ETV Bharat / state

पर्यावरण विभाग की बैठक, एनजीटी से लगे जुर्माना राशि से दूर होगी दुमका रेलवे साइडिंग से उत्पन्न समस्या- एल ख्यांग्ते

दुमका में वन पर्यावरण विभाग के अपर मुख्य सचिव एल ख्यांग्ते की अध्यक्षता में बैठक हुई. जिसमें उन्होंने कहा कि एनजीटी से लगे 10 करोड़ की जुर्माना राशि से दुमका रेलवे साइडिंग से उत्पन्न समस्या और अन्य कमियां दूर की जाएंगी.

Jharkhand Forest Environment Department Secretary L Khiangte meeting in Dumka
दुमका
author img

By

Published : Jul 22, 2023, 7:31 AM IST

दुमकाः नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने दुमका रेलवे स्टेशन में बने कोल स्टॉक यार्ड में प्रदूषण को लेकर 10 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया था. अब उस जुर्माने की राशि से रेलवे साइडिंग पर प्रदूषण को लेकर हुए नुकसान या जो कमियां रह गई है, उसे ठीक किया जाएगा. यह निर्णय झारखंड सरकार के वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के अपर मुख्य सचिव एल ख्यांग्ते की अध्यक्षता में एनजीटी से संबंधित ज्वाइंट कमेटी के साथ शुक्रवार को आयोजित बैठक में लिया गया.

इसे भी पढ़ें- खूंटी में बालू माफियाओं पर प्रशासन सख्त, हर हाल में एनजीटी के आदेशों का होगा पालन

क्या कहा गया बैठक मेंः एनजीटी द्वारा जो 10 करोड़ का फाइन किया गया था, उस फाइन से जो भी नुकसान या कमियां रह गई है उसे ठीक किया जाएगा. कोयला साइडिंग और आसपास के परिधि में वाटर स्प्रिंकलर से छिड़काव एवं प्रदूषण की रोकथाम के लिए किये जा रहे उपाय की सतत निगरानी, कोयला साइडिंग के परिसर और आवागमन मार्ग या उत्तर-पश्चिम दिशा में स्थित सवेंदनशील एरिया में सीसीटीवी लगाये जाने का निदेश दिया गया. कोयला साइडिंग और आसपास की परिधि में प्रदूषण के रोकथाम के लिए डस्ट कलेक्टर लगाने का निर्णय लिया गया. इस बैठक में ये भी कहा गया कि जो भी कोयला और स्टोन चिप्स साइडिंग में कमियां रही है उसे ठीक किया जाए.

प्रदूषण संबंधित शिकायतों को सुनने और उसे दूर करने के लिए बनेगा सेलः आम लोगों की शिकायत सुनने के लिए बनेगा सेल, एसडीओ और डीसी भी करेंगे. बैठक में यह भी निर्देश दिया गया कि प्रतिदिन आमलोगों की शिकायतों को दूर करने के लिए अंचलाधिकारी स्तर से सेल बनाया जाएगा, जिसमें एक नम्बर डिस्प्ले किया जाएगा, जो 24×7 कार्य करेगा. वहीं 14 दिन पर एसडीओ स्तर पर और प्रत्येक दो महीने में उपायुक्त के स्तर पर समीक्षा की जाएगी. एक दिन में एक मालवाहक वाहन दो से ज्यादा ट्रिप नहीं करेगी ताकि दुर्घटनाओं पर अंकुश लगे. कच्चे रास्ता को 40-45 फीट चौड़ाई में आरसीसी करने और वहां पर्याप्त विद्युत व्यवस्था की जाएगी.

Jharkhand Forest Environment Department Secretary L Khiangte meeting in Dumka
रेलवे साइडिंग का जायजा लेते एल ख्यांगते

दुमका सिविल सोसाइटी ने प्रदूषण को लेकर रखी समस्याः इस दौरान दुमका सिविल सोसाइटी के सदस्यों से भी बातचीत की गई. सिविल सोसाइटी ने जानकारी दी कि कोयला साइडिंग की वजह से आसपास के एरिया में प्रदूषण फैल रहा है, जिससे लोगों को परेशानी हो रही है. टीम द्वारा उनकी बातों को सुना गया और समाधान को लेकर निर्देश दिया गया. इस बैठक से पूर्व ज्वाइंट कमेटी द्वारा कोयला और स्टोन चिप्स साइडिंग का निरीक्षण किया गया.

