दुमकाः आदिम जनजाति बिरहोर के संरक्षण और उत्थान के लिए सरकार द्वारा कई कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं. लेकिन सरकार के अधिकारी बिरहोर जनजाति के प्रति कितने संवेदनशील हैं इसका अंदाजा आप दुमका के एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती सरोज बिरहोर के आंखों के आंसूओं को देख कर लगा सकते हैं.
क्या है पूरा मामलाः दुमका के एक निजी नर्सिंग होम में सरोज बिरहोर नामक एक महिला अपने मृत बच्चे की तस्वीर को लेकर रो रही है. सरोज दुमका स्थित एसआईआरबी जिसे पहाड़िया बटालियन भी कहते हैं उसमें आरक्षी के पद पर कार्यरत हैं. प्रीमेच्योर डिलीवरी में उसके गर्भ से मृत बच्चे को डॉक्टर ने ऑपरेशन कर निकाला.
पहाड़िया बटालियन की महिला आरक्षी ने मृत बच्चे को दिया जन्म, कहा- बच्चे के मौत की वजह मेरे विभागीय अधिकारी
दुमका में एक बिरहोर महिला आरक्षी की प्रीमेच्योर डिलीवरी हुई. जिसमें उसने मृत बच्चे को जन्म दिया. अपनी इस दशा की जिम्मेदार वो अपने उच्च अधिकारियों को मानती है और न्याय की गुहार लगा रही है.
दुमकाः आदिम जनजाति बिरहोर के संरक्षण और उत्थान के लिए सरकार द्वारा कई कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं. लेकिन सरकार के अधिकारी बिरहोर जनजाति के प्रति कितने संवेदनशील हैं इसका अंदाजा आप दुमका के एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती सरोज बिरहोर के आंखों के आंसूओं को देख कर लगा सकते हैं.
क्या है पूरा मामलाः दुमका के एक निजी नर्सिंग होम में सरोज बिरहोर नामक एक महिला अपने मृत बच्चे की तस्वीर को लेकर रो रही है. सरोज दुमका स्थित एसआईआरबी जिसे पहाड़िया बटालियन भी कहते हैं उसमें आरक्षी के पद पर कार्यरत हैं. प्रीमेच्योर डिलीवरी में उसके गर्भ से मृत बच्चे को डॉक्टर ने ऑपरेशन कर निकाला.