जमशेदपुर: राज्य सरकार के तमाम दावों के बीच वैश्विक संकट के इस दौर में निजी स्कूलों की मनमानी आए दिन बढ़ती ही जा रही है. सरकार के आदेशों को ठेंगा दिखाने वाले निजी स्कूल प्रबंधन अभिभावकों पर फीस भुगतान के लिये दबाव बना रहे हैं. ऐसा ही मामला जमशेदपुर के एग्रिको स्थित जेएच तारापोर स्कूल का है. स्कूल की कक्षा तीन और कक्षा पांच में पढ़ने वाले नौनिहालों के पिछले कुछ महीनों की फीस स्कूल में भुगतान नहीं की गई तो स्कूल की प्राचार्य ने बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई जाने वाली ग्रुप से ही निकाल दिया.
जब छात्र और छात्राओं के अभिभावकों ने स्कूल के प्राचार्य को फीस किस्त में देने की बात कही तो प्राचार्य ने कहा जब तक बकाया फीस नहीं देंगे तब तक बच्चे स्कूल में पढ़ाई नहीं कर सकेंगे. दरअसल सड़क दुर्घटना में पिता की स्थिति गंभीर होने के कारण पिता बच्चे के फी दे पाने में असमर्थ है.
ये भी देखें- सर्वसम्मति से हो झारखंड में राज्यसभा चुनाव, खरीद-फरोख्त से राज्य होता है बदनामः सरयू राय
इस मामले में जिला शिक्षा अधीक्षक ने स्कूल को पत्र जारी करते हुए पक्ष स्पष्ट करने को कहा था. जिसके बाद स्कूल की प्रिंसिपल और स्कूल प्रबंधन की ओर से बताया गया कि अभिभावक जब तक साल 2019 की बकाया फीस भुगतान नहीं करते हैं तब तक उनके बच्चों की स्कूली शिक्षा बाधित रहेगी.