जमशेदपुर: पिछले साल एक दिसंबर से झारखंड में शुरू हुई धान खरीदी में अब तक 95,730 किसानों ने पैक्स के माध्यम से 57,33,102 क्विंटल धान बेचा लेकिन ज्यादातर किसानों को 50% राशि भी नहीं मिली है. इसको लेकर झारखंड के भाजपा नेताओं ने मंगलवार को अपने घर में एकदिवसीय धरना दिया.
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किसानों की बकाया राशि जल्द भुगतान करने की मांग
जमशेदपुर में पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिनेशानंद गोस्वामी, सांसद विद्युत वरण महतो, पूर्व विधायक मेनका सरदार समेत अन्य नेताओं और कार्यकर्ताओं ने धरना दिया. रघुवर दास ने कहा कि किसानों की धान खरीद के भुगतान के लिए राज्य सरकार की तरफ से की जा रही अनदेखी दुर्भाग्यपूर्ण है. हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार ने किसानों के साथ सौतेला व्यवहार किया. भाजपा सरकार ने किसानों के लिए अलग से ऐतिहासिक बजट बनाने का सिलसिला शुरू किया था. लेकिन हेमंत सरकार ने पूर्व की भाजपा सरकार द्वारा चलाए जा रहे कृषि आशीर्वाद जैसी योजनाओं को बंद कर किसानों का हक मारा है. हेमंत सरकार का यह रवैया किसान विरोधी मानसिकता को दर्शाता है. सरकार प्रदेश के किसानों से क्रय किये गए धान के मूल्य का भुगतान जल्द करे.
बाबूलाल मरांडी और निशिकांत दुबे भी हुए शामिल
पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी भी धरने में शामिल हुए. उन्होंने ट्वीट कर लिखा-"मैं राज्य सरकार से निवेदन करता हूं कि वो किसानों की धान बिक्री का अविलंब भुगतान कराएं. अब खरीफ फसल का समय आ गया है. किसानों को आवश्यकता अनुसार बीज और खाद उपलब्ध कराएं ताकि किसानों को बाजार में ऊंची कीमत न देनी पड़े". सांसद निशिकांत दुबे भी इस धरने में शामिल हुए.
सीपी सिंह भी धरने में हुए शामिल
रघुवर सरकार में मंत्री रहे सीपी सिंह भी इस धरने में शामिल हुए. उन्होंने ट्वीट कर लिखा-"झारखंड सरकार द्वारा किसान भाइयों-बहनों के धान नहीं खरीदे जाने एवं क्रय किये गए धान का भुगतान अभी तक नहीं होने को लेकर अपने आवासीय परिसर में दिन के 11 बजे से 1 बजे तक धरना पर बैठा. हेमंत सरकार किसानों से खरीदे गए धान की राशि का अविलंब भुगतान करे".