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जुगसलाई नगर परिषद के सफाई कर्मचारी गए बेमियादी हड़ताल पर, शहर की सफाई व्यवस्था चरमराई

विभिन्न मांगों को लेकर जुगसलाई नगर परिषद के ठेका सफाई कर्मचारी बेमियादी हड़ताल पर चले गए हैं. इस कारण शहर की सफाई व्यवस्था चरमरा गई है. इस दौरान सफाई कर्मियों ने सरकार की नीतियों के विरोध में नारेबाजी भी की.

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Demonstration Of Sanitation Workers In Jamshedpur
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Published : May 2, 2023, 6:49 PM IST

जमशेदपुर: शहर के जुगसलाई नगर परिषद के सफाई कर्मचारी अपनी विभिन्न मांगों को लेकर मंगलवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. सफाई कर्मियों का कहना है सरकार सफाई कर्मियों की उपेक्षा कर रही है. इस कारण सफाई कर्मी शोषित और उपेक्षित हैं. इसके विरोध में जमशेदपुर के जुगसलाई नगर परिषद के ठेका सफाईकर्मी अपनी विभिन्न मांगों को लेकर जुगसलाई नगर परिषद कार्यालय के बाहर धरना-प्रदर्शन करने को बाध्य हो गए हैं. हड़ताल पर बैठे सफाईकर्मियों में महिलाएं भी शामिल हैं.

ये भी पढे़ं-Jamshedpur News: मजदूरों ने निकाली विशाल रैली, श्रम नीति में बदलाव की मांग

हड़ताल की वजह से जुगसलाई इलाके में सफाई व्यवस्था चरमराईः वहीं सफाई कर्मियों की हड़ताल की वजह से क्षेत्र में सफाई व्यवस्था ठप पड़ गई है. जगह-जगह कूड़े का अंबार लग गया है. साथ ही डोर-टू-डोर कचरा उठाव भी नहीं हो पाया. इस कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. आपको बता दें कि जुगसलाई नगर परिषद के सफाई कर्मियों द्वारा पूर्व में भी कई बार आंदोलन किया गया था, लेकिन अब तक नतीजा सिफर रहा है.

एक वर्ष पहले हुई त्रिपक्षीय वार्ता में हुए समझौते का भी पालन नहींः इधर एक वर्ष पूर्व 2022 में शहर के तीनों निकायों के पदाधिकारियों श्रम विभाग के पदाधिकारियों, सफाई कर्मचारी के प्रतिनिधियों और यूनियन के साथ त्रिपक्षीय वार्ता हुई थी. वार्ता के एक वर्ष बीत जाने के बाद भी समझौता का पालन नहीं किया जा रहा है. न्यूनतम मजदूरी, सेफ्टी के साधन के अलावा कई सुविधाओं का लाभ सफाईकर्मियों को नहीं मिल रहा है.

पांच लोगों का काम दो लोगों से कराने का आरोपः इधर, सफाई कर्मियों का कहना है कि क्षेत्र में सफाई के लिए मैन पावर की भी कमी है. जिसके कारण कम संख्या में काम करने वाले सफाई कर्मियों पर काम का बोझ भी बढ़ा दिया गया है. पांच मजदूरों के जगह पर दो मजदूरों से काम लिया जा रहा है. आंदोलन का नेतृत्व कर रहे झारखंड असंगठित मजदूर यूनियन के सचिव रमेश मुखी ने बताया कि मांगों के संबंध में झारखंड सरकार के नगर विकास मंत्री और श्रम मंत्री को पत्राचार किया गया है, बावजूद अब तक कोई निष्कर्ष नहीं निकला है.

मांगे पूरी होने तक जारी रहेगा आंदोलनः उन्होंने बताया कि इन मांगों के साथ-साथ महंगाई भत्ता भी सफाई कर्मियों को नहीं दिया जा रहा है. मजदूरों का शोषण किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांगों पर सुनवाई नहीं होगी, तब तक इनका आंदोलन अनिश्चितकालीन जारी रहेगा. सभी हड़ताल पर रहेंगे.

जमशेदपुर: शहर के जुगसलाई नगर परिषद के सफाई कर्मचारी अपनी विभिन्न मांगों को लेकर मंगलवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. सफाई कर्मियों का कहना है सरकार सफाई कर्मियों की उपेक्षा कर रही है. इस कारण सफाई कर्मी शोषित और उपेक्षित हैं. इसके विरोध में जमशेदपुर के जुगसलाई नगर परिषद के ठेका सफाईकर्मी अपनी विभिन्न मांगों को लेकर जुगसलाई नगर परिषद कार्यालय के बाहर धरना-प्रदर्शन करने को बाध्य हो गए हैं. हड़ताल पर बैठे सफाईकर्मियों में महिलाएं भी शामिल हैं.

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हड़ताल की वजह से जुगसलाई इलाके में सफाई व्यवस्था चरमराईः वहीं सफाई कर्मियों की हड़ताल की वजह से क्षेत्र में सफाई व्यवस्था ठप पड़ गई है. जगह-जगह कूड़े का अंबार लग गया है. साथ ही डोर-टू-डोर कचरा उठाव भी नहीं हो पाया. इस कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. आपको बता दें कि जुगसलाई नगर परिषद के सफाई कर्मियों द्वारा पूर्व में भी कई बार आंदोलन किया गया था, लेकिन अब तक नतीजा सिफर रहा है.

एक वर्ष पहले हुई त्रिपक्षीय वार्ता में हुए समझौते का भी पालन नहींः इधर एक वर्ष पूर्व 2022 में शहर के तीनों निकायों के पदाधिकारियों श्रम विभाग के पदाधिकारियों, सफाई कर्मचारी के प्रतिनिधियों और यूनियन के साथ त्रिपक्षीय वार्ता हुई थी. वार्ता के एक वर्ष बीत जाने के बाद भी समझौता का पालन नहीं किया जा रहा है. न्यूनतम मजदूरी, सेफ्टी के साधन के अलावा कई सुविधाओं का लाभ सफाईकर्मियों को नहीं मिल रहा है.

पांच लोगों का काम दो लोगों से कराने का आरोपः इधर, सफाई कर्मियों का कहना है कि क्षेत्र में सफाई के लिए मैन पावर की भी कमी है. जिसके कारण कम संख्या में काम करने वाले सफाई कर्मियों पर काम का बोझ भी बढ़ा दिया गया है. पांच मजदूरों के जगह पर दो मजदूरों से काम लिया जा रहा है. आंदोलन का नेतृत्व कर रहे झारखंड असंगठित मजदूर यूनियन के सचिव रमेश मुखी ने बताया कि मांगों के संबंध में झारखंड सरकार के नगर विकास मंत्री और श्रम मंत्री को पत्राचार किया गया है, बावजूद अब तक कोई निष्कर्ष नहीं निकला है.

मांगे पूरी होने तक जारी रहेगा आंदोलनः उन्होंने बताया कि इन मांगों के साथ-साथ महंगाई भत्ता भी सफाई कर्मियों को नहीं दिया जा रहा है. मजदूरों का शोषण किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांगों पर सुनवाई नहीं होगी, तब तक इनका आंदोलन अनिश्चितकालीन जारी रहेगा. सभी हड़ताल पर रहेंगे.

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