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जमशेदपुर में आम की बागवानी के लिए ग्रामीणों को दिया गया प्रशिक्षण, दी गई पौधों के रखरखाव की जानकारी

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Published : Jul 7, 2020, 2:03 AM IST

जमशेदपुर में आम की बागवानी के लिए नियुक्त बागवानी मित्रों को धरमबहाल पंचायत मंडप में प्रशिक्षण दिया गया. इस दौरान बीडीओ संजय कुमार दास ने उपस्थित सभी बागवानी मित्रों को उनके कार्य और उत्तरदायित्व के बारे में बताया.

Training given to villagers for mango gardening in Jamshedpur
जमशेदपुर में आम की बागवानी के लिए ग्रामीणों को दिया गया प्रशिक्षण

जमशेदपुर: पूर्वी सिहभूम जिले के घाटशिला प्रखंड के मनरेगा अंतर्गत संचालित मिश्रित आम की बागवानी के लिए नियुक्त बागवानी मित्रों को धरमबहाल पंचायत मंडप में प्रशिक्षण दिया गया. इस दौरान उपस्थित सभी बागवानी मित्रों को उनके कार्य, उत्तरदायित्व के बारे में प्रखंड विकास पदाधिकारी संजय कुमार दास द्वारा अवगत कराया गया. बागवानी मित्रों द्वारा आम बागवानी का रखरखाव, उसकी सुरक्षा, खरपतवार संबंधी जानकारियां दी गई. इसके अलावा अन्य प्रकार के इमारती वृक्षों, फलदार वृक्ष, सब्जियों के रखरखाव की भी जानकारी दी गई. मिश्रित आम बागवानी की उपयोगिता के बारे में बताते हुए सभी बागवानी मित्रों को ज्यादा से ज्यादा लोगों को मिश्रित आम बागवानी से लाभान्वित करने हेतु प्रेरित करने का भी संदेश दिया गया.

प्रखंड विकास पदाधिकारी ने कहा कि झारखंड प्रदेश में विशेष रूप से अधिकतर क्षेत्रों में लाल मिट्टी पाई जाती है. इस लाल मिट्टी में मिश्रित आम बागवानी अच्छा विकल्प है. लोगों की बंजर भूमि जो यूं ही पड़ी रहती है वह भी उपयोग में आ जाती है और भूमि की उर्वरा शक्ति भी बरकरार रहती है. किसानों के लिए जहां ये आमदनी का एक स्रोत है वहीं मनरेगा के तहत प्रवासी मजदूरों और ग्रामीणों को रोजगार का भी अवसर मिल पाता है. जरूरत है तो बस लोगों को इसके लिए प्रेरित करने की ताकि लोग मिश्रित आम बागवानी की योजना से ज्यादा से ज्यादा लाभान्वित हो सकें.

ये भी पढ़ें: झारखंडः सरकारी स्कूलों को खोलने की तैयारी, कोविड-19 गाइडलाइन का होगा पालन

प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा यह भी जानकारी दी गई कि बागवानी मित्रों और किसानों को मनरेगा के तहत उनकी एक एकड़ की जमीन के लिए कुल 192 पेड़ दिए जाएंगे. इसमें 56 आम के होंगे, जिसमें मलाइका और आम्रपाली आम के वृक्ष दिए जाएंगे जो कि 1 साल के अंदर ही फल देना शुरू कर देंगे और यह इस प्रकार की प्रजाति है कि हर साल आम का उत्पादन होगा. कृषक लाभान्वित हो पाएंगेय. इसके अलावा 56 अमरूद के पौधे दिए जाएंगे और बारी के लिए अलग से अमरूद और इमारती लकड़ी के वृक्ष को उपलब्ध कराया जाएगा. इसी दौरान कनीय अभियंता शशि शेखर ठाकुर द्वारा सभी बागवानी मित्रों को प्रोजेक्टर के माध्यम से विभिन्न प्रकार के मनरेगा द्वारा संचालित विशेष रूप से आम की बागवानी और पौधों के रखरखाव की जानकारी दी गई. इस अवसर पर बीपीओ अमित श्रीवास्तव, अमित कुमार, सहायक अभियंता संतोष कुमार, प्रखंड कृषि पदाधिकारी पतित पावन घोष, गौरव राज गुप्ता, धनंजय कुमार सहित अन्य प्रखंड कर्मी उपस्थित थे.

