जमशेदपुर: घाटशिला अनुमंडल के कुछ विद्यार्थियों ने बहरागोड़ा के पूर्व विधायक सह भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी से मुलाकात की. इन विद्यार्थियों का ओरिजिनल प्रमाण पत्र तमिलनाडु के नेशनल पोलिटेकनीक कॉलेज ने जब्त कर लिया है. इस दौरान उन्होंने कहा कि समस्या से झारखंड के हज़ारों विद्यार्थी जूझ रहे हैं. उन सभी विद्यार्थियों का भविष्य अंधकारमय होने की कगार पर है.
प्रतिनिधियों ने भी नहीं ली सुध
शुरुआती दौर में कुछ विद्यार्थियो ने अपने प्रतिनिधियों के पास ये समस्या रखी पर किसी ने कोई ध्यान नहीं दिया. दक्षिण के कई कॉलेजों में झारखंड के विद्यार्थी डिप्लोमा और इंजीनियरिंग में नामांकन के लिए गए थे. इस भरोसे के साथ की उनकी फीस झारखंड सरकार वहन करेगी. कुछ दिन सरकार से मदद मिली भी, लेकिन 2018 से सरकार के तरफ से मदद बंद हो गई क्योंकि बड़े पैमाने पर कागजी और फर्जी संस्थानों ने सरकारी पैसे को दुरुपयोग किया था, जिसके बाद तत्कालीन सरकार ने कई कॉलेजों पर प्रतिबंध लगाया था.
कुणाल षाड़ंगी ने मुख्य सचिव से की बात
गरीब बच्चों के अभिभावकों ने किसी तरह बैल-बकरी, बर्तन बेचकर कुछ फ़ीस तो भुगतान किया, लेकिन आज तक उनको फाइनल डिग्री नहीं मिली. इसके साथ ही सभी का मैट्रिक और इंटर के ओरिजिनल प्रमाण पत्र जब्त कर रखे गये हैं. कुणाल षाड़ंगी ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्य सचिव सुखदेव सिंह से बात की. उन्होंने कहा कि मामला दो राज्यों की बीच का है और मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव के नाम से आवेदन तैयार किया जाए और आसपास के जितने भी विद्यार्थी प्रभावित है वे सभी अपनी समस्या रखें. वो बच्चों को न्याय दिलाने की भरपूर कोशिश करेंगे.
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छात्रों ने एनसीसी में सीट बढ़ाने की मांग की
घाटशिला महाविद्यालय में एनसीसी के बच्चों ने भी पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी से मुलाकत की. छात्रों के बेहतर करियर और जीवन के टिप्स दिये. विद्यर्थियों ने एनसीसी में सीट बढ़ाने में मदद करने का आग्रह किया, तो कुणाल षाड़ंगी ने कोल्हन यूनिवर्सिटी के वीसी गंगाधर पंडा से फोन पर बात की. वीसी ने आश्वस्त किया कि कॉलेज का आवेदन मिलने पर एनसीसी में सीट बढ़ाने के लिए संबंधित अधिकारियों से बात करेंगे और सीटें जरूर बढ़ाई जाएंगी. मौके पर भाजपा के प्रखंड अध्यक्ष राहुल पांडेय, डॉ. नरेश कुमार, प्रो. इंदल पासवान, सुब्रोतो दास, मंगल टुडू, सुदाम हेम्ब्रम, रमेश सोरेन मौजूद थे.