जमशेदपुरः जमशेदपुर और टाटा स्टील के संस्थापक जमशेदजी नसरवानजी टाटा की 182 जयंती पर बुधवार को उन्हें श्रद्धांजलि दी गई. संस्थापक दिवस पर टाटा स्टील कंपनी परिसर और बिष्टुपुर पोस्टल पार्क में स्थित जेएन टाटा की प्रतिमा पर टाटा संस के एमेरिटस चेयरमैन रतन टाटा और चेयरमैन चंद्रशेखरन, टाटा स्टील के एमडी टीवी नरेंद्रन के साथ अन्य अधिकारियों ने जेएन टाटा को श्रद्धांजलि दी. इस मौके पर टाटा ग्रुप के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा कि वर्तमान में कई चुनौतियां हैं, जिसका सामना करते हुए टाटा ग्रुप लगातार आगे बढ़ रहा है. व्यापार के साथ-साथ सामाजिक जिम्मेदारी निभाना हमारी जिम्मेदारी.
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आजादी से पहले बसाया था जमशेदपुर शहरआपको बता दें कि जेएन टाटा ने आजादी से पूर्व जमशेदपुर में टाटा कंपनी की स्थापना की थी और आजादी से पूर्व ही इस शहर का नाम जमशेदपुर रख दिया गया था. जेएन टाटा की ओर से बसाए गए शहर और कंपनी की झारखंड ही नहीं बल्कि देश भर में अलग पहचान है. उनकी जयंती पर टाटा स्टील कंपनी परिसर के अंदर स्थित मूर्ति के समक्ष सभी ने श्रद्धांजलि दी. इस दौरान बिष्टुपुर पोस्टल पार्क स्थित जेएन टाटा की मूर्ति पर सभी ने श्रद्धांजलि दी. इस मौके पर झारखंड सरकार के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता भी पहुंचे और उन्होंने श्रद्धांजलि दी.
व्यापार संग सामाजिक जिम्मेदारी पर ध्यानः एन चंद्रशेखरन
कोविड-19 के गाइडलाइन के चलते इस बार संस्थापक दिवस पर बड़े स्तर पर आयोजन नहीं किया गया. कम संख्या में ही लोग श्रद्धांजलि कार्यक्रम में शामिल हुए. बिष्टुपुर पोस्टल पार्क में अपने संबोधन में टाटा ग्रुप के चेयरमैन नटराजन चंद्रशेखरन ने कहा कि हमें अपने संस्थापक पर गर्व है. आज जेएन टाटा के विचारों को ध्यान में रखते हुए टाटा ग्रुप काम कर रहा है. उन्होंने बताया कि वर्तमान में कई चुनौतियां हैं लेकिन उसका सामना करते हुए हम निरंतर आगे बढ़ रहे हैं. व्यापार के साथ-साथ सामाजिक जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं. उन्होंने बताया कि कोविड का खतरा अभी टला नहीं है, लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है. आने वाले वर्ष 2022 में सब कुछ बेहतर होगा.