जमशेदपुर: बीते दो दिन झारखंड में हुई बारिश ने राज्य की नदियों में उफान ला दिया है. पूर्वी सिंहभूम में खरकई का जलस्तर बढ़ गया है. हाल यह है कि खरकई नदी ने बाढ़ की शक्ल अख्तियार कर लिया है. Kharkai river flood का पानी शहर में प्रवेश कर चुका है. जमशेदपुर के सबसे पाश इलाके बिष्टुपुर में शनिवार रात सड़कों पर नदी का पानी भर गया.
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बिष्टुपुर से रानी कुदर होकर जाने वाले मार्ग में होटल अलकोर और होटल रमाडा के पास तक सड़क पर खरकई नदी का पानी बह रहा है. बाढ़ के हालात के मद्देनजर लोगों ने इस मार्ग से आना-जाना बंद कर दिया है. kharkai river water level बढ़ने से बिष्टुपुर के ओसी रोड स्थित जुस्को के पंप हाउस में पानी भर गया.
इससे पंप हाउस में खड़ी कई गाड़ियां खरकई नदी में आई बाढ़ के पानी में डूब गईं हैं. पूर्वी सिंहभूम जिले में खरकई ही नहीं स्वर्णरेखा नदी भी उफन रही है. दोनों नदियों में आई बाढ़ से जमशेदपुर के निचले इलाके डूब गए हैं. bistupur city flood से जनजीवन प्रभावित हो गया है.
लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचायाः इधर, किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए जिला प्रशासन की टीम ने करीब एक हजार से ज्यादा परिवार को सुरक्षित स्थान पहुंचाया. जिला प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि नदी के आसपास न जाएं.
उधर, जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा सीट से विधायक सरयू राय ने भारी बारिश के बाद उत्पन्न हुई बाढ़ जैसी स्थिति को देखते हुए अपनी विधानसभा सीट के विभिन्न नदी तटवर्ती इलाकों भोजपुर काॅलोनी, नागाडुंगरी, मीरा पथ, बागुनहातु, कल्याण नगर, गौतम विहार आदि का भ्रमण किया.
स्वर्णरेखा में बाढ़ से घरों में घुसा पानीः विधायक के निरीक्षण के दौरान इन इलाकों में स्वर्णरेखा नदी का जलस्तर काफी बढ़ा मिला. स्वर्ण रेखा नदी में बाढ़ से नदी और नाले किनारे बसे लोगों के घरों में पानी भर गया है. उन्होंने पीड़ित परिवारों से मिलकर सहायता का आश्वासन दिया है. विधायक सरयू राय ने जमशेदपुर अक्षेस क्षेत्र के विशेष पदाधिकारी को निर्देश दिया कि प्रभावित लोगों के लिए रहने और भोजन का प्रबंध किया जाय.
नियंत्रित जल प्रवाह की सलाहः विधायक सरयू राय ने कहा कि प्रभावित लोगों को असुविधा न हो इसके लिए सभी आवश्यक उपाय करें. विधायक सरयू राय ने स्वर्णरेखा परियोजना के चांडिल के मुख्य अभियंता से बात कर डैम से नियंत्रित जल प्रवाह की व्यवस्था करने की बात कही, ताकि निचले इलाकों में जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर न जाय. उन्होंने प्रभावित लोगों को सलाह दी कि कोई असुविधा हो तो उनसे संपर्क करें.