जमशेदपुर: चीन में फैले कोरोना वायरस का असर भारतीय उद्योग-धंधे पर भी पड़ा है. संस्थापक दिवस समारोह में भाग लेने पहुंचे टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने उक्त बाते कार्यक्रम के दौरान कहा. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के कारण टाटा स्टील का कारोबार भी प्रभावित हुआ है.
चीन से दुनिया के कई देशों में फैला कोरोना वायरस के कारण टाट स्टील ही नहीं, बल्कि कई उद्योग प्रभावित हुए हैं. उक्त बातें जमशेदपुर में टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा. वे जमशेदपुर में संस्थापक दिवस समारोह में भाग लेने पहुंचे थे. इस दौरान पत्रकारों के कोरोना वायरस से जुड़े सवालों का जबाब दे रहे थे. उन्होने कहा है कि कोरोना वायरस से बहुत देश प्रभावित हुए हैं. ऐसा नही हैं कि सिर्फ टाटा स्टील पर इसका असर हुआ है. हालांकि उन्होंने कहा कि स्टील के उत्पादन क्षमता पर इसका कोई असर नहीं हुआ है, लेकिन ट्रांसपोर्टिंग चैन जरूर प्रभावित हुई है. टाटा संस के चेयरमैन ने कहा कि बकायदा प्रबंधन की नजर इस पर बनी हुई है. उन्होंने उम्मीद जताई है कि जल्द ही कोरोना वायरस का असर कम होगा.
और पढ़ें- धूमधाम से मनायी गई जेएन टाटा की 181 जयंती, टाटा समूह के अलग-अलग ग्रुप ने निकाली आकर्षक झांकिया
टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा कि 150 साल पुरानी कंपनी ने दो-दो विश्वयुद्ध सहित उतार-चढ़ाव देखे हैं. आने वाले चुनौतियों को टाटा स्टील पुरी क्षमता के सामना करेगा. पत्रकारों से बातचीत के दौरान चेयरमैन ने टाटा स्टील के भविष्य की योजनाओं के बारें मे भी चर्चा करते हुए कहा कि आगामी साल 2025 तक टाटा स्टील के जमशेदपुर प्लांट, कालिगांनगर, भूषण स्टील और उषा मार्टिन की मदद से 25 मिलियन टन स्टील उत्पादन क्षमता बढ़ाने पर विचार कर रहे हैं.