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करवा चौथः जमशेदपुर में महिलाओं ने की पति की लंबी उम्र की कामना

अपने पति की लंबी आयु की कामना और परिवार की सुख समृद्धि के लिए किया जाने वाले करवा चौथ व्रत का चांद की पूजा और पति के दीदार के साथ खत्म हुआ. बुधवार को जमशेदपुर के अलग-अलग जगहों पर महिलाओं ने करवा चौथ का व्रत रखा.

karva chauth celebrated in jamshedpur
करवा चौथ
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Published : Nov 5, 2020, 12:18 AM IST

जमशेदपुरः बदलते जमाने के साथ करवा चौथ मनाने के तरीकों में बदलाव तो आया है लेकिन लोगों की आस्था आज भी उतनी ही है. बुधवार को जमशेदपुर के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं ने धूमधाम से करवा चौथ मनाया. शहर के विभिन्न इलाकों में यह पर्व पूरे हर्षोउल्लास के साथ मनाया गया. इस दौरान कई महिलाओं ने समूह में एकत्रित होकर मंदिरों में पूजा अर्चना की, धार्मिक स्थलों में महिलाओं की काफी भीड़ देखी गई. वहीं कई इलाकों में महिलाओं ने देवी मंदिर में पूजा अर्चना कर अपने पति की मंगलकामना और दीर्घायु की कामना की. महिलाओं ने व्रत से संबंधित कथा सुनकर अपने बड़े बुजुर्ग का आशीर्वाद लिया साथ ही व्रत के बाद महिलाओं ने देर रात चांद के दर्शन किए और अपने पति के हाथों जल पीकर व्रत तोड़ा.

इसे भी पढ़ें- करवा चौथ को लेकर माहिलाएं हाथों में रच रही मेहदी, जानिय क्यों मनाया जाता है यह पर्व

पौराणिक कथाओं के मुताबिक
चांद की एक झलक देखने के बाद बाद सुहागिनों महिलाएं निर्जला व्रत तोड़ती हैं. मान्यता है कि पति परमेश्वर के हांथों अर्धांगिनी चंद्रमा को देखने के बाद एक झलक पति की देखती है. जिसके बाद पति के हाथों से पानी पीकर ही सुहागिन महिलाएं अपना व्रत तोड़ती हैं. करवा चौथ पर चांद की एक झलक देखने के बाद ही सुहागिन महिलाओं का व्रत पूरा होता है और उसके बाद ही व्रत तोड़ा जाता है.

जमशेदपुरः बदलते जमाने के साथ करवा चौथ मनाने के तरीकों में बदलाव तो आया है लेकिन लोगों की आस्था आज भी उतनी ही है. बुधवार को जमशेदपुर के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं ने धूमधाम से करवा चौथ मनाया. शहर के विभिन्न इलाकों में यह पर्व पूरे हर्षोउल्लास के साथ मनाया गया. इस दौरान कई महिलाओं ने समूह में एकत्रित होकर मंदिरों में पूजा अर्चना की, धार्मिक स्थलों में महिलाओं की काफी भीड़ देखी गई. वहीं कई इलाकों में महिलाओं ने देवी मंदिर में पूजा अर्चना कर अपने पति की मंगलकामना और दीर्घायु की कामना की. महिलाओं ने व्रत से संबंधित कथा सुनकर अपने बड़े बुजुर्ग का आशीर्वाद लिया साथ ही व्रत के बाद महिलाओं ने देर रात चांद के दर्शन किए और अपने पति के हाथों जल पीकर व्रत तोड़ा.

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पौराणिक कथाओं के मुताबिक
चांद की एक झलक देखने के बाद बाद सुहागिनों महिलाएं निर्जला व्रत तोड़ती हैं. मान्यता है कि पति परमेश्वर के हांथों अर्धांगिनी चंद्रमा को देखने के बाद एक झलक पति की देखती है. जिसके बाद पति के हाथों से पानी पीकर ही सुहागिन महिलाएं अपना व्रत तोड़ती हैं. करवा चौथ पर चांद की एक झलक देखने के बाद ही सुहागिन महिलाओं का व्रत पूरा होता है और उसके बाद ही व्रत तोड़ा जाता है.

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