दुमकाः जिले के जामा प्रखंड अंतर्गत सिकटीया पंचायत के बलवा और गोंदिया गांव में विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर बिरसा मुंडा हरित ग्राम बागवानी योजना के तहत पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान जामा विधायक सीता सोरेन ने प्रखंड विकास पदाधिकारी सिद्धार्थ शंकर यादव, अंचल अधिकारी सुनील कुमार की उपस्थिति में पौधरोपण किया.
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना अनिवार्य
प्रखंड प्रशासन द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में सीता सोरेन ने कहा कि दुमका जिला आदिवासी बहुल क्षेत्र है और संस्कृति में प्रकृति के साथ गहरा रिश्ता रहा है. जल जंगल जमीन झारखंड को विरासत में मिला है, जिसे संरक्षित रखने के लिए पेड़-पौधे लगाने और उन्हें बचाने की आवश्यकता है, लेकिन आज कोरोना की वजह से बहुत सारे विकास योजना बाधित हो गई हैं. कोरोना से बचाव के लिए सरकार तमाम प्रयास कर रही है, लेकिन इससे बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना ही आवश्यक है.
पेड़-पौधा बचाने के लिए पूजा करने का विशेष महत्व
सीता सोरेन ने कहा कि हमारी संस्कृति में जल जंगल जमीन की रक्षा करने के लिए पेड़-पौधा बचाने के लिए पूजा करने का विशेष महत्व है. साल में पेड़ की पूजा धार्मिक अनुष्ठान से जुड़ा हुआ है. विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर हम सभी को जामा प्रखंड में पर्यावरण का संरक्षण करने के लिए पेड़-पौधे लगाने और उसकी सुरक्षा का संकल्प करना चाहिए. उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज में पेड़-पौधे की पूजा करने की परंपरा रही है.
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घरों में एक-एक पौधे लगाएं
विधायक सीता सोरेन ने कहा कि इस संक्रमण से प्रकृति ही बचा सकती है. उन्होंने उपस्थित ग्रामीणों से कहा कि सभी वन संपत्ति की रक्षा करें. इस महत्वपूर्ण दिवस पर सभी वन संपत्ति की रक्षा करने का संकल्प लें और अपने-अपने घरों में पौधे अवश्य लगाएं तभी जल जंगल और जमीन बचाने की हमारी संस्कृति सुरक्षित रखी जा सकेगी.
मौके पर मौजूद लोग
इस अवसर पर प्रखंड विकास पदाधिकारी सिद्धार्थ शंकर यादव, अंचल अधिकारी सुनील कुमार, प्रखंड समंवयक विकास मिश्रा, दिनेश कुमार गुप्ता, कनीय अभियंता विष्णु राज, बीपीओ गौरव कुमार, कालेश्वर सोरेन, सत्तार खान, बाबुल यादव, पूर्व मंडल, हेमलाल हसदा, निर्मल मुर्मू, प्रफुल्ल मंडल, लक्ष्मी प्रसाद यादव सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित रहे.