दुमकाः आठ दिनों से गायब युवक के नहीं मिलने से नाराज परिजनों ने जामा थाना का घेराव और सड़क जाम कर दिया. दुमका एसपी के पहल पर जाम हटाया गया. दरअसल, जामा थाना क्षेत्र के नावाडीह के रहने वाले हरिहर मंडल ने जामा थाना को लिखित आवेदन देकर बताया है कि उनका 38 वर्षीय पुत्र उमेश मंडल दुमका स्थित कल्पना स्टेशनरी स्टोर में काम करने रविवार को गया था, लेकिन वह लौट कर नहीं आया है. परिजनों के मुताबिक मंगलवार को ही आवेदन देने के बावजूद भी पुलिस मंगलवार से शुक्रवार तक हाथ पर हाथ रख कर बैठी रही.
आरोपी पुलिस गिरफ्त में
परिजनों के बार-बार गुहार के बाद जामा थाना पुलिस दुमका स्थित कल्पना स्टेशनरी स्टोर छानबीन करने पहुंची. कल्पना स्टोर के मालिक से छानबीन के क्रम में पता चला कि उमेश मंडल के साथ काम करने वाले सहकर्मी प्रदीप मांझी के साथ रविवार को 1 बजे दिन पार्टी मनाने की बात कह कर निकला है,.वहां पुलिस को पता चला कि प्रदीप मांझी शिकारी पाड़ा थाना क्षेत्र के झूरको गांव का रहने वाला है. जामा पुलिस शिकारीपाड़ा की झुरको गांव पहुंची, जहां पुलिस ने आरोपी प्रदीप मांझी के भाई को हिरासत में लेकर पूछताछ के माध्यम से आरोपी प्रदीप मांझी को दुमका के इंदौर स्टेडियम के समीप से गिरफ्तार कर लिया. तलाशी के क्रम में प्रदीप मांझी के पास से पुलिस को उमेश मंडल की मोटर साइकिल और मोबाइल बरामद हुए.
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ग्रामीणों ने किया सड़क जाम
परिजनों के अनुसार आरोपी पुलिस के गिरफ्त में रहने और हत्या करने की बात स्वीकार करने के बावजूद भी पुलिस कोई न्याय नहीं कर रही है. पुलिस के रवैया से परेशान होकर रविवार को पीड़ित परिजनों समेत ग्रामीण जामा थाना का घेराव करने पहुंचे, जहां उन्होंने देवघर दुमका मुख्य मार्ग को जाम कर दिया. जाम की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक अंबर लकड़ा के पहल पर दूरभाष पर बात करने के बाद लापता उमेश को बरामद करने के आश्वासन के बाद जाम को हटाया जा सका, उसके बाद पुलिस हरकत में आई और तलाश करने आरोपी को साथ लेकर निकली.