दुमका: मॉब लिंचिंग घटना की जांच शुरू हो गई है. मृतक के पुत्र संदीप यादव ने थाने में मामला दर्ज कराया है. तालझारी थाने में 200 से 250 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है (FIR Against Unknown People in Dumka mob lynching case). परिजनों के अनुसार सुरेश यादव की हत्या साजिश के तहत की गई है. दरअसल तालझारी थाना क्षेत्र के कपरजोरा गांव में रविवार को सुरेश यादव (उम्र 40 वर्ष) नामक शख्स को चोर बताकर पेड़ से बांधकर ग्रामीणों ने पीट-पीट कर मार डाला था. मृतक सरैयाहाट थाना क्षेत्र के अमघट्टा गांव का रहने वाला था.
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सदर पुलिस इंस्पेक्टर बनाये गए केस के आईओ: दुमका एसपी अंबर लकड़ा ने बताया कि इस केस के अनुसंधान का जिम्मा सदर अंचल के पुलिस निरीक्षक देवव्रत पोद्दार को दी गई है. जानकारी के मुताबिक मॉब लिंचिंग की ऐसी घटनाओं का इन्वेस्टिगेशन (Dumka Mob lynching incident Investigation) इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारी द्वारा किया जाता है. दरअसल रविवार को सुरेश यादव कपरजोरा गांव में मुकेश यादव नामक ग्रामीण घर के अंदर घुस गया था, जहां मुकेश की पत्नी ने उसे देख लिया और हल्ला मचाने लगी. उसके बाद ग्रामीण एकत्रित हुए और दौड़ाकर उसे पकड़ लिया. फिर एक पेड़ में बांधकर इतना पीटा कि उसकी मौत हो गई.
आपराधिक चरित्र का था सुरेश: दुमका एसपी अंबर लकड़ा (Dumka SP Amber Lakra) ने जानकारी दी कि भीड़ ने जिस सुरेश यादव नामक शख्स को पीट-पीटकर मार डाला है, वह आपराधिक चरित्र का था. उसके खिलाफ पहले से कई मामले अलग-अलग थानों में लंबित हैं. इसके साथ ही वह महिलाओं के साथ छेड़खानी भी किया करता था. धारा 376 में वह जेल भी जा चुका है. एसपी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और जल्द किसी ठोस नतीजे पर पहुंचा जाएगा.