दुमकाः उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर टूटने की वजह से हुई घटना में जरमुंडी प्रखंड के पहरीडीह गांव के दो और मजदूरों के शव मिलने से गांव में मातम पसर गया है. प्रकृति के कहर की इस घटना के बाद लापता लोगों की खोजबीन के दौरान कुछ और शव मिले हैं, जिसमें गांव के उपेंद्र सिंह और सर्किल सिंह का शव भी मिला है. बीते दिन इस गांव के तारणी सिंह और रोहित सिंह का भी शव मिला था. आज दो और शवों के मिलने के बाद अब तक पहरीडीह गांव के चार मजदूरों के काल के गाल में समा जाने की सूचना है, जबकि कुछ और गायब हुए मजदूरों की खोजबीन जारी है.
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मौत की खबर मिलते ही मृत मजदूरों के परिजनों के रोने बिलखने की आवाज से पूरा गांव गमगीन हो गया है. रोजगार की तलाश में जरमुंडी प्रखंड के पहरीडीह गांव के लगभग बीस मजदूर भारत-चीन बॉर्डर पर सीमा सड़क संगठन में सड़क निर्माण कार्य करने उत्तराखंड गए थे. वहां 23 अप्रैल की रात अचानक ग्लेशियर फट जाने से झारखंड के विभिन्न जिलों के कई मजदूरों की मौत हो गई और कई लापता हो गए हैं.
ऐसे में सवाल यह उठता है कि अगर लोगों को अपने आस-पास ही रोजगार मिल जाता तो ये लोग परिवार पालने के लिए रोजगार की तलाश में अपना परिवार छोड़कर हजारों किलोमीटर दूर काम करने नहीं जाते और ऐसी घटना के शिकार नहीं होते.