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बेरोजगार युवकों को बरगला रहे नक्सली, 8 हजार वेतन में दस्ता करवा रहे ज्वाइन

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Published : Jan 30, 2020, 1:21 PM IST

Updated : Jan 30, 2020, 7:05 PM IST

पूर्वी सिंहभूम जिला के बंगाल से सटे सीमावर्ती इलाके में नक्सली दस्ता सक्रिय हुआ है. नक्सल के खिलाफ काम करने वाला नागरिक सुरक्षा समिति के अध्यक्ष ने बताया कि नक्सलवादी ग्रामीणों को 8 हजार महीना का प्रलोभन देकर दस्ता में शामिल करने में लगे है. वहीं, जिला के एसएसपी ने पुष्टि करते हुए कहा कि 15 नामजद नक्सली दस्ता जिला के पांच थाना क्षेत्र में घूम रहे है. जिनकी गिरफ्तारी के लिए बंगाल पुलिस के साथ मिलकर ऑपरेशन चलाया जा रहा है.

Maoists active in East Singhbhum district involving youth on 8 thousand salary
पुलिस ऑफिस

जमशेदपुर: पूर्वी सिंहभूम जिला के बंगाल से सटे सीमावर्ती इलाके में 15 की संख्या में माओवादी का दस्ता संगठन को मजबूत करने के लिए घूम रहा है, इस बात का खुलासा नागरिक सुरक्षा समिति के अध्यक्ष ने की है.

देखें पूरी खबर

गौरतलब है कि झारखंड के अलग राज्य बनने के बाद पूर्वी सिंहभूम जिला में लगातार नक्सली घटनाओं के घटने के बाद नक्सलियों से निपटने के लिए 2003 में तत्कालीन जमशेदपुर के एसपी अरुण उरांव ने नागरिक सुरक्षा समिति का गठन किया था. नासुस की मदद से पुलिस को नक्सलियों के खिलाफ सफलता भी मिली थी. जिसमें कई नक्सली मारे गए थे और कई माओवादियों की गिरफ्तारी पुलिस ने की थी.

संगठन को मजबूत करने की हो रही कोशिश
नागरिक सुरक्षा समिति के अध्यक्ष शैलेंद्र बास्के ने कहा कि पुरुलिया जेल से रिहा होने के बाद मास्टर माइंड श्याम सिंकू और उसकी पत्नी बेला सरकार अपने अन्य सदस्यों के साथ झाटीझरना एमजीएम थाना क्षेत्र और घाटशिला के गुड़ाबांधा दीघा डायन मारी क्षेत्र में घूम रहे हैं और ग्रामीणों को प्रलोभन देकर संगठन को मजबूत करने में लगे हुए है. जानकारी मिली है कि गुड़ाबांधा क्षेत्र के एक सबर युवक को अपने संघठन में 8 हजार महीना पर शामिल किया है, लेकिन नासुस उनके मंसूबे को कामयाब नहीं होने देंगे.

Maoists active in East Singhbhum district, involving youth on 8 thousand salary
शैलेंद्र बास्के, अध्यक्ष नागरिक सुरक्षा समिति

ये भी देखें- हेमंत के मंत्री जगरनाथ महतो बोले- विभाग में हो अच्छा काम यही रहेगी प्राथमिकता

पुलिस चला रही नक्सलियों के खिलाफ अभियान

इधर, नक्सली दस्ते के घूमने की जानकारी जिला पुलिस को है जिला के वरीय पुलिस अधीक्षक अनूप बिरथरे ने बताया कि पूर्वी सिंहभूम जिला में 10 थाना क्षेत्र नक्सल प्रभावित रहे हैं. जिनमें नक्सलियों का दस्ता सक्रिय था, लेकिन बंगाल पुलिस के साथ मिलकर संयुक्त रूप से चलाए गए अभियान के कारण नक्सली गतिविधियों में कमी आई है.

Maoists active in East Singhbhum district, involving youth on 8 thousand salary
अनूप बिरथरे, वरीय पुलिस अधीक्षक

कई इनामी नक्सली पुलिस की पहुंच से दूर

वर्तमान में बंगाल से सटे सीमावर्ती इलाके में जिला के पांच थाना एमजीएम बोड़ाम पटमदा घाटशिला और गालूडीह थाना क्षेत्र में 15 की संख्या में नक्सली घूम रहे है. जिनमे सचिन सपन, श्याम सिंकू, बेला सरकार, मदन महतो, आकाश और असीम मंडल के साथ अन्य साथी है. जिनमे कई नक्सली इनामी भी है, जो घने जंगलों और पहाड़ पर घूम रहे है.

