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EC की इस पहल का लोगों ने किया स्वागत, चुनावों के कारण प्रभावित नहीं होगा 'विकास'

दुमका में पिछले दो वर्षों से जल संकट की स्थिति उत्पन्न  हो गई है, शहर में जल संकट से निवारण के लिए चुनाव आयोग ने आचार संहिता के नियमों का पालन करते हुए पेयजल विभाग को जलापूर्ति की समस्याओं को दूर करने के आदेश दिए हैं. पेयजल विभाग के अभियंता ने बताया कि पेयजल समस्याओं को दूर करने के लिए प्रक्रिया शुरु कर दी गई है.

जल्द दूर होगा पेयजल की समस्या
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Published : Apr 16, 2019, 2:53 PM IST

Updated : Apr 16, 2019, 5:09 PM IST

दुमका: जिले में पिछले दो वर्षों से बारिश कम होने से जल संकट की स्थिति उत्पन्न हो गई है. इस संकट से निपटने के लिए पेयजल विभाग ने चुनाव आयोग से यह अनुरोध किया था कि ग्रामीण क्षेत्रों के लिए जलापूर्ति की व्यवस्था के लिए निविदा निर्गत की अनुमति दी जाए.

पेयजल संकट का निवारण, देखें पूरी रिपोर्ट

शहर में जल संकट से निवारण के लिए चुनाव आयोग ने आचार संहिता के नियमों का पालन करते हुए पेयजल विभाग को जलापूर्ति के समस्याओं को दूर करने के लिए उन्हें अनुमति दी है. 4 अप्रैल को चुनाव आयोग की स्वीकृति देने के बाद तीन 12 अप्रैल को विभाग के मुख्यालय से भी इस प्रक्रिया को पूरा करने का दुमका पेयजल विभाग को पत्र भेजा गया है. यह मामला टेंडर प्रक्रिया में चला गया है.


दुमका के ग्रामीण क्षेत्रों में बने वैसे 59 मिनी जलापूर्ति प्लांट के मरम्मति की अनुमति दे दी गई है, जो ठप पड़ी हुई है. किसी प्लांट का सोलर सिस्टम खराब है, तो किसी का मोटर जला हुआ है. चुनाव आयोग से स्वीकृति प्रदान होने के बाद सभी 59 प्लांट के लिए पेयजल विभाग टेंडर निकालने जा रहा है.

बनेंगे 838 चापाकल और 500 चापाकल को होगा मरम्मत
ग्रामीण क्षेत्र में बने वैसे 838 चापाकल जो अब बिल्कुल समाप्त हो चुके हैं उन सब स्थानों पर नए चापाकल लगाने और 500 की मरम्मति की भी अनुमति चुनाव आयोग ने दी है. पेयजल विभाग के अभियंता ने बताया कि इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.

विभागीय अधिकारी से लेकर आम जनता हैं खुश
चुनाव आयोग के इस सकारात्मक पहल से एक तरफ विभागीय अधिकारी काफी खुश हैं वहीं, दूसरी ओर स्थानीय लोगों ने भी चुनाव आयोग को धन्यवाद दिया है. दुमका पेजयल स्वच्छता विभाग कार्यपालक अभियंता ने बताया चुनाव आयोग के आदेश मिलने के बाद हमलोगों ने जल्द से जल्द सारी प्रक्रिया पूरी कर लोगों को शीघ्र पानी पहुंचाने का निर्णय लिया है.

वहीं स्थानीय लोग भी इसे लेकर काफी खुश हैं, उन्होंने चुनाव आयोग के इस बेहतर कदम का स्वागत किया है. ग्रामीण इलाके में जलापूर्ति प्लांट ठप होने की खबर ईटीवी भारत ने प्रमुखता से प्रकाशित की थी, जिसके बाद इन प्लांटों के बन जाने से ग्रामीणों को पानी की समस्या से निजात मिलेगा.

दुमका: जिले में पिछले दो वर्षों से बारिश कम होने से जल संकट की स्थिति उत्पन्न हो गई है. इस संकट से निपटने के लिए पेयजल विभाग ने चुनाव आयोग से यह अनुरोध किया था कि ग्रामीण क्षेत्रों के लिए जलापूर्ति की व्यवस्था के लिए निविदा निर्गत की अनुमति दी जाए.

पेयजल संकट का निवारण, देखें पूरी रिपोर्ट

शहर में जल संकट से निवारण के लिए चुनाव आयोग ने आचार संहिता के नियमों का पालन करते हुए पेयजल विभाग को जलापूर्ति के समस्याओं को दूर करने के लिए उन्हें अनुमति दी है. 4 अप्रैल को चुनाव आयोग की स्वीकृति देने के बाद तीन 12 अप्रैल को विभाग के मुख्यालय से भी इस प्रक्रिया को पूरा करने का दुमका पेयजल विभाग को पत्र भेजा गया है. यह मामला टेंडर प्रक्रिया में चला गया है.


दुमका के ग्रामीण क्षेत्रों में बने वैसे 59 मिनी जलापूर्ति प्लांट के मरम्मति की अनुमति दे दी गई है, जो ठप पड़ी हुई है. किसी प्लांट का सोलर सिस्टम खराब है, तो किसी का मोटर जला हुआ है. चुनाव आयोग से स्वीकृति प्रदान होने के बाद सभी 59 प्लांट के लिए पेयजल विभाग टेंडर निकालने जा रहा है.

