दुमका: एसपी पीतांबर सिंह खेरवार उपराजधानी में सड़क हादसे में गई लोगों की जान से अचंभित हैं. उन्होंने कहा कि पिछले सात महीने में आपराधिक घटना में केवल 15 लोगों की जान गई है. वहीं सड़क दुर्घटना में इतने ही समय में इससे 10 गुणा अधिक लोगों की जान गई है. मतलब सड़क दुर्घटना में 150 लोगों की मौत हो गई है.
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पुलिस अधीक्षक ने क्या कहा: दुमका एसपी ने कहा कि सड़क दुर्घटना में हुए मौत के आंकड़े चौंकाने वाले हैं. कहा कि अगर लोग ट्रैफिक नियमों का पालन करें तो ये आंकड़े खुद ब खुद कम हो जाएंगे. कहा इस ओर लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है. इसी वजह से उपराजधानी में पुलिस लोगों के बीच जागरुकता अभियान चला रही है. इसके माध्यम से लोग ट्रैफिक नियमों का पाठ पढ़ पाएंगे. कहा कि नियमों को तोड़ने वालों पर अब कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी.
लापरवाही में जा रही जान: दुमका एसपी पीतांबर सिंह खेरवार ने जानकारी दी कि इस वर्ष 2023 में दुमका जिले में हत्या के 15 मामले आए हैं. जबकि इससे 10 गुणा ज्यादा मौत सड़क दुर्घटना से हुई है. उन्होंने कहा कि जहां कहीं हत्या की घटना होती है तो उसके पीछे कुछ बड़ा कारण होता है. साजिश होती है, भूमि विवाद, पैसे की लेन देन का विवाद होता है, प्रेम प्रसंग का मामला होता है. सड़क दुर्घटना में हुई मौत का तो कोई बड़ा कारण नहीं होता. न किसी की साजिश होती है. यहां सिर्फ यही बात सामने आती है कि लापरवाही में जान चली गई. जान गंवाने वाले ने यातायात नियमों का पालन नहीं किया था. वैसे जिले में 300 से अधिक वैसे भी लोग हैं जो इस वर्ष सड़क हादसे में घायल हुए हैं.
चला रही जागरुकता अभियान: एसपी पीतांबर सिंह खेरवार ने जानकारी दी कि जिले के सभी 16 थाना में अभी यातायात नियमों के प्रति लोगों को जागरूक किया जा रहा है. पुलिस लोगों से कर रही है ये अपील
- बाइक चला रहे हैं तो हेलमेट अवश्य पहनें.
- वहीं चार पहिया वाहन में सीट बेल्ट लगाएं.
- किसी भी स्थिति में वाहन चलाते समय मोबाइल का प्रयोग ना करें.
- शराब पीकर भूल से भी वाहन नहीं चलाएं.