुला असर रहा. वर्चस्व की लड़ाई को लेकर अखिलेश सिंह गैंग का दूसरे गैंग के साथ गैंगवार जैसे हालात सामने आए, तो दूसरी तरफ पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए कई मामलों का खुलासा किया.
वैश्विक महामारी कोरोना के कहर के कारण झारखंड सरकार के साथ-साथ पूर्वी सिंहभूम जिला प्रशासन प्रवासी मजदूरों की संख्या पहली बार जान पाई. पूर्वी सिंहभूम जिला में तकरीबन दस हजार से भी ज्यादा प्रवासी मजदूर अपने घर पहुंचे. इसी दौरान जिला प्रसाशन ने प्रवासी मजदूरों के लिए रोजगार का मार्ग प्रशस्त किया.
कोरोना महामारी की वजह से दुनिया में कई मौतें हुई इसमें भारत देश भी अछूता नहीं रहा. झारखंड राज्य की राजधानी रांची में कोरोना से कई मौतें हुई. जबकि दूसरी सबसे ज्यादा मौत आर्थिक नगरी जमशेदपुर में हुई. जिला प्रसाशन के रिपोर्ट के मुताबिक पूर्वी सिंहभूम जिला में अब तक 350 से ज्यादा नागरिकों की मौत कोरोना से हो चुकी है.
जमशेदपुर में आपराधिक घटनाओं की भी साल 2020 में बढ़ोतरी हुई. पहली दफा जमशेदपुर के सीतारामडेरा थाना क्षेत्र के एक स्कूल के पास वर्चस्व की लड़ाई को लेकर कुख्यात अपराधी अखिलेश सिंह और उनके विरोधियों के बीच गैंगवार की घटनाएं हुईं. इसमें तीन दर्जन से ज्यादा अपराधियों को सलाखों के पीछे जाना पड़ा.
जमशेदपुर में पुलिस ने सतर्कता दिखाई. इसके तहत पुलिस ने मानगो थाना क्षेत्र के मुंशी मोहल्ल में आर्म्स पैडलर को पुलिस ने धर दबोचा. इसमें दो लोगों की गिरफ्तारी हुई.
जमशेदपुर के उलीडीह थाना क्षेत्र में एक घर में बनाए जाने का मामला सामने आया. इसमें 2 छात्र की मौत हुई. उलीडीह थाना क्षेत्र के एक घर में बम बनाए जाने की खबर से पूरे शहर में सनसनी रही. पुलिस ने मामला सुलझाया. लेकिन इसमें 2 छात्रों की मौत अब तक हो चुकी है.