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साइबर क्राइम का गढ़ बनता जा रहा जमशेदपुर, मुख्य सरगना पुलिस गिरफ्त से दूर

जमशेदपुर में बढ़ते साइबर अपराध ने लोगों के साथ-साथ पुलिस की भी नींद उड़ा रखी है. इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि पिछले कुछ महीनों में कई साइबर अपराध के मामला थाना में दर्ज हुए हैं, लेकिन इसके सरगना अब भी पुलिस के पहुंच से दूर हैं.

Jamshedpur is becoming a stronghold of cybercrime
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Published : Jan 23, 2020, 9:26 PM IST

जमशेदपुर: लौहनगरी में दिनों दिन बढ़ते जा रहे साइबर अपराध ने लोगों के साथ ही पुलिस की भी नींद उड़ा रखी है. शहर से संचालित अंतरराज्यीय साइबर ठग गिरोह का खुलासा होने के बाद भी पुलिस उसके मुख्य सरगना को पकड़ने में अबतक असफल है.

देखें पूरी खबर

जमशेदपुर में संचालित अंतरराज्यीय साइबर ठग गिरोह का खुलासा हुआ था. इसका मुख्य सरगना में मानगो निवासी महेश पोद्दार के साथ राहुल केशरी और योगेंद्र शर्मा का नाम सामने आया था. जो ऑनलाइन साइट बनाकर लोगों को ठगने का काम करते थे. पुलिसिया तफ्तीश के मुताबिक साइबर ठग राहुल केशरी और योगेश शर्मा एक ही मोबाईल से बात करते हैं और लोगों को ठगने का काम करते है, लेकिन पुलिस अबतक उनको पकड़ने में असफल रही है.

साइबर अपराधी ठगी करने के लिए नए-नए तरीके इजाद करते जा रहे हैं. अपराधी फोन कर किसी बहाने से उनका पर्सनल डिटेलस पुछ लेते हैं और उनके बैंक खाता से पैसें उड़ा लेते हैं. इधर, इन साइबर ठगी मामले में राहुल और योगेश अभी भी फरार हैं. वहीं, महेश पोद्दार की महिला मित्र और ठगी के धंधे में हिस्सेदार दीक्षा सिंह का अब तक कुछ पता नहीं चला है. पुलिस सूचना के अनुसार राहुल केशरी का नेटवर्क भी नहीं मिल रहा है.

तीन साइबर ठग हुए हैं गिरफ्तार

साइबर ठगी के इस गिरोह का खुलासा होने के बाद पुलिस ने छोटा गोविंदपुर से राहुल मिश्रा नामक युवक को गिरफ्तार किया है. उसकी निशानदेही पर पुलिस ने महेश पोद्दार के घर से 13 लाख नगद, अलग-अलग बैंक के पासबुक, आधार, कार्ड पैन कार्ड दूसरे लोगों के पहचान के कागजात और एटीएम, मोबाइल फोन बरामद किया थे. राहुल की निशानदेही पर ही दूसरे दिन गिरोह के दो अन्य सदस्य राकेश महतो और धीरज शर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है.

इसे भी पढ़ें- चाईबासा हत्याकांड के पीड़ित परिवारवालों से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन करेंगे मुलाकात, मामले के SIT जांच के दिए हैं आदेश

साइट बनाकर ठगी करते हैं ठग

जमशेदपुर के बिष्टुपुर स्थित साइबर पुलिस ने बताया कि राहुल केसरी, योगेश शर्मा और साइबर ठगी के मुख्य सरगना महेश पोद्दार ने बीते साल करोड़ों रुपए की ठगी की थी. वे फर्जी वेबसाईट बनाकर लोगों से ठगते थे. बिस्टुपुर स्थित साइबर पुलिस ने बताया कि ठग गुगल पर firstcard.com, shooee.com, nextone.com साइट बनाकर अनजान लोगों से ठगी करते थे.

जमशेदपुर: लौहनगरी में दिनों दिन बढ़ते जा रहे साइबर अपराध ने लोगों के साथ ही पुलिस की भी नींद उड़ा रखी है. शहर से संचालित अंतरराज्यीय साइबर ठग गिरोह का खुलासा होने के बाद भी पुलिस उसके मुख्य सरगना को पकड़ने में अबतक असफल है.

देखें पूरी खबर

जमशेदपुर में संचालित अंतरराज्यीय साइबर ठग गिरोह का खुलासा हुआ था. इसका मुख्य सरगना में मानगो निवासी महेश पोद्दार के साथ राहुल केशरी और योगेंद्र शर्मा का नाम सामने आया था. जो ऑनलाइन साइट बनाकर लोगों को ठगने का काम करते थे. पुलिसिया तफ्तीश के मुताबिक साइबर ठग राहुल केशरी और योगेश शर्मा एक ही मोबाईल से बात करते हैं और लोगों को ठगने का काम करते है, लेकिन पुलिस अबतक उनको पकड़ने में असफल रही है.

