दुमका: मनरेगा में लगातार हो रही अनियमितताओं को देखते हुए कुछ महीने पहले दुमका में जिलास्तर मनरेगा लोकपाल नियुक्त किये गए लेकिन, लोकपाल का पद संभालने वाला ही अगर भ्रष्टाचार में लिप्त हो जाये तो सिस्टम का चरमराना तय है. कुछ ऐसा ही वाक्या दुमका में देखने को मिल रहा है. मामला रानीश्वर प्रखंड में डोभा के ऊपर तालाब बनाने के मामले को रफादफा करने को लेकर है.
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क्या है पूरा मामला: जिला के रानीश्वर प्रखंड में मनरेगा के तहत तालाब निर्माण में जेसीबी का इस्तेमाल और डोभा के ऊपर तालाब बनाने के मामले का लीपापोती करने को लेकर दुमका के मनरेगा लोकपाल राजेंद्र प्रसाद साह का एक बिचौलिए के साथ एक ऑडियो वायरल हो रहा है. लोकपाल यहां के एक बिचौलिया से पैसा लेकर डोभा के ऊपर बने तालाब के मामले को मैनेज कर रहे हैं. वायरल ऑडियो लगभग पांच मिनट का है. जहां बांग्ला भाषा में लोकपाल और बिचौलिया के बीच एक मामले को मैनेज करने के एवज में अधिक राशि मांगने और पैसा लौटाने की भी बातचीत है. हालांकि ईटीवी भारत इस वायरल ऑडियो की पुष्टि नहीं करता.
मनरेगा लोकपाल और बिचौलिए के बीच के ऑडियो में क्या है: बांग्ला भाषा के वायरल ऑडियो में बिचौलिया बोल रहा है कि तालाब निर्माण के लाभुक रानी सोरेन का तालाब का शोकॉज कर दिए, जिस तालाब निर्माण में जेसीबी मशीन चला था. लोकपाल बिचौलिया को अश्वाशन देते हैं कि सब ठीक हो जाएगा लेकिन वह इसे कानूनी तरीके से ही सुलझाएंगे. 20 तारीख के बाद बीडीओ, बीपीओ, कनीय अभियंता और रोजगार सेवक रहेगा. सभी से बात हो चुकी है फिर आपका मामला ठीक हो जाएगा. बिचौलिया लोकपाल को बोलता है कि आप 1 लाख रुपये मांग रहे हैं कैसे दे पाएंगे. एक तालाब निर्माण में कितना लाभ होता है. इसपर लोकपाल धमकाते हैं कि जेल चले जाओगे तो कोर्ट कचहरी में पांच लाख रुपये खर्च हो जाएंगे. इस ऑडियो में बिचौलिया लोकपाल को 8 हजार रुपये देने की बात कह रहा है. यह बात सुनते ही लोकपाल भड़क कर बोल रहा है कि पैसे वापस चाहिए तो दे देंगे. रिकॉडिंग में बिचौलिया साफ बोल रहा की आपको पैसा दिए हैं, काम नहीं हुआ तो डीसी के पास शिकायत करेंगे.
उप विकास आयुक्त ने कार्रवाई की कही बात: दुमका के उप विकास आयुक्त कर्ण सत्यार्थी (Dumka DDC) को इस वायरल ऑडियो की जानकारी मिली है. जिसके बाद उन्होंने इसकी जांच कर कार्रवाई करने की बात कही है.