बनेंगे 838 चापाकल और 500 चापाकल को होगा मरम्मत
ग्रामीण क्षेत्र में बने वैसे 838 चापाकल जो अब बिल्कुल समाप्त हो चुके हैं उन सब स्थानों पर नए चापाकल लगाने और 500 की मरम्मति की भी अनुमति चुनाव आयोग ने दी है. पेयजल विभाग के अभियंता ने बताया कि इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.

विभागीय अधिकारी से लेकर आम जनता हैं खुश
चुनाव आयोग के इस सकारात्मक पहल से एक तरफ विभागीय अधिकारी काफी खुश हैं वहीं, दूसरी ओर स्थानीय लोगों ने भी चुनाव आयोग को धन्यवाद दिया है. दुमका पेजयल स्वच्छता विभाग कार्यपालक अभियंता ने बताया चुनाव आयोग के आदेश मिलने के बाद हमलोगों ने जल्द से जल्द सारी प्रक्रिया पूरी कर लोगों को शीघ्र पानी पहुंचाने का निर्णय लिया है.

वहीं स्थानीय लोग भी इसे लेकर काफी खुश हैं, उन्होंने चुनाव आयोग के इस बेहतर कदम का स्वागत किया है. ग्रामीण इलाके में जलापूर्ति प्लांट ठप होने की खबर ईटीवी भारत ने प्रमुखता से प्रकाशित की थी, जिसके बाद इन प्लांटों के बन जाने से ग्रामीणों को पानी की समस्या से निजात मिलेगा.

Intro:दुमका - दुमका में इस बार पिछले दो वर्षों से बारिश कम होने की वजह से जल संकट की स्थिति उतपन्न हो गई है । इस संकट से निपटने के लिए पेयजल विभाग ने चुनाव आयोग से यह रिक्वेस्ट किया था कि ग्रामीण क्षेत्रों के लिए जलापूर्ति की व्यवस्था के लिए निविदा निर्गत की अनुमति दिया जाए । बिन पानी सब सून , इस वजह से चुनाव आयोग ने आचार संहिता के नियमों को शिथिल करते हुए विभाग को पेयजलापूर्ति सम्बन्धित कार्य को करने की अनुमति प्रदान की है । इसी माह के 4 अप्रैल को चुनाव आयोग की स्वीकृति के बाद तीन दिन पहले 12 अप्रैल को विभाग के मुख्यालय से भी इस प्रक्रिया को पूरा करने का पत्र दुमका पेयजल विभाग को प्राप्त हो गया है । मामला टेंडर प्रक्रिया में चला गया है ।



Body:59 ग्रामीण जलापूर्ति प्लांट को मरम्मत करने की मिली अनुमति ।
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दुमका के ग्रामीण क्षेत्रों में बने वैसे 59 मिनी जलापूर्ति प्लांट के मरम्मति की अनुमति मिल गई है । जो थोड़ी बहुत कारणों से ठप पड़ी हुई है । किसी प्लांट का सोलर सिस्टम खराब है तो किसी का मोटर जला हुआ । चुनाव आयोग से स्वीकृति प्रदान होने के बाद सभी 59 प्लांट के लिए विभाग टेंडर निकालने जा रहा है ।

बनेंगे 838 चापाकल और 500 चापाकल को होगा मरम्मत ।
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ग्रामीण क्षेत्र में बने वैसे 838 चापाकल जो अब बिल्कुल समाप्त हो चुके है उन सब के स्थान पर नए चापाकल लगाने और 500 चापाकल की मरम्मति का भी अनुमति चुनाव आयोग ने दी है । पेयजल विभाग के अभियंता ने बताया कि इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है ।


Conclusion:विभागीय अधिकारी से लेकर आम जनता हैं खुश ।
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चुनाव आयोग के इस सकरात्मक पहल से एक तरफ विभागीय अधिकारी काफी खुश हैं वहीं दूसरी ओर स्थानीय लोगों ने भी चुनाव आयोग को धन्यवाद दिया है । दुमका पेजयल स्वच्छता विभाग कार्यपालक अभियंता ने बताया कि आदेश मिलने के बाद हमलोग रेस हो गए और अब हमलोग जल्द से जल्द सारी प्रक्रिया पुरी कर यह सुनिश्चित करने का प्रयास करेंगे कि लोगों को शीघ्र पानी मिल सके । वहीं स्थानीय लोग भी काफी खुश हैं । वे कहते हैं आयोग ने अच्छा काम किया है । पानी की समस्या ने विकराल रूप ले लिया है ।।

बाईट - मनोज कुमार चौधरी , कार्यपालक अभियंता , पेयजल विभाग
बाईट- दीपक कुमार, स्थानीय नागरिक

फाईनल वीओ - ग्रामीण जलापूर्ति प्लांट के खराब होने की खबर हम लगातार आपके सामने रखते आये हैं । निश्चित रूप से इन प्लांटों के बन जाने से ग्रामीणों को पानी की समस्या से निजात मिलेगा । साथ ही 838 नए चापाकल के बन जाने और 500 के मरम्मति होने से एक बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा और गांव की गरीब जनता को इसका लाभ मिलेगा ।

मनोज केशरी
ईटीवी भारत
दुमका
Last Updated : Apr 16, 2019, 5:09 PM IST
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