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दुमका: सांसद सुनील सोरेन ने सीएम हेमंत सोरेन से की पूरे राज्य को सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग - Jharkhand News

दुमका लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी सांसद सुनील सोरेन ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पूरे राज्य को सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग की है. किसानों को हुए नुकसान की भरपाई करने की भी मांग उन्होंने की है.

MP Sunil Soren
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Published : Jul 26, 2022, 6:38 PM IST

दुमका: सांसद सुनील सोरेन ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मांग की है कि संथालपरगना सहित पूरे राज्य को सूखाग्रस्त घोषित की जाए. सांसद का कहना है कि जिस तरह पिछले कई सप्ताह से बारिश नहीं हुई इसका बुरा असर खरीफ फसलों पर पड़ा है. इससे किसानों की स्थिति पूरी तरह से चरमरा गई है. खास तौर पर धान का बिचड़ा अब तक खेत में नहीं लग पाया. जो भी धान का बिचड़ा खेत में तैयार हुए थे वे भी सूख गए.

ये भी पढ़ें- झारखंड के 08 जिले में सुखाड़ जैसी स्थिति! धान की उपज पर पड़ेगा असर

किसानों ने किसी तरह ऊंची कीमत पर खरीद कर धान का बीज खेतों में लगाया था वह भी सूख गए. यहां के जो किसान हैं वह पूरी तरह से धान की फसल पर निर्भर करते हैं और उनका फसल इस वक्त बर्बाद हो गया है. आने वाले दिनों में उनके सामने भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो जाएगी. इसलिए संथाल समेत पूरे राज्य को सूखा ग्रस्त घोषित किया जाना चाहिए.

कृषि मंत्री बादल पत्रलेख पर साधा निशाना: सांसद सुनील सोरेन का कहना है कि झारखंड सरकार किसानों को हुए नुकसान का जल्द से जल्द आकलन करे और राज्य को सूखाग्रस्त घोषित करते हुए किसानों को तत्काल आर्थिक मदद पहुंचाए. सांसद ने झारखंड के कृषि मंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण बात तो यह है कि इस राज्य के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख दुमका जिले के जरमुंडी विधानसभा से विधायक हैं लेकिन अभी तक किसानों की इस विकराल समस्या पर उन्होंने कोई ठोस पहल नहीं की है.

दुमका: सांसद सुनील सोरेन ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मांग की है कि संथालपरगना सहित पूरे राज्य को सूखाग्रस्त घोषित की जाए. सांसद का कहना है कि जिस तरह पिछले कई सप्ताह से बारिश नहीं हुई इसका बुरा असर खरीफ फसलों पर पड़ा है. इससे किसानों की स्थिति पूरी तरह से चरमरा गई है. खास तौर पर धान का बिचड़ा अब तक खेत में नहीं लग पाया. जो भी धान का बिचड़ा खेत में तैयार हुए थे वे भी सूख गए.

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किसानों ने किसी तरह ऊंची कीमत पर खरीद कर धान का बीज खेतों में लगाया था वह भी सूख गए. यहां के जो किसान हैं वह पूरी तरह से धान की फसल पर निर्भर करते हैं और उनका फसल इस वक्त बर्बाद हो गया है. आने वाले दिनों में उनके सामने भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो जाएगी. इसलिए संथाल समेत पूरे राज्य को सूखा ग्रस्त घोषित किया जाना चाहिए.

कृषि मंत्री बादल पत्रलेख पर साधा निशाना: सांसद सुनील सोरेन का कहना है कि झारखंड सरकार किसानों को हुए नुकसान का जल्द से जल्द आकलन करे और राज्य को सूखाग्रस्त घोषित करते हुए किसानों को तत्काल आर्थिक मदद पहुंचाए. सांसद ने झारखंड के कृषि मंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण बात तो यह है कि इस राज्य के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख दुमका जिले के जरमुंडी विधानसभा से विधायक हैं लेकिन अभी तक किसानों की इस विकराल समस्या पर उन्होंने कोई ठोस पहल नहीं की है.

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