दुमका: झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने अपनी कार्य योजनाओं की जानकारी दी है. कहा कि झारखंड में अपने पांच वर्ष के शासनकाल में मुझे राज्य के सभी पंचायतों में जाना है. मैं कोई ब्रिटिश गवर्नर नहीं, जो शासन का काम करते थे. हम तो राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त भारतीय गवर्नर हैं, मुझे जनता की सेवा करनी है. राज्यपाल ने यह बातें दुमका के सदर प्रखंड के आदर्श गांव घासीपुर में विकास योजनाओं का जायजा लेने के बाद बुधवार को कही.
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मांदर की थाप की सराहना की: झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन बुधवार को दुमका सदर प्रखंड के आदर्श गांव घासीपुर पहुंचें. कल्याणकारी योजनाओं का जायजा लिया. राज्यपाल ग्रामीणों के साथ काफी सहज नजर आए. उन्होंने गांव के आंगनबाड़ी केंद्र के बाहर आम का पौधा लगाया. साथ ही आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चों को क्या सुविधा मिल रही है, इसकी भी जानकारी प्राप्त की. वे गांव के मांदर बजाने वाले कलाकारों का हौसला बढ़ाया. मांदर की थाप से निकलने वाली संगीत सुनी और उसकी सराहना की.
बांस से बनने वाली टोकरी की सीखी कारीगरीः राज्यपाल गांव के सरकारी विद्यालय पहुंचे. बच्चों के साथ बातचीत की. उनसे सवाल पूछे और सभी को आशीर्वाद दिया. जब वे गांव के गलियों में पहुंचे तो वहां मौजूद युवाओं से बातचीत की. उनसे उनकी पढ़ाई का हालचाल जाना और उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी. गांव की महिलाओं के बीच जाकर बैठ बांस से बनने वाली टोकरी की कारीगरी सीखी. महिलाएं भी उत्साहित दिखी.
शिक्षा प्राथमिकता, उठाऊंगा आवश्यक कदमः राज्यपाल ने सरकारी योजनाओं के लाभ को को प्रमाण पत्र प्रदान किए उन्होंने प्रधानमंत्री आवास की चाभी सौंपी. पेंशन योजनाओं का प्रमाण पत्र दिया. यहां तक की साड़ी लुंगी लाभुकों के बीच वितरण किया. कहा शिक्षा मेरी प्राथमिकता है इसके लिए मैं आवश्यक कदम उठाऊंगा.
फौजदारी दरबार बाबा बासुकीनाथ धाम पहुंचेः झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन प्रसिद्ध तीर्थ स्थान फौजदारी दरबार बाबा बासुकीनाथ धाम पहुंचे. भोलेनाथ की विधि-विधान पूर्वक पूजा अर्चना की. साथ ही जनता की खुशहाली के लिए मंगल आरती भी की. कहा कि हिमालय से लेकर कन्याकुमारी तक एवं गुजरात से लेकर उत्तर पूर्वी राज्यों तक विभिन्न भाषा भासी एवं विभिन्न जाति धर्म लोग रहते हैं. लेकिन भारत की संस्कृति ऐसी है कि एक दूसरे को जोड़कर अनेकता में एकता बनाए रखती है. उन्होंने कहा कि आज बाबा बासुकीनाथ मंदिर का दर्शन करके मुझे बार-बार यहां आने की इच्छा हो रही है. वन विभाग के विश्रामगृह में उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया तथा दुमका के उपायुक्त रविशंकर शुक्ला एवं पुलिस अधीक्षक अंबर लकड़ा ने बुके देकर उन्हें सम्मानित किया.