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दुमका समाहरणालय के सामने छात्र-छात्राओं का बेमियादी धरना, हॉस्टल में अव्यवस्था के खिलाफ चूल्हा-बर्तन के साथ प्रदर्शन - ईटीवी भारत न्यूज

दुमका में सरकारी छात्रावास में अव्यवस्था है. इसके विरोध में अब स्कूली छात्र-छात्राओं ने मोर्चा खोल दिया है. रसोइया और सीट बढ़ोतरी की मांग को लेकर सैकड़ों की संख्या में छात्र-छात्रा जिला समाहरणालय के सामने धरना दिया. school children protest in Dumka.

students protest to demanding cook and increasing seats in government hostels in Dumka
दुमका में सरकारी छात्रावासों में रसोईया और सीट बढ़ोतरी की मांग को लेकर बच्चों का धरना
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Oct 16, 2023, 2:33 PM IST

Updated : Oct 16, 2023, 2:41 PM IST

दुमका समाहरणालय के सामने छात्र-छात्राओं का बेमियादी धरना

दुमकाः झारखंड सरकार की कल्याण विभाग द्वारा संचालित छात्रावास में रसोइया और सीट बढ़ोतरी की मांग लगातार हो रही है. इसको लेकर सोमवार को हॉस्टल के सैकड़ों छात्र-छात्रा समाहरणालय पहुंचे और गेट के सामने अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए. विरोध प्रदर्शन के लिए ये अपने साथ चूल्हा बर्तन भी लाये हैं.

इसे भी पढे़ं- सरकारी सुविधा से वंचित आदिवासी छात्रावास, छात्रों को करना पड़ रहा परेशानी का सामना

हमारी मांगों को किया जा रहा नजरअंदाजः दुमका में समाहरणालय परिसर के सामने अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे छात्र-छात्रा अपने साथ किताब कॉपी भी लेकर आए हैं. वे यहां पढ़ाई भी कर रहे हैं. उनका कहना है कि हम लोग लंबे समय से रसोइया, रात्रि प्रहरी के साथ-साथ छात्रावास में सीटों को बढ़ाने के लिए आवाज उठा रहे हैं पर हमारी मांगों को नजरअंदाज किया जा रहा है. इसलिए जब तक हम लोगों की मांगें पूरी नहीं होंगी हम यहीं पर बैठे रहेंगे, पढ़ाई लिखाई भी करेंगे और यहीं पर खाना बनाकर खाएंगे.

रसोइया नहीं रहने से हो चुकी है कई दुर्घटनाएंः छात्राओं का कहना है कि सरकारी छात्रावास में रसोइया नहीं रहने की वजह से हमें काफी परेशानी हो रही है, हमारा काफी वक्त खाना बनाने में ही बीत जाता है. उनका कहना है कि हाल के दिनों में खाना बनाने के दौरान आग लगने की कई दुर्घटनाएं भी हुई हैं. जिसमें कई छात्राएं झुलस गईं और उनके कई जरूरी कागजात के साथ अन्य सामान भी जल गये. इतना कुछ होने के बावजूद आज तक हमें रसोइया नहीं दिया जा रहा है. छात्र-छात्राओं का कहना है कि हमारे छात्रावास में रात्रि प्रहरी नहीं है, इस वजह से असामाजिक तत्व हॉस्टल में प्रवेश कर जाते हैं. इस पर सरकार और जिला प्रशासन को ध्यान देने की आवश्यकता है.

छात्र नेताओं में दिखा आक्रोशः जिला समाहरणालय के सामने धरना दे रहे छात्र नेताओं में काफी आक्रोश दिखा. उनका कहना है कि हेमंत सरकार अपने आपको आदिवासी हितों वाली बताती है पर आज आदिवासी-दलित छात्र-छात्राओं को काफी परेशानी हो रही है पर उनका ध्यान इस ओर नहीं है. उनका कहना है कि अगर हम स्टूडेंट्स अपने हॉस्टल की आधारभूत संरचना को लेकर इस तरह से परेशान रहेंगे तो पढ़ाई कैसे कर पाएंगे. इसलिए जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होती है हम यहीं पर डटे रहेंगे.

दुमका समाहरणालय के सामने छात्र-छात्राओं का बेमियादी धरना

दुमकाः झारखंड सरकार की कल्याण विभाग द्वारा संचालित छात्रावास में रसोइया और सीट बढ़ोतरी की मांग लगातार हो रही है. इसको लेकर सोमवार को हॉस्टल के सैकड़ों छात्र-छात्रा समाहरणालय पहुंचे और गेट के सामने अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए. विरोध प्रदर्शन के लिए ये अपने साथ चूल्हा बर्तन भी लाये हैं.

इसे भी पढे़ं- सरकारी सुविधा से वंचित आदिवासी छात्रावास, छात्रों को करना पड़ रहा परेशानी का सामना

हमारी मांगों को किया जा रहा नजरअंदाजः दुमका में समाहरणालय परिसर के सामने अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे छात्र-छात्रा अपने साथ किताब कॉपी भी लेकर आए हैं. वे यहां पढ़ाई भी कर रहे हैं. उनका कहना है कि हम लोग लंबे समय से रसोइया, रात्रि प्रहरी के साथ-साथ छात्रावास में सीटों को बढ़ाने के लिए आवाज उठा रहे हैं पर हमारी मांगों को नजरअंदाज किया जा रहा है. इसलिए जब तक हम लोगों की मांगें पूरी नहीं होंगी हम यहीं पर बैठे रहेंगे, पढ़ाई लिखाई भी करेंगे और यहीं पर खाना बनाकर खाएंगे.

रसोइया नहीं रहने से हो चुकी है कई दुर्घटनाएंः छात्राओं का कहना है कि सरकारी छात्रावास में रसोइया नहीं रहने की वजह से हमें काफी परेशानी हो रही है, हमारा काफी वक्त खाना बनाने में ही बीत जाता है. उनका कहना है कि हाल के दिनों में खाना बनाने के दौरान आग लगने की कई दुर्घटनाएं भी हुई हैं. जिसमें कई छात्राएं झुलस गईं और उनके कई जरूरी कागजात के साथ अन्य सामान भी जल गये. इतना कुछ होने के बावजूद आज तक हमें रसोइया नहीं दिया जा रहा है. छात्र-छात्राओं का कहना है कि हमारे छात्रावास में रात्रि प्रहरी नहीं है, इस वजह से असामाजिक तत्व हॉस्टल में प्रवेश कर जाते हैं. इस पर सरकार और जिला प्रशासन को ध्यान देने की आवश्यकता है.

छात्र नेताओं में दिखा आक्रोशः जिला समाहरणालय के सामने धरना दे रहे छात्र नेताओं में काफी आक्रोश दिखा. उनका कहना है कि हेमंत सरकार अपने आपको आदिवासी हितों वाली बताती है पर आज आदिवासी-दलित छात्र-छात्राओं को काफी परेशानी हो रही है पर उनका ध्यान इस ओर नहीं है. उनका कहना है कि अगर हम स्टूडेंट्स अपने हॉस्टल की आधारभूत संरचना को लेकर इस तरह से परेशान रहेंगे तो पढ़ाई कैसे कर पाएंगे. इसलिए जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होती है हम यहीं पर डटे रहेंगे.

Last Updated : Oct 16, 2023, 2:41 PM IST
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