जमशेदपुरः पूर्वी सिंहभूम के जमशेदपुर शहर में 1 नवंबर 2019 को लोगों के लिए तामझाम के साथ शहरी गैस वितरण परियोजना की शुरुआत की गई थी पर एक साल बाद भी इसमें विशेष प्रगति नहीं हो सकी है. अब भी शहर के बड़े इलाके में पाइपलाइन से गैस की आपूर्ति नहीं की जा सकी है और लोग इंतजार कर रहे हैं.
यह हाल तब है जब योजना के उद्घाटन के समय झारखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा था कि इज ऑफ लाइफ के सिद्धांत के तहत इस योजना से जनता तक गैस पहुंचेगी. यह योजना जिले के गांव-गांव तक क्रियान्वित की जाएगी. जिस तरह लोगों को घरों में नल के माध्यम से शुद्ध पेयजल की आपूर्ति की जाती है, ठीक उसी तरह गैस की आपूर्ति भी सुनिश्चित की जाएगी पर अब तक शहर के ही बड़े इलाके तक योजना का लाभ नहीं पहुंच सका है.
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सामाजिक कार्यकर्ता वरुण पूर्ति का कहना है कि जमशेदपुर शहरी गैस वितरण परियोजना तकरीबन 3562 वर्ग किलोमीटर में क्रियान्वित करने की योजना है. इस परियोजना के तहत एक लाख से अधिक घरों को फायदा होगा पर इसमें ढिलाई चिंता की बात है. इसके अलावा अचानक सिलेंडर खत्म होने पर परेशानी और सिलेंडर के लिए तत्काल पैसे के जुगाड़ की समस्या से भी निजात मिलती. इधर जमशेदपुर के एडीसी प्रदीप प्रसाद का भी कहना है कि योजना आमलोगों के जीवन को आसान बनाने में मदद करेगी. प्रसाद कहते हैं कि इससे ट्रैफिक पर दबाव कम होगा और दीर्घकाल में सस्ती भी पड़ेगी. हालांकि शहर में योजना के पिछड़ने पर कोई जवाब नहीं देते.