घाटशिला/ पूर्वी सिंहभूमः पूर्वी सिंहभूम जिला स्थित हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड के घाटशिला शाखा के मुसाबनी खान समूह के किशनगढ़िया माइंस को फिर से चालू करने की मांग की गई है. इसके लिए 10 गांव के ग्रामीणों ने किया धरना प्रदर्शन किया. हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड ने वर्ष 1996 में किशनगढ़ माइंस को चालू किया था.
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उसके बाद वर्ष 1998 में हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड के मैनेजमेंट की गलत नीतियों के कारण कंपनियों को पूरी तरह से बंद कर दिया था जिससे वहां पर काम कर रहे लोग पूरी तरह से बेरोजगार हो गए. इसके साथ ही मुसाबनी खान समूह की जितने भी माइंस थी सभी को एक-एक करके बंद कर दिया और पूरे मुसाबनी क्षेत्र के लोग बेरोजगार हो गए.
हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड के किशनगढ़ माइंस को बंद हुए लगभग 20 साल से ज्यादा हो गए हैं उसके साथ ही जितनी भी माइंस को बंद किया सब का यही दशा है. यहां के क्षेत्र के लोग मजबूरन पलायन कर रहे हैं जबकि इस क्षेत्र में तांबा, सोना, चांदी, अभ्रक, यूरेनियम के असीम भंडार है फिर भी हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड किस कारण से कंपनी को बंद कर दिया यह समझ के परे ही हैं.
स्थानीय बेरोजगार संघ के बैनर तले दिया धरना
आज फिर से इतने बरस के बाद 10 गांव के ग्रामीणों ने एक कमेटी बनाई स्थानीय बेरोजगार संघ के बैनर तले केंद्र सरकार और झारखंड सरकार को पनगढ़िया समिति क्षेत्र के जितने भी बंद हैं, उनको चालू करने को निवेदन कर रहे हैं,
इसी क्रम में आज किशनगढ़ या माइंस कैंपस के मैदान में 10 गांव के ग्राम प्रधानों के नेतृत्व में स्थानीय बेरोजगार संघ के बैनर तले एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया जिसमें हजारों लोगों ने भाग लिया.
इन लोगों की यही मांग है कि इस क्षेत्र में जितने भी बंद पड़े माइंस है उनको जल्द से जल्द केंद्र सरकार या राज्य सरकार की पहल पर खोला जाना चाहिए और इस क्षेत्र के बेरोजगार युवाओं को रोजगार मुहैया हो सके.
बेरोजगार संघ ने सरकार से आह्वान किया है कि माइंस खुल जाए लेकिन सरकार की ओर से क्या निर्णय आता है या तो आने वाले समय ही बता पाएगा कि इस क्षेत्र के बेरोजगार युवकों को रोजगार मिलता है या फिर यूं ही पलायन करना पड़ेगा, जानकारी के लिए बता दूं कि मुसाबनी स्थित हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड खान समूह में कुल 11 तांबा के खान में से केवल एक ही खान चल रही है, लोगों को उम्मीद है कि सरकार उन लोगों की फरियाद सुनेगी और जल्द से जल्द माइंस खोलकर यहां के बेरोजगारों को रोजगार प्रदान करेगी.