दुमकाः नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने दुमका रेलवे स्टेशन में बने कोल स्टॉक यार्ड में प्रदूषण को लेकर 10 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया था. अब उस जुर्माने की राशि से रेलवे साइडिंग पर प्रदूषण को लेकर हुए नुकसान या जो कमियां रह गई है, उसे ठीक किया जाएगा. यह निर्णय झारखंड सरकार के वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के अपर मुख्य सचिव एल ख्यांग्ते की अध्यक्षता में एनजीटी से संबंधित ज्वाइंट कमेटी के साथ शुक्रवार को आयोजित बैठक में लिया गया.

इसे भी पढ़ें- खूंटी में बालू माफियाओं पर प्रशासन सख्त, हर हाल में एनजीटी के आदेशों का होगा पालन

क्या कहा गया बैठक मेंः एनजीटी द्वारा जो 10 करोड़ का फाइन किया गया था, उस फाइन से जो भी नुकसान या कमियां रह गई है उसे ठीक किया जाएगा. कोयला साइडिंग और आसपास के परिधि में वाटर स्प्रिंकलर से छिड़काव एवं प्रदूषण की रोकथाम के लिए किये जा रहे उपाय की सतत निगरानी, कोयला साइडिंग के परिसर और आवागमन मार्ग या उत्तर-पश्चिम दिशा में स्थित सवेंदनशील एरिया में सीसीटीवी लगाये जाने का निदेश दिया गया. कोयला साइडिंग और आसपास की परिधि में प्रदूषण के रोकथाम के लिए डस्ट कलेक्टर लगाने का निर्णय लिया गया. इस बैठक में ये भी कहा गया कि जो भी कोयला और स्टोन चिप्स साइडिंग में कमियां रही है उसे ठीक किया जाए.

प्रदूषण संबंधित शिकायतों को सुनने और उसे दूर करने के लिए बनेगा सेलः आम लोगों की शिकायत सुनने के लिए बनेगा सेल, एसडीओ और डीसी भी करेंगे. बैठक में यह भी निर्देश दिया गया कि प्रतिदिन आमलोगों की शिकायतों को दूर करने के लिए अंचलाधिकारी स्तर से सेल बनाया जाएगा, जिसमें एक नम्बर डिस्प्ले किया जाएगा, जो 24×7 कार्य करेगा. वहीं 14 दिन पर एसडीओ स्तर पर और प्रत्येक दो महीने में उपायुक्त के स्तर पर समीक्षा की जाएगी. एक दिन में एक मालवाहक वाहन दो से ज्यादा ट्रिप नहीं करेगी ताकि दुर्घटनाओं पर अंकुश लगे. कच्चे रास्ता को 40-45 फीट चौड़ाई में आरसीसी करने और वहां पर्याप्त विद्युत व्यवस्था की जाएगी.

Jharkhand Forest Environment Department Secretary L Khiangte meeting in Dumka
रेलवे साइडिंग का जायजा लेते एल ख्यांगते

दुमका सिविल सोसाइटी ने प्रदूषण को लेकर रखी समस्याः इस दौरान दुमका सिविल सोसाइटी के सदस्यों से भी बातचीत की गई. सिविल सोसाइटी ने जानकारी दी कि कोयला साइडिंग की वजह से आसपास के एरिया में प्रदूषण फैल रहा है, जिससे लोगों को परेशानी हो रही है. टीम द्वारा उनकी बातों को सुना गया और समाधान को लेकर निर्देश दिया गया. इस बैठक से पूर्व ज्वाइंट कमेटी द्वारा कोयला और स्टोन चिप्स साइडिंग का निरीक्षण किया गया.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.