जमशेदपुर: मिथिला सांस्कृतिक परिषद के द्वारा आयोजित दो दिवसीय विद्यापति स्मृति पर्व समारोह साकची स्थित बौद्ध मंदिर के मैदान मे शनिवार से शुरू हुआ. कार्यक्रम का उद्घाटन जमशेदपुर के पूर्व सांसद सह कांग्रेस के 3 राज्यों के प्रभारी डॉ अजय कुमार ने विद्यापति के चित्र पर पुष्प अर्पित कर और भगवती वंदना के बीच दीप प्रज्ज्वलित कर किया.
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अपने संबोधन में डॉ अजय ने कहा कि मिथिला की खानपान की शैली, परंपरा और संस्कृति अपने आप में अनूठी है. मैथिली भाषा की मिठास सबका मन मोह लेती है. उन्होंने कहा कि मैथिली भाषा को झारखंड में द्वितीय राजभाषा का दर्जा प्राप्त है, लेकिन इसे अब तक नियोजन नीति में स्थान नहीं मिल पाया है. नियोजन नीति में मैथिली भाषा को जगह दिलाने के लिए समाज के लोगों को सामूहिक प्रयास करना चाहिए.
वहीं समाजसेवी शिव शंकर सिंह ने परिषद को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया. इस दौरान कांग्रेस के जिला अध्यक्ष आनंद बिहारी दुबे, पूर्व जिला अध्यक्ष रविंद्र झा सहित अन्य लोगों ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया. समारोह की अध्यक्षता शिशिर कुमार झा ने की.
आन्नंद मेला का आयोजन: इस दौरान आनंद मेला का भी आयोजन किया गया, जिसका उद्घाटन समाजसेवी रीता मिश्रा ने अन्य अतिथियों के साथ फीता काटकर किया. इस आनंद मेला में मिथिला व्यंजन के अलावा अलग-अलग तरह के व्यंजन के स्टाॅल लगाए गए थे, जिसका कार्यक्रम देखने आए लोगों ने लुत्फ उठाया. सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया. सांस्कृतिक कार्यक्रम समारोह में आमंत्रित कलाकार अनामिका झा, कंचन पांडे, अरविंद सिंह, विकास झा के अलावा स्थानीय कलाकारों में दिव्य रत्न, पंकज झा, शंकर नाथ झा आदि ने मैथिली गीत संगीत की प्रस्तुति देकर देर रात तक लोगों को झुमाया.