साइबर अपराधी ठगी करने के लिए नए-नए तरीके इजाद करते जा रहे हैं. अपराधी फोन कर किसी बहाने से उनका पर्सनल डिटेलस पुछ लेते हैं और उनके बैंक खाता से पैसें उड़ा लेते हैं. इधर, इन साइबर ठगी मामले में राहुल और योगेश अभी भी फरार हैं. वहीं, महेश पोद्दार की महिला मित्र और ठगी के धंधे में हिस्सेदार दीक्षा सिंह का अब तक कुछ पता नहीं चला है. पुलिस सूचना के अनुसार राहुल केशरी का नेटवर्क भी नहीं मिल रहा है.

तीन साइबर ठग हुए हैं गिरफ्तार

साइबर ठगी के इस गिरोह का खुलासा होने के बाद पुलिस ने छोटा गोविंदपुर से राहुल मिश्रा नामक युवक को गिरफ्तार किया है. उसकी निशानदेही पर पुलिस ने महेश पोद्दार के घर से 13 लाख नगद, अलग-अलग बैंक के पासबुक, आधार, कार्ड पैन कार्ड दूसरे लोगों के पहचान के कागजात और एटीएम, मोबाइल फोन बरामद किया थे. राहुल की निशानदेही पर ही दूसरे दिन गिरोह के दो अन्य सदस्य राकेश महतो और धीरज शर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है.

इसे भी पढ़ें- चाईबासा हत्याकांड के पीड़ित परिवारवालों से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन करेंगे मुलाकात, मामले के SIT जांच के दिए हैं आदेश

साइट बनाकर ठगी करते हैं ठग

जमशेदपुर के बिष्टुपुर स्थित साइबर पुलिस ने बताया कि राहुल केसरी, योगेश शर्मा और साइबर ठगी के मुख्य सरगना महेश पोद्दार ने बीते साल करोड़ों रुपए की ठगी की थी. वे फर्जी वेबसाईट बनाकर लोगों से ठगते थे. बिस्टुपुर स्थित साइबर पुलिस ने बताया कि ठग गुगल पर firstcard.com, shooee.com, nextone.com साइट बनाकर अनजान लोगों से ठगी करते थे.

Intro:एंकर-- शहर से संचालित अंतरराज्यीय साइबर ठग गिरोह का खुलासा होने के बाद उसके मुख्य सरगना के तौर पर सामने आए मानगो निवासी महेश पोद्दार के साथ राहुल केशरी और योगेंद्र शर्मा ऑनलाइन साइट बनाकर लोगों को ठगने का काम करते थें।


Body:वीओ1--कॉल फॉरवार्डिंग-- पुलिसिया तफ़्तीश के मुताबिक साइबर ठग राहुल केशरी और योगेश शर्मा एक मोबाईल से बात करते हैं.और अन्य नेटवर्क से भी जुड़े रहते हैं.कॉल फारवर्ड करके अन्य लोगों से भी बात करते हैं.हालांकि साइबर पुलिस अब तक इनके ठिकानों तक नही पहुँच पाई है।
केसरी और योगेश अभी फरार-- महेश पोद्दार की महिला मित्र और ठगी के धंधे में हिस्सेदार दीक्षा सिंह का अब तक कुछ पता नहीं चला है पुलिस सूचना के अनुसार राहुल केशरी का नेटवर्क भी नहीं मिल रहा है साथी योगेश शर्मा का भी अब तक पुलिस कुछ पता नहीं लगा पाई है।
तीन की गिरफ्तारी हो चुकी है--
साइबर ठगी के इस गिरोह का खुलासा होने के बाद पुलिस ने छोटा गोविंदपुर से राहुल मिश्रा नाम की युवक को गिरफ्तार किया था कुछ तार और उसकी निशानदेही में पुलिस ने महेश पोद्दार के घर से तेरह लाख नगद अलग-अलग बैंक के पासबुक आधार कार्ड पैन कार्ड दूसरे लोगों के पहचान के कागजात एटीएम मोबाइल फोन बरामद किया था राहुल की निशानदेही पर ही दूसरे दिन गिरोह के दो अन्य सदस्य राकेश महतो और धीरज शर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।
क्या आया सामने-- बिष्टुपुर स्थित साइबर पुलिस ने बताया कि राहुल केसरी, योगेश शर्मा मुख्य सरगना महेश पोद्दार ने बीते साल में करोड़ों रुपए ठगी से कमाए है।
फ़ैज़ी वेबसाईट बनाकर ठगते थें-- बिस्टुपुर स्थित साइबर पुलिस ने बताया कि firstcard.com ,shooee.com ,nextone.com से गूगल में साइट बनाकर अनजान लोगों को ठगी का शिकार बनाते थे।


Conclusion:
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