ETV Bharat / state

जमशेदपुरः DC ने विभिन्न चिकित्सा संस्थानों के अधिकारियों के साथ की बैठक, कोरोना को लेकर दिए कई दिशा-निर्देश

author img

By

Published : Jul 16, 2020, 6:32 PM IST

जमशेदपुर जिले में कोविड-19 संक्रमण रोकथाम और उपचार के लिए गुरुवार को उपायुक्त सूरज कुमार की अध्यक्षता में बैठक की गई. जहां जिले के विभिन्न चिकित्सा संस्थानों के प्रभारी और पदाधिकारियों के साथ चिकित्सीय संसाधनों पर चर्चा की गई. साथ ही पेड क्वारंटाइन सेंटर (होटल) और एंबुलेंस की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए गए है.

jamshedpur news
उपायुक्त सूरज कुमार की अध्यक्षता में बैठक

जमशेदपुर: उपायुक्त सूरज कुमार की अध्यक्षता में गरुवार को एमजीएम अस्पताल, एमजीएम कॉलेज, टीएमएच, टाटा मोटर्स अस्पताल के प्रभारी चिकित्सकों एवं जिले के पदाधिकारियों के साथ समाहरणालय सभागार में बैठक की गई. इस दौरान डीसी ने कोविड-19 को लेकर आने वाले समय में जिला प्रशासन के सामने क्या चुनौतियां हो सकती हैं. इस संदर्भ में जिला प्रशासन की तरफ से क्या-क्या कदम उठाए जाने हैं, इसको लेकर व्यापक तौर पर चर्चा की गई. जिसमें पदाधिकारियों ने अपने-अपने सुझाव व्यक्त किए.

उपायुक्त ने दिए कई दिशा-निर्देश
उपायुक्त सूरज कुमार ने कहा कि कोरोना संक्रमण के पीक प्वाइंट को मद्देनजर रखते हुए, हमें अपनी तैयारी अभी से ही शुरू करनी होगी. कोविड-19 के प्रसार की आशंका, उसके रोकथाम और उपचार को लेकर उपलब्ध चिकित्सीय संसाधनों की समीक्षा की गई. जिले में DCH (Dedicated covid hospital) में उपलब्ध संसाधनों में बेड, ऑक्सीजन सप्लाई, वेटिंलेटर की उपलब्धता की जानकारी प्राप्त की. साथ ही कंटेनमेंट जोन में स्वाब सैंपल कलेक्शन एवं कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग को लेकर भी डीसी ने कई दिशा-निर्देश दिए.

'क्वारंटाइन के नियमों का सख्ती से हो पालन'
उपायुक्त सूरज कुमार ने कहा कि कंटेनमेंट जोन बनाए जाने के बाद संदिग्ध लोगों को पहले एवं पांचवें दिन ट्रू नॉट मशीन से कोविड-19 जांच सुनिश्चित करें. सभी को होम क्वारंटाइन के नियमों का सख्ती से पालन करने का निर्देश दें. उन्होने कहा कि जांच रिपोर्ट आने के पश्चात कोई संदिग्ध पॉजिटिव पाए जाते हैं, तभी उन्हें अस्पताल लाएं. सैंपल कलेक्शन से लेकर जांच रिपोर्ट आने तक संदिग्ध व्यक्ति होम क्वारंटाइन में ही रहते हुए राज्य सरकार एवं स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशा-निर्देशों का पालन करें.

इसे भी पढ़ें-चाईबासा में नक्सली घटना के बाद पूर्वी सिंहभूम जिला हाई अलर्ट पर, हर आने-जाने वालों पर रखी जा रही नजर


कोरोना संक्रमण का रोकथाम
उपायुक्त को अपर उपायुक्त की तरफ से बताया गया कि DCH (Dedicated covid hospital) की संख्या बढ़ाते हुए उमा सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में 60 बेड और संत जोसेफ असप्ताल में 40 बेड की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा डीसी ने एंबुलेंस और पेड क्वारंटाइन सेंटर (होटल) की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए गए. उपायुक्त ने संबधित पदाधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि जितने भी संस्थागत क्वारंटाइन सेंटर या पेड क्वारंटाइन सेंटर हैं, उनमें खाने-पीने, साफ-सफाई और अन्य मूलभूत सुविधाओं के साथ सुरक्षात्मक उपकरणों की उपलब्ध सुनिश्चित करें. उपायुक्त ने कहा कि जिलेवासियों का सहयोग एवं चिकित्सकों के प्रयास से जिला प्रशासन को कोविड-19 से संक्रमित लोगों के उपचार में अपेक्षित सफलता मिल रही है, आगे भी हम सभी अपना सामूहिक प्रयास जारी रखते हुए कोरोना संक्रमण की रोकथाम करेंगे.

