दुमका: शिकारीपाड़ा प्रखंड में जो कोल ब्लॉक आवंटित हुए हैं, ग्रामीण उसका लगातार विरोध कर रहे हैं. उनका कहना है कि किसी भी हालत में इसे खुलने नहीं दिया जाएगा. अब विरोध कर रहे इन ग्रामीणों को दुर्गा सोरेन सेना का साथ मिलेगा. यह कहना है दुर्गा सोरेन सेना की केंद्रीय अध्यक्ष जयश्री सोरेन का.
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शिबू सोरेन के आवास में जयश्री सोरेन की प्रेसवार्ता
सोमवार को दुमका के खिजुरिया गांव स्थित शिबू सोरेन के आवास पर उनकी पोती जयश्री सोरेन ने पीसी की. जयश्री ने ही दुर्गा सोरेन सेना का गठन किया है. उन्होंने कहा कि हमारी सेना सामाजिक कार्य के लिए गठित की गई है. आदिवासी, मूलवासी, गरीब, वंचितों की हम आवाज बनेंगे. उन्होंने कहा कि आज भी ये पिछड़े हुए हैं और इनकी समस्या सीधे सरकार तक पहुंच नहीं पाती. हम इनकी आवाज बनेंगे और इनकी समस्या का समाधान करने का प्रयास करेंगे.
जयश्री सोरेन ने कहा कि मेरे दादाजी शिबू सोरेन को झारखंड का विकास करने का सही ढंग से मौका ही नहीं मिला. जब भी वे ऊंचे पद पर पहुंचे तो तरह-तरह की अड़चनें लगाकर उन्हें डिस्टर्ब किया गया. जिससे वह झारखंड का पूर्ण विकास नहीं कर सके.
सैकड़ों लोग दुर्गा सोरेन सेना में हुए शामिल
शिबू सोरेन के आवास पर सोमवार को दुर्गा सोरेन सेना में सैकड़ों लोग शामिल हुए. इसमें प्रमुख तौर पर दुमका मुखिया संघ के अध्यक्ष चंद्रमोहन हांसदा भी शामिल थे. जिन्होंने काफी संख्या में समर्थकों के साथ इस सेना में शामिल होने की घोषणा की. जयश्री ने कहा कि हमने अपने पिता स्वर्गीय दुर्गा सोरेन के सपनों को पूरा करने के लिए इस सेना का गठन किया है. वह जनता का सर्वांगीण विकास चाहते थे. मैं समाज के हर क्षेत्र में चाहे वह शिक्षा हो या स्वास्थ्य लोगों की मदद करूंगी.