जमशेदपुरः टीएमएच प्रबंधन ने कोरोना संकट से बचने और इसके संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए बड़ा फैसला लिया है. टीएमएच में आने वाली गर्भवती महिलाओं के लिए अलग से वार्ड तैयार किया जा रहा है. इस वार्ड का नाम कोविड-19 लेबर रूम होगा. यह वार्ड सोमवार या मंगलवार तक तैयार कर लिया जायेगा.
इस वार्ड को तैयार करने का मकसद यह है कि संक्रमण के इस दौर में अस्पताल आने वाली गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित व्यवस्था देना है साथ ही बाहर से आई महिलाएं अगर संक्रमित होंगी तो इससे अस्पताल के अन्य मरीज को कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा. इसके साथ ही कोविड-19 लेबर रूम में वह सारी व्यवस्था होगी और वह सारी एहतियात बरती जायेगी जो कोरोना संदिग्ध मरीजों के लिए बरती जा रही हैं. ये जानकारी शनिवार को टाटा स्टील की ओर से जारी चौथे टेली प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिये टाटा स्टील मेडिकल सर्विसेस के चीफ डॉ राजन चौधरी ने दी. इस प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से उन्होंने अस्पताल में एडमिट मरीजों के परिजनों से अपील की है कि वह कम से कम संख्या में ही अस्पताल आये. कोशिश यह हो कि एक ही व्यक्ति मरीज को देखने के लिए आये. डॉ राजन ने बताया कि वर्तमान में सोशल डिस्टेंसिंग के तहत यह जरूरी है. किस व्यक्ति में संक्रमण है यह कह पाना या जान पाना मुश्किल है. ऐसे में अस्पताल आने वाले व्यक्ति में अगर संक्रमण होता है तो इससे न केवल अन्य मरीजों को बल्कि डॉक्टर, मेडिकल स्टाफ भी प्रभावित हो सकते हैं.
टाटा स्टील ने कर्मचारियों के लिए अनिवार्य किया मास्क
टाटा स्टील ने भी कोरोना वायरस के संकट से दो चार करने की तैयारी की है. कंपनी ने कर्मचारियों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है. इसी के तहत प्रेस कॉन्फ्रेंस में उपस्थित सीएसआर चीफ सौरभ रॉय ने बताया कि अब तक 32 हजार मास्क तैयार कर लिया गया है. एक लाख मास्क बनाने का वर्तमान लक्ष्य रखा गया है. ईस काम मे 155 लोगों को लगाया गया है.
ये भी दी गयी जानकारी
डॉ राजन चौधरी ने बताया कि टाटा स्टील की ओर से ओडिशा के गंजाम जिले में पहले से तैयार 200 बेड के अस्पताल को समर्पित कर दिया है, जो कोरोना वायरस के मरीजों के लिए ही दे दिया गया है. ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने इसका उद्घाटन किया है. इसके अलावा 150 बेड का ओडिशा में ही मेडिका अस्पताल के साथ एक अस्पताल कोविड 19 के लिए चलाया जा रहा है जबकि ओडिशा के ही जोड़ा माइंस के क्षेत्र में 50 बेड का आइसोलेशन वार्ड और अन्य सुविधा का युक्त अस्पताल बनाया जा रहा है. कोरोना वायरस को लेकर टीएमएच में सैंपल का टेस्टिंग की अनुमति तो नहीं मिल पायी है, लेकिन सैंपल लेकर टीएमएच से चेकिंग के लिए एमजीएम अस्पताल भेजा जा रहा है, जहां अब तक सौ से अधिक सैंपल जांच के लिए टीएमएच में भेजे जा चुके है और अब तक कोई पोजिटिव केस नहीं आया है. टीएमएच में सामान्य बीमारियों के इलाज की जहां तक बात है तो जिनके एमआर नंबर है, उनको टेलीफोन पर ही दवा बता दिया जा रहा है. इस सुविधा का लाभ लोग उठा रहे है. हर दिन करीब 350 से 400 लोग इसका लाभ उठा रहे है. लेबर रुम भी संचालित हो रहा है. इमरजेंसी की सारी सेवाएं जारी है. टीएमएच में हर विभाग से जुड़ा एक ओपीडी संचालित हो रहा है, जहां जरूरी केस को ही देखा जा रहा है. सामान्य लोगों को यह अपील की गयी है कि वे लोग अस्पताल नहीं आये, लोगों में संक्रमण बढ़ने का खतरा है. जिनके मरीज अस्पताल में भरती है, उनके परिजन भी अस्पताल में नहीं आये नहीं तो संक्रमण कभी भी बढ़ सकता है. उन्होंने बताया कि एंटी बॉडी टेस्टिंग की व्यवस्था अभी नहीं शुरू की जा सकी है.