दुमका: जिले के आसनजोर गांव के मोतीहारा नदी पर बना पुल छह साल पहले क्षतिग्रस्त हो गया था. इससे लगभग दो दर्जन गांव के हजारों लोग आना-जाना करते थे, लेकिन इस पुल के क्षतिग्रस्त हो जाने के बाद से इस पुल से गुजरने वाले लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
जान हथेली पर रखकर आवागमन को मजबूर हैं लोग
पथ निर्माण विभाग की ओर से इस क्षतिग्रस्त पुल के दोनों और मिट्टी का ढेर खड़ा कर दिया गया है, ताकि लोग वाहनों को लेकर पुल से आना-जाना न कर सकें, लेकिन अब लोगों ने मिट्टी के ढेर को काट दिया है और बाइक और छोटे वाहनों के साथ लोग आ जा रहे हैं. अधिकांश लोगों को इस बात का खतरा रहता है कि पता नहीं कब अनहोनी हो जाए. जो लोग इस पुल से नहीं गुजरना चाहते उन्हें लगभग 10 किलोमीटर अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ती है.
क्या कहते हैं स्थानीय लोग
यह पुल आसनजोरगांव में स्थित है. जब ईटीवी भारत की टीम ने आसनजोर गांव के लोगों से इस मामले में बात की तो लोगों ने बताया कि यह पुल काफी पहले टूट गया था. उनलोगों को उम्मीद थी कि इसे शीघ्र बना दिया जाएगा, लेकिन पुल टूटे कई साल बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक इसे नहीं बनाया गया है. सरकारी स्तर पर कई बार यह भी सुना कि पुल का निर्माण होने जा रहा है, लेकिन आज तक काम शुरू नहीं हुआ. ग्रामीणों का कहना है कि वे लोग काफी खतरा मोल लेकर पुल को पार कर रहे हैं. कभी भी दुर्घटना हो सकती है. सरकार को चाहिए कि जल्द से जल्द इसकी जगह दूसरा पुल बनाए, ताकि लोगों को सुविधा मिल सके.
क्या कहती हैं जिला उपायुक्त
मोतीहारा नदी पर बने इस पुल के क्षतिग्रस्त होने और लोगों को इससे हो रही परेशानी को लेकर जिला उपायुक्त राजेश्वरी बी से भी बात की गई. इस दौरान उन्होंने भी माना कि इससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है. उपायुक्त ने कहा कि जल्द पथ निर्माण विभाग से इस पर आवश्यक कार्रवाई के लिए चर्चा की जाएगी.
मामले में शीघ्रता दिखाने की आवश्यकता
इस पुल के क्षतिग्रस्त हुए लगभग 6 साल बीत चुके हैं. लोग काफी परेशान हैं और जान हथेली पर रखकर आवागमन को मजबूर हैं. सरकार को चाहिए कि इस दिशा में जल्द पहल करते हुए पुल का निर्माण कराए, ताकि लोगों की समस्या दूर हो सके.