जमशेदपुरः भाजपा के वरिष्ठ नेता रामबाबू तिवारी का मंत्री बन्ना गुप्ता के कार्यालय में बैठे फोटो वायरल का मामला खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. मंत्री बन्ना गुप्ता के कार्यालय में बैठने के मामले मे अपनी सफाई देते हुए बताया कि वे किडनी मरीज की समस्या को लेकर मंत्री के पास गए थे. इसी को अब सियासी हवा दी जा रही है. रामबाबू तिवारी का कहना है कि एक साजिश के तहत जमशेदपुर (पूर्वी) के विधायक सरयू राय उन पर आरोप लगा रहे हैं.
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वहीं दूसरी इन आरोपों का खंडन करते हुए भारतीय जनतंत्र मोर्चा के संयोजक सुबोध श्रीवास्तव ने कहा कि यहां की जनता वहां के तत्कालीन विधायक और उनके समर्थकों के आतंक से त्रस्त हो चुके थे और इसी का नतीजा निकला कि जमशेदपुर (पूर्वी) की जनता ने सरयू राय को वोट देकर जीत दिलाई. उन्होंने कहा कि अब जमशेदपुर (पूर्वी) विधानसभा में विकास हो रहा है तो वहा के लोगों को पच नहीं रहा है. जहां तक आने जाने का सवाल है कोई कही भी आ जा सकता हैं. लेकिन जब आप राष्ट्रीय दल में हों तो दल का सम्मान रखना होगा.
सुबोध श्रीवास्तव ने कहा कि वे कब से दीन दयाल उपाध्याय के उपासक हो गए वे तो भाजपा में आने के पहले एनएसयूआई के बर्मामाइंस के अध्यक्ष थे. वे तो आज भी कांग्रेस शैली में रहते हैं. उन्होंने कहा कि जमशेदपुर में भाजपा की स्थिति सिर्फ इन लोगों के कारण ही हुआ है. अगर वे लोग इसे नहीं सुधारेंगे तो दिन पर दिन भाजपा की और दुर्गति होगी. इसलिए रामबाबू तिवारी को सलाह है वे बयानबाजी से ज्यादा भाजपा कैसे आगे बढ़े उस पर कार्य करें