जमशेदपुर: मुसाबनी प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में रोजगार दिवस मनाया गया. इस दौरान प्रवासी मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जॉब कार्ड निर्गत किया गया. इस मौके पर प्रखंड विकास पदाधिकारी-सह-अंचलाधिकारी अजय कुमार रजक ने विभिन्न पंचायतों का दौरा किया.
इस दौरान अजय कुमार रजक ने अपने संबोधन में कहा कि सरकार द्वारा मनरेगा अंतर्गत विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही है, इसमें आप सभी को रोजगार उपलब्ध कराने का प्रयास है. जिन लोगों का जॉब कार्ड नहीं बना है उनका जॉब कार्ड तत्काल बनाने का निर्देश ग्राम रोजगार सेवक को दिया गया है. रोजगार दिवस के मौके पर मजदूरों की विभिन्न समस्याओं का भी निष्पादन किया गया.
इसके अलावा जमशेदपुर के अन्य प्रखंडों में भी रोजगार दिवस मनाया जा रहा है, जिसका मुख्य उद्देश्य है लॉकडाउन के दौरान जिले में आए प्रवासी मजदूरों को ज्यादा से ज्यादा रोजगार मिल सके. इस मामले को लेकर जिले के उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला काफी गंभीर हैं. वे खुद भी मामले में नजर बनाए हुए है.
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भारत में हुए लॉकडाउन की वजह से प्रवासी मजदूरों के घरों में रोजी रोटी की समस्या आन पड़ी है, जिसके मद्देनजर केन्द्र सरकार प्रवासी मजदूरों को रोजगार से जोड़ने का फैसला ली है. सरकार 116 जिलों में केंद्र सरकार के सोशल वेलफेयर और डायरेक्ट बेनिफिट स्कीम को तेजी से मिशन मोड में चलाएगी. इसका मकसद है कि घर लौटे प्रवासियों के लिए आजीविका, रोजगार, कौशल विकास और गरीब कल्याण सुविधाओं का लाभ सुनिश्चित किया जा सके. इन जिलों में मनरेगा, स्किल इंडिया, जनधन योजना, किसान कल्याण योजना, खाद्य सुरक्षा योजना, पीएम आवास योजना समेत अन्य केंद्रीय योजनाओं के तहत मिशन मोड में काम होगा. केंद्र सरकार की तरफ से चयनित 116 जिलों में सबसे ज्यादा 32 जिले बिहार के हैं. उसके बाद यूपी के 31 जिले हैं. मध्य प्रदेश के 24, राजस्थान के 22 जिले, झारखंड के 3 और ओडिशा के 4 जिले हैं.
राज्य सरकार द्वारा भी प्रवासी मजदूरों को स्थानीय स्तर पर मनरेगा के तहत रोजगार उपलब्ध कराने के निर्देश के आलोक में मुसाबनी प्रखंड के इच्छुक प्रवासियों को रोजगार उप्लब्ध कराया जा रहा है. कुल 274 प्रवासी मनरेगा कार्य में इच्छुक है और 116 मजदूरों को जाॅब कार्ड निर्गत करके सभी को मनरेगा कार्य में जोड़ा गया है.