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मसानजोर डैम पर प्रतिदिन पहुंच रहे हजारों सैलानी, सैकड़ों लोगों को मिल रहा रोजगार

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Published : Jan 3, 2020, 5:58 PM IST

दुमका का मसानजोर डैम काफी प्रसिद्ध है. नववर्ष के 15 दिनों तक यहां झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल से पर्यटक काफी संख्या में आते हैं और काफी एंजॉय करते हैं.

मसानजोर डैम
Masanjor Dam in dumka

दुमका: झारखंड की उपराजधानी दुमका मयूराक्षी नदी पर अवस्थित है. यहां मसानजोर डैम है, जिसके चारों ओर की प्राकृतिक दृश्य इतनी खूबसूरत है कि हजारों सैलानी रोजाना इसे देखने के लिए यहां पहुंचते हैं.

देखें पूरी खबर

यहां काफी एंजॉय करते हैं पर्यटक
मसानजोर डैम के चारों ओर ऊंचे-ऊंचे पहाड़, खूबसूरत वादियां, आकर्षक पार्क, कलकल बहती मयूराक्षी नदी का पानी यहां की खूबसूरती में चार चांद लगाते हैं. खासतौर पर नववर्ष के 15 दिनों तक यहां झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल से पर्यटक काफी संख्या में आते हैं और यहां काफी एंजॉय करते हैं. लोग वोटिंग का लूप्त उठाते हैं, पिकनिक मनाते हैं और पूरे साल के लिए एक पॉजिटिव एनर्जी प्राप्त कर खुशी-खुशी अपने घर लौटते हैं.

ये भी पढ़ें-पाकुड़ में झारखंड-बंगाल सीमा पर बंगाल के उपद्रवियों ने मचाया बवाल, दोनों राज्यों की पुलिस कर रही कैंप

बोटिंग की शुरुआत
मसानजोर आए सैलानियों ने ईटीवी भारत से अपना अनुभव शेयर किया. पर्यटकों ने कहा कि यहां आकर उन्हें काफी अच्छा लगा और यहां की प्राकृती को वे काफी इंजॉय किए. सैलानी इस स्थल की काफी प्रशंसा करते नजर आए. पिछले साल से यहां वोटिंग का शुरुआत किया गया था, जिसका लोग खूब आनंद उठाते हैं.

रोजी-रोटी का साधन
मसानजोर डैम आकर पर्यटक आनंद तो उठाते ही हैं, साथ ही यहां आने वाले पर्यटकों की वजह से सैकड़ों लोगों को रोजगार प्राप्त होता है. स्थानीय और दूर-दराज के लोग भी यहां आकर अपना व्यापार कर अच्छा मुनाफा कमा कर आजीविका प्राप्त करते हैं. दुकानदारों का कहना है कि यह सैलानी ही उनके रोजी-रोटी का साधन है.

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काफी संख्या में आएंगे सैलानी
अभी इस पर्यटन स्थल पर बिहार, पश्चिम बंगाल और झारखंड के सैलानी आते हैं. अगर इस प्रसिद्ध पर्यटन स्थल को सरकारी स्तर पर और विकसित कर दिया गया तो पूरे देश के पर्यटन मानचित्र पर इसका महत्वपूर्ण स्थान हो सकता है, जिससे काफी संख्या में यहां सैलानी आएंगे, जिससे रोजगार के भी नए-नए अवसर पैदा होंगे.

दुमका: झारखंड की उपराजधानी दुमका मयूराक्षी नदी पर अवस्थित है. यहां मसानजोर डैम है, जिसके चारों ओर की प्राकृतिक दृश्य इतनी खूबसूरत है कि हजारों सैलानी रोजाना इसे देखने के लिए यहां पहुंचते हैं.

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यहां काफी एंजॉय करते हैं पर्यटक
मसानजोर डैम के चारों ओर ऊंचे-ऊंचे पहाड़, खूबसूरत वादियां, आकर्षक पार्क, कलकल बहती मयूराक्षी नदी का पानी यहां की खूबसूरती में चार चांद लगाते हैं. खासतौर पर नववर्ष के 15 दिनों तक यहां झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल से पर्यटक काफी संख्या में आते हैं और यहां काफी एंजॉय करते हैं. लोग वोटिंग का लूप्त उठाते हैं, पिकनिक मनाते हैं और पूरे साल के लिए एक पॉजिटिव एनर्जी प्राप्त कर खुशी-खुशी अपने घर लौटते हैं.

