दुमका: जिले के एक मात्र आंख के अस्पताल में डॉक्टर नहीं होने से मरीजों को काफी परेशानी हो रही है. हालांकि सूबे का स्वास्थ्य महकमा इससे बा-खबर है.
मरीजों की नहीं हो पाती नेत्र सर्जरी
यहां पर जिन डॉक्टर की पोस्टिंग थी वो अब रिटायर हो चुके हैं, लेकिन अब तक किसी अन्य डॉक्टर की पोस्टिंग नहीं हुई है. साधारण मरीज का इलाज तो नेत्र सहायक कर देते हैं, लेकिन जिनकी स्थिति थोड़ी गंभीर होती है या फिर जिन्हें सर्जरी की आवश्यकता होती है, उनका इलाज यहां नहीं हो पाता. नेत्र सहायक उन्हें दूसरे अस्पताल जाने की सलाह देते हैं.
यह भी पढ़ें- पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का निधन, पूरे देश में शोक की लहर, ट्वीट कर मंत्री और नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
नेत्र सहायक नहीं कर पाते स्पेशलिस्ट डॉक्टर का काम
इस मुद्दे को लेकर नेत्र सहायक का कहना है कि हम अपनी ड्यूटी पूरी तरह से निभा रहे हैं. हालांकि जो काम स्पेशलिस्ट डॉक्टर का है, वो हम कैसे कर सकते हैं.
सिविल सर्जन का क्या है कहना
दूसरी ओर, सिविल सर्जन डॉ. अनंत कुमार झा कहाना है कि जो डॉक्टर यहां पदस्थापित रहे उनके रिटायरमेंट के पहले ही उन्होंने विभाग को सूचित कर दिया था. इसके बावजूद अब तक यहां किसी की नियुक्ती नहीं की गई. उन्होंने बताया कि अब इस अस्पताल को दुमका मेडिकल कॉलेज के साथ टैग कर दिया गया है. इसके लिए आई सर्जन की बहाली भी हुई है. जल्द ही अस्पताल में नए चिकित्सक कार्यभार संभालेंगे.