जमशेदपुर: पूर्वी सिहभूम जिले के घाटशिला प्रखंड के मनरेगा अंतर्गत संचालित मिश्रित आम की बागवानी के लिए नियुक्त बागवानी मित्रों को धरमबहाल पंचायत मंडप में प्रशिक्षण दिया गया. इस दौरान उपस्थित सभी बागवानी मित्रों को उनके कार्य, उत्तरदायित्व के बारे में प्रखंड विकास पदाधिकारी संजय कुमार दास द्वारा अवगत कराया गया. बागवानी मित्रों द्वारा आम बागवानी का रखरखाव, उसकी सुरक्षा, खरपतवार संबंधी जानकारियां दी गई. इसके अलावा अन्य प्रकार के इमारती वृक्षों, फलदार वृक्ष, सब्जियों के रखरखाव की भी जानकारी दी गई. मिश्रित आम बागवानी की उपयोगिता के बारे में बताते हुए सभी बागवानी मित्रों को ज्यादा से ज्यादा लोगों को मिश्रित आम बागवानी से लाभान्वित करने हेतु प्रेरित करने का भी संदेश दिया गया.

प्रखंड विकास पदाधिकारी ने कहा कि झारखंड प्रदेश में विशेष रूप से अधिकतर क्षेत्रों में लाल मिट्टी पाई जाती है. इस लाल मिट्टी में मिश्रित आम बागवानी अच्छा विकल्प है. लोगों की बंजर भूमि जो यूं ही पड़ी रहती है वह भी उपयोग में आ जाती है और भूमि की उर्वरा शक्ति भी बरकरार रहती है. किसानों के लिए जहां ये आमदनी का एक स्रोत है वहीं मनरेगा के तहत प्रवासी मजदूरों और ग्रामीणों को रोजगार का भी अवसर मिल पाता है. जरूरत है तो बस लोगों को इसके लिए प्रेरित करने की ताकि लोग मिश्रित आम बागवानी की योजना से ज्यादा से ज्यादा लाभान्वित हो सकें.

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प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा यह भी जानकारी दी गई कि बागवानी मित्रों और किसानों को मनरेगा के तहत उनकी एक एकड़ की जमीन के लिए कुल 192 पेड़ दिए जाएंगे. इसमें 56 आम के होंगे, जिसमें मलाइका और आम्रपाली आम के वृक्ष दिए जाएंगे जो कि 1 साल के अंदर ही फल देना शुरू कर देंगे और यह इस प्रकार की प्रजाति है कि हर साल आम का उत्पादन होगा. कृषक लाभान्वित हो पाएंगेय. इसके अलावा 56 अमरूद के पौधे दिए जाएंगे और बारी के लिए अलग से अमरूद और इमारती लकड़ी के वृक्ष को उपलब्ध कराया जाएगा. इसी दौरान कनीय अभियंता शशि शेखर ठाकुर द्वारा सभी बागवानी मित्रों को प्रोजेक्टर के माध्यम से विभिन्न प्रकार के मनरेगा द्वारा संचालित विशेष रूप से आम की बागवानी और पौधों के रखरखाव की जानकारी दी गई. इस अवसर पर बीपीओ अमित श्रीवास्तव, अमित कुमार, सहायक अभियंता संतोष कुमार, प्रखंड कृषि पदाधिकारी पतित पावन घोष, गौरव राज गुप्ता, धनंजय कुमार सहित अन्य प्रखंड कर्मी उपस्थित थे.

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