दुमका: जिले के जामा प्रखंड अंतर्गत नकटी गांव में सोमवार शाम एक अर्द्धविक्षिप्त युवक बच्चा चोरी के शक में मॉब लिंचिंग का शिकार होते-होते बच गया. दरअसल, बच्चा चोर का हो हल्ला सुनकर भीड़ जुट गई थी और युवक को खदेड़कर पकड़ लिया गया था.
जानकारी के अनुसार जामा प्रखंड के नकटी और बलमडीह गांव में कुछ दिन पहले कुछ किसानों का मोटर चोरी हो गया था. इधर सोमवार को रंजीत मंडल नामक एक अर्द्धविक्षिप्त युवक को गांव में अनजान समझकर लोगों ने पूछताछ करना शुरू कर दिया. मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण रंजीत अपने बारे में बताने में असमर्थ था. जिसके बाद हो हल्ला के बीच कुछ ग्रामीणों ने उसके साथ मारपीट शुरू कर दी. इस दौरान गांव में बच्चा चोर पकड़ाने की अफवाह भी फैल गई. जिसके बाद सैकड़ो ग्रामीण मौके पर जुट गए. इधर मामले की नजाकत को समझते हुए कुछ समझदार लोगों ने इसकी सूचना गांव के चौकीदार को दी. जिसके बाद विक्षिप्त की जान बच पाया.
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इधर जानकारी मिलने के बाद मंगलवार को पीड़ित युवक रंजीत मंडल के माता पिता दुमका पहुंचे. परिजनों ने बताया कि वह रामगढ़ प्रखंड के लखनपुर गांव के निवासी हैं. परिजनों के अनुसार रंजीत 2 दिन पहले घर से बिना बताए निकल गया था. उसका इलाज भी चल रहा है. 2 दिनों से दवाई नहीं खाने की वजह से उनकी मानसिक स्थिति बिगड़ गई थी और वह भटककर यहां पहुंच गया. इधर रंजीत को सही सलामत देखकर उसके माता-पिता ने जामा थाना प्रभारी सहित सभी को धन्यवाद दिया.