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गर्मी की आमदः खराब चापाकल से परेशान ग्रामीण, पानी की समस्या से निपटने के लिए तैयारी में विभाग - दुमका न्यूज

दुमका में पानी की समस्या से लोग परेशान हैं. ग्रामीणों का कहना है कि अभी गर्मी की शुरूआत भी नहीं हुई है और पानी की दिक्कतें शुरू हो गई है. वहीं, पेयजल विभाग के अभियंता का कहना है कि खराब चापाकलों की सूची बना ली गई है.

water problem in dumka
दुमका में पानी की समस्या
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Published : Feb 22, 2021, 2:14 PM IST

Updated : Feb 22, 2021, 3:23 PM IST

दुमका: सर्दी का मौसम लगभग समाप्त होने वाला है और ग्रीष्म ऋतु दस्तक देने वाली है. ऐसे में दुमका जिला जो पठारी क्षेत्र माना जाता है, यहां गर्मी के दिनों में कुएं, तालाब, नदियां सूख जाती हैं. यहां पेयजल का एकमात्र सहारा चापाकल होता है. जिला में कुल 23 हजार 500 चापाकल है, जिसमें 4 हजार 500 खराब पड़े हैं. मतलब कुल 20% चापाकल खराब है. अब जरूरी है कि खराब चापाकल की मरम्मति हो और जिसकी मरम्मति नहीं हो सकती उसकी जगह नए चापाकल लगाया जाएं.

ये भी पढ़ें- पेट्रोल, डीजल पर टैक्स घटाने को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा, केंद्र पहल करे तो राज्य सरकार भी नहीं हटेगी पीछे

प्रखंड स्तर पर चापाकल की क्या है स्थिति-

क्रमप्रखंडकुलचापाकल खराब
1. दुमका सदर 2614 454
2 .मसलिया 2490 368
3. जामा 3349 666
4रामगढ़ 2585 450
5 .जरमुंडी 3007 569
6 . सरैयाहाट 2642 645
7 . गोपीकांदर 975 178
8 . काठीकुंड 1507 293
9 .रानीश्वर 2155 518
10 . शिकारीपाड़ा 2219 368


खराब चापाकल की वजह से परेशान हैं ग्रामीण
हजारों चापाकल के खराब होने से ग्रामीण इलाकों में पानी की समस्या अभी से शुरू हो गई है. कहीं-कहीं जलस्तर नीचे जाने से काफी मशक्कत के बाद पानी निकलता है. लोगों का कहना है कि हमें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. हमें पानी चाहिए, हमारे गांव में चापाकल खराब है, साथ ही कई ऐसे भी चापाकल है जिससे काफी कम पानी निकलता है. वो प्रशासन से इसे जल्द ठीक कराने की मांग की है.

देखें पूरी खबर


क्या कहते हैं पेयजल विभाग के अभियंता
ग्रामीण क्षेत्र के खराब पड़े चापाकल को ठीक करने के मामले में पेयजल विभाग अभी से एक्सरसाइज शुरू कर दिया है. जिला पेयजल विभाग के कार्यपालक अभियंता मनोज कुमार चौधरी ने बताया कि खराब चापाकलों की सूची बना ली गई है. इसमें से अधिकांश ऐसे हैं जिसकी मरम्मत की जा रही है और लगभग 1000 चापाकल ऐसे हैं जो अब ठीक नहीं किए जा सकता. जो ठीक होने के लायक चापाकल हैं उसे बहुत ठीक कर दिया जाएगा. साथ ही साथ उन्होंने यह भी जानकारी दी है कि जिला के 206 पंचायत में प्रति पंचायत पांच नए चापाकल लगाए जा रहे हैं, जिसका निविदा हो चुकी है. पेयजल विभाग के अभियंता खराब चापाकल की मरम्मत की बात कह रहे हैं. इसकी शुरूआत जल्द होनी चाहिए ताकि गर्मी के दिन में गरीब जनता शुद्ध पेयजल आसानी से प्राप्त कर सके, उन्हें घड़ा और बाल्टी लेकर इधर-उधर भटकना ना पड़े.

दुमका: सर्दी का मौसम लगभग समाप्त होने वाला है और ग्रीष्म ऋतु दस्तक देने वाली है. ऐसे में दुमका जिला जो पठारी क्षेत्र माना जाता है, यहां गर्मी के दिनों में कुएं, तालाब, नदियां सूख जाती हैं. यहां पेयजल का एकमात्र सहारा चापाकल होता है. जिला में कुल 23 हजार 500 चापाकल है, जिसमें 4 हजार 500 खराब पड़े हैं. मतलब कुल 20% चापाकल खराब है. अब जरूरी है कि खराब चापाकल की मरम्मति हो और जिसकी मरम्मति नहीं हो सकती उसकी जगह नए चापाकल लगाया जाएं.

ये भी पढ़ें- पेट्रोल, डीजल पर टैक्स घटाने को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा, केंद्र पहल करे तो राज्य सरकार भी नहीं हटेगी पीछे

प्रखंड स्तर पर चापाकल की क्या है स्थिति-

क्रमप्रखंडकुलचापाकल खराब
1. दुमका सदर 2614 454
2 .मसलिया 2490 368
3. जामा 3349 666
4रामगढ़ 2585 450
5 .जरमुंडी 3007 569
6 . सरैयाहाट 2642 645
7 . गोपीकांदर 975 178
8 . काठीकुंड 1507 293
9 .रानीश्वर 2155 518
10 . शिकारीपाड़ा 2219 368


खराब चापाकल की वजह से परेशान हैं ग्रामीण
हजारों चापाकल के खराब होने से ग्रामीण इलाकों में पानी की समस्या अभी से शुरू हो गई है. कहीं-कहीं जलस्तर नीचे जाने से काफी मशक्कत के बाद पानी निकलता है. लोगों का कहना है कि हमें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. हमें पानी चाहिए, हमारे गांव में चापाकल खराब है, साथ ही कई ऐसे भी चापाकल है जिससे काफी कम पानी निकलता है. वो प्रशासन से इसे जल्द ठीक कराने की मांग की है.

देखें पूरी खबर


क्या कहते हैं पेयजल विभाग के अभियंता
ग्रामीण क्षेत्र के खराब पड़े चापाकल को ठीक करने के मामले में पेयजल विभाग अभी से एक्सरसाइज शुरू कर दिया है. जिला पेयजल विभाग के कार्यपालक अभियंता मनोज कुमार चौधरी ने बताया कि खराब चापाकलों की सूची बना ली गई है. इसमें से अधिकांश ऐसे हैं जिसकी मरम्मत की जा रही है और लगभग 1000 चापाकल ऐसे हैं जो अब ठीक नहीं किए जा सकता. जो ठीक होने के लायक चापाकल हैं उसे बहुत ठीक कर दिया जाएगा. साथ ही साथ उन्होंने यह भी जानकारी दी है कि जिला के 206 पंचायत में प्रति पंचायत पांच नए चापाकल लगाए जा रहे हैं, जिसका निविदा हो चुकी है. पेयजल विभाग के अभियंता खराब चापाकल की मरम्मत की बात कह रहे हैं. इसकी शुरूआत जल्द होनी चाहिए ताकि गर्मी के दिन में गरीब जनता शुद्ध पेयजल आसानी से प्राप्त कर सके, उन्हें घड़ा और बाल्टी लेकर इधर-उधर भटकना ना पड़े.

Last Updated : Feb 22, 2021, 3:23 PM IST
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