ये भी देखें- राज्य के 81 बैंकों में रखे 600 करोड़ रुपये की सुरक्षा में कोताही, नहीं काम कर रहे हॉटलाइन सिस्टम

नक्सलियों की गिरफ्तारी के लिए चलाया जा रहा ऑपरेशन

जिनकी गिरफ्तारी के लिए बंगाल पुलिस के साथ संयुक्त रूप से ऑपरेशन चलाया जा रहा है. नक्सली ग्रामीणों को टीम में शामिल करने के प्रयास में है, लेकिन पुलिस की सक्रियता के कारण और वो विफल हो रहे है. ग्रामीण भी अब नक्सलियों की विचार धारा को समझ चुके है. जिसके कारण घटना में कमी आई है और 2019 में कोई भी नक्सली घटना नहीं घटी है.
बहरहाल, पिछले दिनों सरकार की सरेंडर नीति के तहत कई नक्सलियों ने आत्मसमर्पर्ण किया है, पुलिस को भरोसा है कि इस दस्ते की गिरफ्तारी होगी या पुलिस के दबिश में वो आत्मसमर्पर्ण करेंगें.

बेरोजगार युवकों को बरगला रहे नक्सली, 8 हजार वेतन में दस्ता करवा रहे ज्वाइन

जमशेदपुर: पूर्वी सिंहभूम जिला के बंगाल से सटे सीमावर्ती इलाके में 15 की संख्या में माओवादी का दस्ता संगठन को मजबूत करने के लिए घूम रहा है, इस बात का खुलासा नागरिक सुरक्षा समिति के अध्यक्ष ने की है.

देखें पूरी खबर

गौरतलब है कि झारखंड के अलग राज्य बनने के बाद पूर्वी सिंहभूम जिला में लगातार नक्सली घटनाओं के घटने के बाद नक्सलियों से निपटने के लिए 2003 में तत्कालीन जमशेदपुर के एसपी अरुण उरांव ने नागरिक सुरक्षा समिति का गठन किया था. नासुस की मदद से पुलिस को नक्सलियों के खिलाफ सफलता भी मिली थी. जिसमें कई नक्सली मारे गए थे और कई माओवादियों की गिरफ्तारी पुलिस ने की थी.

संगठन को मजबूत करने की हो रही कोशिश
नागरिक सुरक्षा समिति के अध्यक्ष शैलेंद्र बास्के ने कहा कि पुरुलिया जेल से रिहा होने के बाद मास्टर माइंड श्याम सिंकू और उसकी पत्नी बेला सरकार अपने अन्य सदस्यों के साथ झाटीझरना एमजीएम थाना क्षेत्र और घाटशिला के गुड़ाबांधा दीघा डायन मारी क्षेत्र में घूम रहे हैं और ग्रामीणों को प्रलोभन देकर संगठन को मजबूत करने में लगे हुए है. जानकारी मिली है कि गुड़ाबांधा क्षेत्र के एक सबर युवक को अपने संघठन में 8 हजार महीना पर शामिल किया है, लेकिन नासुस उनके मंसूबे को कामयाब नहीं होने देंगे.

Maoists active in East Singhbhum district, involving youth on 8 thousand salary
शैलेंद्र बास्के, अध्यक्ष नागरिक सुरक्षा समिति

ये भी देखें- हेमंत के मंत्री जगरनाथ महतो बोले- विभाग में हो अच्छा काम यही रहेगी प्राथमिकता

पुलिस चला रही नक्सलियों के खिलाफ अभियान

इधर, नक्सली दस्ते के घूमने की जानकारी जिला पुलिस को है जिला के वरीय पुलिस अधीक्षक अनूप बिरथरे ने बताया कि पूर्वी सिंहभूम जिला में 10 थाना क्षेत्र नक्सल प्रभावित रहे हैं. जिनमें नक्सलियों का दस्ता सक्रिय था, लेकिन बंगाल पुलिस के साथ मिलकर संयुक्त रूप से चलाए गए अभियान के कारण नक्सली गतिविधियों में कमी आई है.

Maoists active in East Singhbhum district, involving youth on 8 thousand salary
अनूप बिरथरे, वरीय पुलिस अधीक्षक

कई इनामी नक्सली पुलिस की पहुंच से दूर

वर्तमान में बंगाल से सटे सीमावर्ती इलाके में जिला के पांच थाना एमजीएम बोड़ाम पटमदा घाटशिला और गालूडीह थाना क्षेत्र में 15 की संख्या में नक्सली घूम रहे है. जिनमे सचिन सपन, श्याम सिंकू, बेला सरकार, मदन महतो, आकाश और असीम मंडल के साथ अन्य साथी है. जिनमे कई नक्सली इनामी भी है, जो घने जंगलों और पहाड़ पर घूम रहे है.

ये भी देखें- राज्य के 81 बैंकों में रखे 600 करोड़ रुपये की सुरक्षा में कोताही, नहीं काम कर रहे हॉटलाइन सिस्टम

नक्सलियों की गिरफ्तारी के लिए चलाया जा रहा ऑपरेशन

जिनकी गिरफ्तारी के लिए बंगाल पुलिस के साथ संयुक्त रूप से ऑपरेशन चलाया जा रहा है. नक्सली ग्रामीणों को टीम में शामिल करने के प्रयास में है, लेकिन पुलिस की सक्रियता के कारण और वो विफल हो रहे है. ग्रामीण भी अब नक्सलियों की विचार धारा को समझ चुके है. जिसके कारण घटना में कमी आई है और 2019 में कोई भी नक्सली घटना नहीं घटी है.
बहरहाल, पिछले दिनों सरकार की सरेंडर नीति के तहत कई नक्सलियों ने आत्मसमर्पर्ण किया है, पुलिस को भरोसा है कि इस दस्ते की गिरफ्तारी होगी या पुलिस के दबिश में वो आत्मसमर्पर्ण करेंगें.

