रांची: न्यू ग्रीन टेक्नोलॉजी मैन्युफैक्चरिंग प्रोजेक्ट के विस्तार और उसमें निवेश को लेकर टाटा मोटर्स, टाटा स्टील और टाटा कर्मिस के बड़े अधिकारियों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ बैठक की. झारखंड मंत्रालय में बुधवार को हुई इस बैठक में टाटा मोटर्स के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को प्रजेंटेशन के माध्यम से ग्रीन टेक्नोलॉजी मैन्युफैक्चरिंग प्रोजेक्ट के संबंध में विस्तार से जानकारी दी.
इस दौरान टाटा मोटर्स के अधिकारियों ने जमशेदपुर में हाइड्रोजन टेक्नोलॉजी इंजन आधारित वाहन निर्माण की आवश्यकता जताते हुए इसमें निवेश की संभावना से मुख्यमंत्री को अवगत कराया. हाइड्रोजन इंजन से चलने वाली गाड़ियों के निर्माण की तैयारी से मुख्यमंत्री को अवगत कराते हुए अधिकारियों ने कहा कि आनेवाले 25 से 30 सालों में ऑटोमोबाइल सेक्टर में कार्बन उत्सर्जन शुन्य करना है. टाटा मोटर्स जमशेदपुर में इसी लक्ष्य के साथ हाइड्रोजन सेगमेंट स्थापित करना चाहती है. इस दिशा में अगर सरकार का सहयोग मिलता है तो हरित हाइड्रोजन मिशन को प्राप्त किया जा सकता है.
वाहनों की नई तकनीक पर काम कर रहा टाटा मोटर्स: इस मौके पर टाटा मोटर्स के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को जानकारी देते हुए कहा कि टाटा मोटर्स इन दिनों वाहनों के नए तकनीक पर काम कर रहा है. इलेक्ट्रिक गाड़ी बनाने के साथ-साथ अब हाइड्रोजन इंजन से चलने वाली गाड़ियों की मैन्युफैक्चरिंग की ओर भी ध्यान दिया जा रहा है. इस दिशा में जमशेदपुर में हाड्रोजन टेक्नोलॉजी के विस्तार के लिए टाटा मोटर्स निवेश करने के लिए इच्छुक हैं.
मुख्यमंत्री ने टाटा मोटर्स के अधिकारियों को दिया मदद का भरोसा: टाटा मोटर्स के अधिकारियों से मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य सरकार की ओर से हर संभव सहयोग का भरोसा देते हुए कहा कि वर्तमान समय में ग्लोबल वार्मिंग से पूरी दुनिया चिंतित है, जो हम सबों के लिए एक चुनौती के रूप में है. मुख्यमंत्री ने ग्रीन टेक्नोलॉजी की ओर बढ़ने की आवश्यकता जताते हुए कहा कि झारखंड में निवेश की अपार संभावनाएं हैं. ऐसे में टाटा मोटर्स बेहतर मास्टर प्लान तैयार करे.