ETV Bharat / state

नक्सली छोड़े हिंसा और करें सरेंडर, वरना कर देंगे खात्मा: SP - Dumka News

दुमका में सोमवार को 6 नक्सलियों के सरेंडर के बाद पुलिस और चुस्त दुरुस्त नजर आ रही है. मंगलवार को दुमका एसपी कार्यालय में पुलिस अधिकारियों की एक बैठक आयोजित कर आगे की रणनीति पर विचार किया गया. दुमका स्थित एसएसबी की 35 वीं बटालियन के कमांडेंट परीक्षित का कहना है कि नक्सली हिंसा का रास्ता छोड़ दें, नहीं तो हम पुलिस के साथ संयुक्त कार्रवाई कर उनका खात्मा कर देंगे.

दुमका एसपी ने नक्सलियों को दी चेतावनी
author img

By

Published : Jun 18, 2019, 5:28 PM IST

दुमका: जिले में पिछले एक दशक से नक्सली गतिविधियां जोरों पर हैं. एसपी समेत कई पुलिसकर्मी शहीद हुए. इसको लेकर 4 साल पहले दुमका में एसएसबी को पदास्थापित किया गया. इसके बाद नक्सलियों के खिलाफ कई सफलता मिली. इसी कड़ी में सोमवार 17 जून को 6 हार्डकोर नक्सलियों का आत्मसमपर्ण हुआ, लेकिन पुलिस फाइल में अभी भी कई नक्सली हैं जो सक्रिय हैं. इन नक्सलियों ने 15 दिन पहले एसएसबी के जवानों को निशाना बनाया, जिसमें 1 जवान की मौत और 3 घायल हुए.

वीडियो में देखें पूरी खबर

जानकारी के मुताबिक, दुमका में अभी गिरिडीह के विजय दा और निशिकांत का दस्ता सक्रिय है. इनके खात्मे के लिए जिला पुलिस और एसएसबी अब संयुक्त रणनीति पर काम कर रही है. सुरक्षाबलों का प्रयास है कि नक्सली आत्मसमर्पण करें और समाज की मुख्य धारा में जुड़ें. अगर वो हिंसा के रास्ते में चलना चाहते हैं, तो उनके साथ सख्ती बरती जाएगी.
क्या कहते हैं एसपी और एसएसबी के कमांडेंट

दुमका में सोमवार को 6 नक्सलियों के सरेंडर के बाद पुलिस और चुस्त दुरुस्त नजर आ रही है. मंगलवार को दुमका एसपी कार्यालय में पुलिस अधिकारियों की एक बैठक आयोजित कर आगे की रणनीति पर गहन विचार किया गया. दुमका स्थित एसएसबी की 35 वीं बटालियन के कमांडेंट परीक्षित का कहना है कि नक्सली हिंसा का रास्ता छोड़ दें, नहीं तो हम पुलिस के साथ संयुक्त कार्रवाई कर उनका खात्मा कर देंगे.

वहीं, दुमका एसपी वाईएस रमेश का कहना है कि अब हमारा सूचना तंत्र काफी मज़बूत हो गया है. हमारे पास काफी सूचनाएं आ रही हैं. आने वाले दिनों में कई नक्सली सरेंडर कर सकते हैं. उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगर नक्सली हिंसा का रास्ता नहीं छोड़ते हैं तो उनका हश्र सिर्फ मौत है.

दुमका: जिले में पिछले एक दशक से नक्सली गतिविधियां जोरों पर हैं. एसपी समेत कई पुलिसकर्मी शहीद हुए. इसको लेकर 4 साल पहले दुमका में एसएसबी को पदास्थापित किया गया. इसके बाद नक्सलियों के खिलाफ कई सफलता मिली. इसी कड़ी में सोमवार 17 जून को 6 हार्डकोर नक्सलियों का आत्मसमपर्ण हुआ, लेकिन पुलिस फाइल में अभी भी कई नक्सली हैं जो सक्रिय हैं. इन नक्सलियों ने 15 दिन पहले एसएसबी के जवानों को निशाना बनाया, जिसमें 1 जवान की मौत और 3 घायल हुए.