Intro:जमशेदपुर।

पूर्वी सिंहभूम ज़िला के बंगाल से सटे सीमावर्ती इलाके में माविवादी दस्ता सक्रिय हुआ है ।नक्सल के खिलाफ काम करने वाला नागरिक सुरक्षा समिति के अध्यक्ष ने बताया है कि माओवादी ग्रामीणों को 8 हज़ार महीना का प्रलोभन देकर दस्ता में शामिल करने में लगे है ।वही ज़िला के एसएसपी ने पुष्टि करए हुए कहा है कि 15नामजद माओवादी दस्ता ज़िला के पांच थाना क्षेत्र में घूम रहे है जिनकी गिरफ्तारी के लिए बंगाल पुलिस के साथ मिलकर ऑपरेशन चलाया जा रहा है पुलिस की दबिश के कारण माओवादी संघठन मजबूत करने में विफल हो रहे है ।



Body:पूर्वी सिंहभूम जिला के बंगाल से सटे सीमावर्ती इलाके में 15 की संख्या में माओवादी का दस्ता संगठन को मजबूत करने के लिए घूम रहा है इस बात का खुलासा नागरिक सुरक्षा समिति के अध्यक्ष ने की है।
गौरतलब है कि झारखंड अलग राज्य बनने के बाद पूर्वी सिंहभूम जिला में लगातार नक्सली घटनाओं के घटने पर नक्सलियों से निपटने के लिए 2003 में तत्कालीन जमशेदपुर के एसपी अरुण उरांव ने नागरिक सुरक्षा समिति का गठन किया था। नासुस की मदद से पुलिस को माओवादी के खिलाफ सफलता भी मिली थी।
कई माओवादी मारे गए थे और कई माओवादियों की गिरफ्तारी पुलिस ने किया था।
नागरिक सुरक्षा समिति के अध्यक्ष शैलेंद्र बास्के ने बताया है कि पुरुलिया जेल से रिहा होने के बाद मास्टर माइंड श्याम सिंकू और उसकी पत्नी बेला सरकार अपने अन्य सदस्यों के साथ झाटीझरना एमजीएम थाना क्षेत्र और घाटशिला के गुड़ाबांधा दीघा डायन मारी क्षेत्र में घूम रहे हैं और ग्रामीणों को प्रलोभन देकर संगठन को मजबूत करने में लगे हुए हैं ।जानकारी मिली है कि गुड़ाबांधा क्षेत्र के एक सबर युवक को अपने संघठन में 8 हज़ार महीना पर शामिल किया है ।लेकिन नासुस उनके मंसूबे को कामयाब नही होने देगा ।
बाईट शैलेन्द्र बास्के अध्यक्ष नागरिक सुरक्षा समिति।

इधर माओवादी दस्ते के घूमने की जानकारी जिला पुलिस को है जिला के वरीय पुलिस अधीक्षक अनूप बिरथरे ने बताया है कि पूर्वी सिंहभूम जिला में 10 थाना क्षेत्र नक्सल प्रभावित रहे हैं जिनमें माओवादियों का दस्ता सक्रिय था लेकिन बंगाल पुलिस के साथ मिलकर संयुक्त रूप से चलाए गए अभियान के कारण नक्सली गतिविधियों में कमी आई है। वर्तमान में बंगाल से सटे सीमावर्ती इलाके में जिला के पांच थाना एमजीएम बोड़ाम पटमदा घाटशिला और गालूडीह थाना क्षेत्र में 15 की संख्या में माओवादी घूम रहे है।जिनमे सचिन सपन श्याम सिंकू बेला सरकार मदन महतो आकाश और असीम मंडल के साथ अन्य साथी है जिनमे कई माओवादी इनामी भी है जो घने जंगलों और पहाड़ पर घूम रहे है जिनकी गिरफ्तारी के लिए बंगाल पुलिस के साथ संयुक्त रूप से ऑपरेशन चलाया जा रहा है।माओवादी ग्रामीणों को टीम में शामिल करने के प्रयास में है लेकिन पुलिस की सक्रियता के कारण और वो विफल हो रहे है।ग्रामीण भी अब माओवादियों की विचार धारा को समझ चुके है जिसके कारण घटना में कमी आई है और 2019 में कोई भी नक्सली घटना नही घटी है।
बाईट अनूप बिरथरे वरीय पुलिस अधीक्षक




Conclusion:बहरहाल पिछले दिनों सरकार की सरेंडर नीति के तहत कई माओवादियों ने आत्मसमर्पर्ण किया है ।पुलिस को भरोसा है कि इस दस्ते की गिरफ्तारी होगी या पुलिस के दबिश में वो आत्मसमर्पर्ण करेंगें।

जितेंद्र कुमार ई टीवी भारत जमशेदपुर।
Last Updated : Jan 30, 2020, 7:05 PM IST
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