दुमका: बासुकीनाथ मेला क्षेत्र में कई ऐसे धर्मशाला हैं जिन्हें वर्ष 2016 में ही बंद करने का आदेश जिला प्रशासन ने दे दिया था. ऐसे धर्मशालाएं अभी भी संचालित हो रही हैं. दुमका जिले के बासुकिनाथ धाम स्थित जर्जर अवस्था में संचालित हो रहे अग्रवाल धर्मशाला की गिनती ऐसे ही धर्मशालाओं में होती है.
ये भी पढ़ें: Dumka News: एसडीओ ने बासुकीनाथ में दो धर्मशाला को किया सील, चेकिंग में पाई गई कई अनियमितता
दो वर्ष पहले मिला था बंद करने का आदेश: वर्ष 2016 में जिला प्रशासन का एक आदेश निकला था, जिसमें जर्जर होने की बात सामने आई थी. जिस कारण से अग्रवाल धर्मशाला को बंद करने की बात लिखी गई थी. आदेश के 2 वर्ष बाद जिला प्रशासन के भवन निर्माण विभाग से वस्तुस्थिति की जांच कराई तो पाया गया कि प्लास्टर झड़ रहे हैं, फिर भी इसे संचालित किया जा रहा है.
जल्द ही सील होंगे जर्जर धर्मशालाएं: वर्ष 2023 का श्रावणी मेला संचालित हो रहा है. ऐसे धर्मशाला कभी भी किसी श्रद्धालु पर मौत बनकर ढह सकते हैं. इससे कभी भी बड़ी दुर्घटना को हो सकती है. जिसे लेकर एसडीएम कौशल कुमार ने बताया कि ऐसे धर्मशालाओं पर जिला प्रशासन की पैनी नजर बनी हुई है. बहुत जल्द इन धर्मशालाओं को सील कर दिया जाएगा. ऐसे कई धर्मशालाएं हैं जो कि सरकारी आदेश की अवहेलना करते हुए भी संचालित किए जा रहे हैं.
दुमका एसडीएम ने क्या कहा: एसडीएम ने कहा कि मेला क्षेत्र में संचालित हो रहे सभी जर्जर भवनों, धर्मशालाओं को चिन्हित कर लिया गया है. अब जल्द ही कार्रवाई की जाएगी. विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला बासुकीनाथ धाम में संचालित हो रहे जर्जर और अवैध निर्माण कर बनाए गए धर्मशालाओं को चिन्हित कर जिला प्रशासन कार्रवाई करेगा. गौरतलब है कि बासुकीनाथ में कई ऐसे भवन और धर्मशालाएं हैं जो जर्जर हो चुके हैं फिर भी संचालित हो रहे हैं.