जमशेदपुर: टाटानगर रेल डीजी अनिल पालटा अपने अधीन आने वाले सभी रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा की कवायद में जुटे हुए हैं. उन्होंने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा पहली प्रथमिकता है. इसी के तहत वे जमशेदपुर पहुंचे और टाटानगर रेल थाना एसपी कार्यालय का निरीक्षण किया. एसपी कार्यालय में उन्होंने रेल पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की और उन्हें कई आवश्यक दिशा निर्देश दिए.
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टाटानगर रेलवे स्टेशन से गायब नाबालिगों की खोजबीन जारी: रेल डीजीपी अनिल पालटा ने बताया कि टाटानगर रेलवे स्टेशन से गायब नाबालिग बच्चियों की खोजबीन के लिए पुलिस लगातार प्रयासरत है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि उनके अधीन 8 ओपी और 8 रेल थाना हैं, जिसके अतंर्गत धनबाद, रांची, और जमशेदपुर का टाटानगर रेल थाना है. इन तीनों स्टेशनों से लंबी दूरी की गाड़ियों का परिचालन होता है. यात्रियों की भीड़ अधिक होती है. ऐसे में यात्रियों को सुरक्षा देना उनकी पहली प्राथमिकता है.
रेल थाना के कामकाज में काफी सुधार- रेल डीजी: जमशेदपुर दौरे पर आए रेल डीजी अनिल पालटा सबसे पहले टाटानगर रेल पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे. जहां गार्ड ऑफ ऑनर लेने के बाद उन्होंने टाटानगर रेल थाना और एसपी कार्यालय का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान रेल डीजी ने रेल पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर लंबित मामलों की जानकारी ली. साथ ही तकनीकी असुविधा के बारे में भी जाना. बैठक के बाद रेल डीजी अनिल पालटा ने बताया कि पहले की अपेक्षा रेल थाना के कामकाज में काफी सुधार हुए हैं. कई मामलों का निष्पादन किया गया है. हालांकि, अभी भी कई ऐसे बड़े मामले हैं, जिसका निष्पादन नहीं हो पाया है. उनके लिए रेल पुलिस अधिकारियों को दिशा निर्देश दिये गये हैं.
रेल पुलिसकर्मियों के लिए बनाया जाएगा बैरक: रेल डीजी ने बताया कि वर्तमान में रेल मार्ग से गांजा तस्करी के मामले देखे गए हैं. ऐसे में गांजा तस्करी को रोकना रेल पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है. उन्होंने बताया कि रेल थाना में सब इंस्पेक्टर की भी कमी है. इसे पूरा करने के लिए पुलिस मुख्यालय को पत्र लिखा गया है. उन्होंने यह भी बताया कि जमशेदपुर में रेल पुलिसकर्मियों के बैरक के लिए जगह चयनित की जा रही है. एनओसी मिलने के बाद उसका निर्माण कराया जाएगा.