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बोटिंग की शुरुआत
मसानजोर आए सैलानियों ने ईटीवी भारत से अपना अनुभव शेयर किया. पर्यटकों ने कहा कि यहां आकर उन्हें काफी अच्छा लगा और यहां की प्राकृती को वे काफी इंजॉय किए. सैलानी इस स्थल की काफी प्रशंसा करते नजर आए. पिछले साल से यहां वोटिंग का शुरुआत किया गया था, जिसका लोग खूब आनंद उठाते हैं.

रोजी-रोटी का साधन
मसानजोर डैम आकर पर्यटक आनंद तो उठाते ही हैं, साथ ही यहां आने वाले पर्यटकों की वजह से सैकड़ों लोगों को रोजगार प्राप्त होता है. स्थानीय और दूर-दराज के लोग भी यहां आकर अपना व्यापार कर अच्छा मुनाफा कमा कर आजीविका प्राप्त करते हैं. दुकानदारों का कहना है कि यह सैलानी ही उनके रोजी-रोटी का साधन है.

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काफी संख्या में आएंगे सैलानी
अभी इस पर्यटन स्थल पर बिहार, पश्चिम बंगाल और झारखंड के सैलानी आते हैं. अगर इस प्रसिद्ध पर्यटन स्थल को सरकारी स्तर पर और विकसित कर दिया गया तो पूरे देश के पर्यटन मानचित्र पर इसका महत्वपूर्ण स्थान हो सकता है, जिससे काफी संख्या में यहां सैलानी आएंगे, जिससे रोजगार के भी नए-नए अवसर पैदा होंगे.

Intro:दुमका -
झारखंड की उपराजधानी दुमका मयूराक्षी नदी पर अवस्थित है मसानजोर डैम । मसानजोर डैम के चारों ओर की प्राकृतिक छटा इतनी खूबसूरत है कि हजारों सैलानी उसे देखने प्रतिदिन यहां पहुंचते हैं । चारों ओर ऊंचे - ऊंचे पहाड़ , खूबसूरत वादियां , आकर्षक पार्क , कलकल बहती मयूराक्षी नदी यहां की खूबसूरती में चार चांद लगाते हैं । खासतौर पर नववर्ष के 15 दिनों तक यहां झारखंड , बिहार , पश्चिम बंगाल से पर्यटक काफी संख्या में आते हैं । वे यहां आकर काफी इंजॉय करते हैं । वोटिंग करते हैं । पिकनिक मनाते हैं और पूरे वर्ष के लिए एक पॉजिटिव एनर्जी प्राप्त कर खुशी-खुशी अपने घर लौटते हैं ।


Body:पर्यटकों का है कहना - काफी आनंद आया ।
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मसानजोर आए सैलानियों ने ईटीवी भारत से अपना अनुभव शेयर किया । पर्यटकों ने कहा कि यहां कर उन्हें काफी अच्छा लगा और यहां की प्राकृतिक छंटा को उन्होंने काफी इंजॉय किया है । वे यहां की काफी प्रशंसा करते नजर आए । पिछले साल से यहां वोटिंग भी शुरू हुआ है उसमें भी लोग मसानजोर डैम का आनंद उठाते हैं ।

बाईट - इशिता मल्लिक , सैलानी
बाईट - पल्लवी , सैलानी
बाईट - मनोरंजन , सैलानी
बाईट - झुमकी , सैलानी


Conclusion:सैकड़ों लोगों को मिलता है रोजगार ।
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मसानजोर डैम में आकर पर्यटक तो आनंद उठाते ही हैं । यहां आने वाले पर्यटकों की वजह से सैकड़ों लोगों को रोजगार प्राप्त होता है । स्थानीय और दूर-दराज के लोग भी यहां आकर अपना व्यापार कर अच्छा मुनाफा कमा कर आजीविका प्राप्त करते हैं । दुकानदारों का कहना है कि यह सैलानी ही हमारे रोजी-रोटी का साधन है ।

बाईट - रामजीवन , दुकानदार
बाईंट - जयंत , बोट संचालक

फाईनल वीओ -
दुमका के इस प्रसिद्ध पर्यटन स्थल को अगर सरकारी स्तर पर और विकसित किया जाए तो अभी जिस तरह बिहार पश्चिम बंगाल , झारखंड के सैलानी यहां आते हैं तो इसके विकसित हो जाने पर पूरे देश के पर्यटन मानचित्र पर इसका महत्वपूर्ण स्थान हो सकता है । जिससे काफी संख्या में यहां सैलानी तो आएंगे। इससे रोजगार के भी नए नए अवसर पैदा होंगे ।

मनोज केशरी
ईटीवीभारत
दुमका
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