ये लोग रहे मौजूद
बैठक में अनुमंडल पदाधिकारी धालभूमगढ़ चंदन कुमार, अपर उपायुक्त सौरव कुमार सिन्हा, अपर जिला दंडाधिकारी (विधि-व्यवस्था) नंदकिशोर लाल, प्रभारी सिविल सर्जन डॉ. आर. एन झा, जीएम-टीएमएच डॉ. राजन चौधरी, एमजीएम कॉलेज अधीक्षक डॉ. नकुल चौधरी, एमजीएम कॉलेज प्राचार्य डॉ पी के बारला, टाटा मोटर्स अस्पताल के डॉ. संजय कुमार और अन्य उपस्थित रहे.

जमशेदपुर: उपायुक्त सूरज कुमार की अध्यक्षता में गरुवार को एमजीएम अस्पताल, एमजीएम कॉलेज, टीएमएच, टाटा मोटर्स अस्पताल के प्रभारी चिकित्सकों एवं जिले के पदाधिकारियों के साथ समाहरणालय सभागार में बैठक की गई. इस दौरान डीसी ने कोविड-19 को लेकर आने वाले समय में जिला प्रशासन के सामने क्या चुनौतियां हो सकती हैं. इस संदर्भ में जिला प्रशासन की तरफ से क्या-क्या कदम उठाए जाने हैं, इसको लेकर व्यापक तौर पर चर्चा की गई. जिसमें पदाधिकारियों ने अपने-अपने सुझाव व्यक्त किए.

उपायुक्त ने दिए कई दिशा-निर्देश
उपायुक्त सूरज कुमार ने कहा कि कोरोना संक्रमण के पीक प्वाइंट को मद्देनजर रखते हुए, हमें अपनी तैयारी अभी से ही शुरू करनी होगी. कोविड-19 के प्रसार की आशंका, उसके रोकथाम और उपचार को लेकर उपलब्ध चिकित्सीय संसाधनों की समीक्षा की गई. जिले में DCH (Dedicated covid hospital) में उपलब्ध संसाधनों में बेड, ऑक्सीजन सप्लाई, वेटिंलेटर की उपलब्धता की जानकारी प्राप्त की. साथ ही कंटेनमेंट जोन में स्वाब सैंपल कलेक्शन एवं कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग को लेकर भी डीसी ने कई दिशा-निर्देश दिए.

'क्वारंटाइन के नियमों का सख्ती से हो पालन'
उपायुक्त सूरज कुमार ने कहा कि कंटेनमेंट जोन बनाए जाने के बाद संदिग्ध लोगों को पहले एवं पांचवें दिन ट्रू नॉट मशीन से कोविड-19 जांच सुनिश्चित करें. सभी को होम क्वारंटाइन के नियमों का सख्ती से पालन करने का निर्देश दें. उन्होने कहा कि जांच रिपोर्ट आने के पश्चात कोई संदिग्ध पॉजिटिव पाए जाते हैं, तभी उन्हें अस्पताल लाएं. सैंपल कलेक्शन से लेकर जांच रिपोर्ट आने तक संदिग्ध व्यक्ति होम क्वारंटाइन में ही रहते हुए राज्य सरकार एवं स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशा-निर्देशों का पालन करें.

इसे भी पढ़ें-चाईबासा में नक्सली घटना के बाद पूर्वी सिंहभूम जिला हाई अलर्ट पर, हर आने-जाने वालों पर रखी जा रही नजर


कोरोना संक्रमण का रोकथाम
उपायुक्त को अपर उपायुक्त की तरफ से बताया गया कि DCH (Dedicated covid hospital) की संख्या बढ़ाते हुए उमा सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में 60 बेड और संत जोसेफ असप्ताल में 40 बेड की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा डीसी ने एंबुलेंस और पेड क्वारंटाइन सेंटर (होटल) की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए गए. उपायुक्त ने संबधित पदाधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि जितने भी संस्थागत क्वारंटाइन सेंटर या पेड क्वारंटाइन सेंटर हैं, उनमें खाने-पीने, साफ-सफाई और अन्य मूलभूत सुविधाओं के साथ सुरक्षात्मक उपकरणों की उपलब्ध सुनिश्चित करें. उपायुक्त ने कहा कि जिलेवासियों का सहयोग एवं चिकित्सकों के प्रयास से जिला प्रशासन को कोविड-19 से संक्रमित लोगों के उपचार में अपेक्षित सफलता मिल रही है, आगे भी हम सभी अपना सामूहिक प्रयास जारी रखते हुए कोरोना संक्रमण की रोकथाम करेंगे.

ये लोग रहे मौजूद
बैठक में अनुमंडल पदाधिकारी धालभूमगढ़ चंदन कुमार, अपर उपायुक्त सौरव कुमार सिन्हा, अपर जिला दंडाधिकारी (विधि-व्यवस्था) नंदकिशोर लाल, प्रभारी सिविल सर्जन डॉ. आर. एन झा, जीएम-टीएमएच डॉ. राजन चौधरी, एमजीएम कॉलेज अधीक्षक डॉ. नकुल चौधरी, एमजीएम कॉलेज प्राचार्य डॉ पी के बारला, टाटा मोटर्स अस्पताल के डॉ. संजय कुमार और अन्य उपस्थित रहे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.