दुमका: सरकार बार-बार लोगों से अपील कर रही है कि वह कोराना के प्रति सतर्क रहें. किसी तरह की कोई सूचना छुपाने का प्रयास न करें, लेकिन लोग सूचना ही नहीं छुपा रहे हैं बल्कि अपने को छुपाने का प्रयास कर रहे हैं. कुछ ऐसा ही मामला दुमका में देखने को मिला.
क्या है पूरा मामला
देवघर जिला के पालोजोरी प्रखंड के रहने वाले एक युवक ने अपना कोरोना टेस्ट स्थानीय स्वास्थय केंद्र में दिया. रिपोर्ट आने में लगभग 1 सप्ताह विलंब हुआ. इस बीच में उक्त युवक देवघर के पालोजोरी से दुमका के जामा थाना क्षेत्र के महारो गांव अपने ससुराल आ गया. सोमवार को जब पालोजोरी में कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई, तो वहां के एक जागरूक शख्स ने दुमका सिविल सर्जन को फोन कर इसकी जानकारी दी. सिविल सर्जन ने तत्काल उसे महारो से कोविड हॉस्पिटल में भर्ती कराया है. साथ ही साथ उसके ससुराल के लोगों को उसका कांटेक्ट ट्रेसिंग किया जा रहा है.
समाहरणालय परिसर में सेनेटाइजेशन
दुमका में दो दिन पूर्व जिला परिवहन पदाधिकारी और उनके ऑफिस के एक क्लर्क कोरोना पॉजिटिव मिले थे. इसे देखते हुए सोमवार को जिला प्रशासन ने समाहरणालय परिसर को सेनेटाइज कराया. अभी सभी सरकारी कार्यालय में कम कर्मियों से ही काम चलाया जा रहा है.
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अब तक दुमका में 60 कोरोना संक्रमित मरीज
वहीं कोरोना अपडेट की बात करें तो दुमका जिले में अब तक 60 कोरोना पॉजिटिव मरीज चिन्हित हुए हैं, जिसमें से 34 का इलाज कर दिया गया है. वहीं कोरोना के एक्टिव केस की संख्या 26 पहुंच गई है.
सरकारी कर्मियों के जांच का आदेश
बता दें कि जरमुंडी थाना प्रभारी सहित सभी पुलिसकर्मी का स्वाब सैंपल लेकर रविवार को जांच के लिए भेजा गया है. वहीं जिले में कोरोना की बढ़ रही संख्या को देखते हुए जिला प्रशासन सभी सरकारी कार्यालय में कार्यरत कर्मियों के कोरोना जांच का आदेश दिया है. साथ ही पुलिस प्रशासन के सभी कार्यालयों में भी जांच के आदेश दिए गए हैं