वीडियो में देखें पूरी खबर

जानकारी के मुताबिक, दुमका में अभी गिरिडीह के विजय दा और निशिकांत का दस्ता सक्रिय है. इनके खात्मे के लिए जिला पुलिस और एसएसबी अब संयुक्त रणनीति पर काम कर रही है. सुरक्षाबलों का प्रयास है कि नक्सली आत्मसमर्पण करें और समाज की मुख्य धारा में जुड़ें. अगर वो हिंसा के रास्ते में चलना चाहते हैं, तो उनके साथ सख्ती बरती जाएगी.
क्या कहते हैं एसपी और एसएसबी के कमांडेंट

दुमका में सोमवार को 6 नक्सलियों के सरेंडर के बाद पुलिस और चुस्त दुरुस्त नजर आ रही है. मंगलवार को दुमका एसपी कार्यालय में पुलिस अधिकारियों की एक बैठक आयोजित कर आगे की रणनीति पर गहन विचार किया गया. दुमका स्थित एसएसबी की 35 वीं बटालियन के कमांडेंट परीक्षित का कहना है कि नक्सली हिंसा का रास्ता छोड़ दें, नहीं तो हम पुलिस के साथ संयुक्त कार्रवाई कर उनका खात्मा कर देंगे.

वहीं, दुमका एसपी वाईएस रमेश का कहना है कि अब हमारा सूचना तंत्र काफी मज़बूत हो गया है. हमारे पास काफी सूचनाएं आ रही हैं. आने वाले दिनों में कई नक्सली सरेंडर कर सकते हैं. उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगर नक्सली हिंसा का रास्ता नहीं छोड़ते हैं तो उनका हश्र सिर्फ मौत है.

Intro:दुमका - दुमका में पिछले एक दशक से नक्सली गतिविधियां जोरो पर है । कई वारदात हुई । एसपी समेत कई पुलिसकर्मी शहीद हुए । चार वर्ष पहले एसएसबी को पदास्थापित किया गया । नक्सलियों के विरुद्ध कई सफलता मिली । इसी कड़ी में सोमवार 17 जून को छह हार्डकोर नक्सलियों का आत्मसमपर्ण हुआ । लेकिन पुलिस फाईल में अभी भी कई नक्सली हैं जो सक्रिय हैं और 15 दिन पूर्व इन्होंने एसएसबी के जवानों को निशाना बनाया था जिसमें एक जवान की मौत हुई थी तीन घायल हुए थे । ऐसे में इन सक्रिय नक्सलियों के खात्मे के लिए सतत प्रयास जारी है ।


Body:विजय दा , निशिकांत का दस्ता अभी सक्रिय ।
-------------------------------------------------
जानकारी के मुताबिक दुमका में अभी गिरिडीह के विजय दा और निशिकांत का दस्ता सक्रिय है । इनके खात्मे के लिए जिला पुलिस और एसएसबी अब संयुक्त रणनीति पर काम कर रहा है । सुरक्षाबलों का प्रयास है कि नक्सली आत्मसमर्पण करे और समाज के मुख्य धारा मे जुड़े । अगर वे हिंसा के रास्ते में चलना चाहते हैं तो उनके साथ सख्ती बरती जायेगी ।


Conclusion:क्या कहते हैं एसपी और एसएसबी के कमांडेंट ।
-----------------------------------------------
दुमका में कल छह नक्सलियों के सरेन्डर के बाद पुलिस और चुस्त दुरुस्त नजर आ रही है । आज दुमका में एसपी कार्यालय में पुलिस अधिकारियों की एक बैठक आयोजित कर आगे की रणनीति पर गहन विचार किया गया । दुमका स्थित एसएसबी के 35 वीं बटालियन के कमांडेंट परीक्षित का कहना है कि नक्सली हिंसा का रास्ता छोड़ दे नहीं तो हम पुलिस के साथ संयुक्त कारवाई कर उनका खात्मा कर देंगे । इधर दुमका के एसपी वाई एस रमेश का कहना है कि अब हमारी सूचना तंत्र काफी मज़बूत हो गई है और हमारे पास काफी सूचनाएं आ रही है । आने वाले दिनों में कई नक्सली सरेन्डर कर सकते हैं । उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगर नक्सली हिंसा का रास्ता नहीं छोड़ते हैं तो उनका हश्र सिर्फ मौत है ।

बाईट - परीक्षित , कमांडेंट , एसएसबी , 35 वीं बटालियन
बाईट - वाई एस रमेश , एसपी , दुमका ,

फाईनल वीओ - छह नक्सलियों के सरेन्डर के बाद पुलिस के हौसले बुलंद हैं और निश्चित रूप से नक्सलियों को बड़ा झटका लगा और जिस तरह कुछ माह पहले एरिया कमांडर और हार्डकोर नक्सली ताला दा मारा गया और अब फिर से सुरक्षाबलों की रणनीति बननी शुरू हो गई है ऐसे में उम्मीद की जानी चाहिए कि आने वाले दिनों में नक्सली पस्त होंगे ।

मनोज केशरी
ईटीवी , भारत
दुमका
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.