दुमका: आखिकार दुमका पेट्रोल कांड-3 की पीड़िता रूपा मरांडी (Dumka Petrol Case Victim Roopa Marandi) ने भी दम तोड़ ही दिया. लगातार पांच दिनों तक मौत और जिंदगी की जंग से जूझ रही रूपा ने दीपावली की रात दम तोड़ दिया (Roopa Marandi died during treatment). एक तरफ लोग दीपावली मना रहे थे, उधर देर रात उसने अंतिम सांस ली. रांची के रिम्स अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था.
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मंगलवार को हुआ अंतिम संस्कार: दीपावली के दूसरे दिन, मंगलवार को मृतक रूपा के शव को उसके ससुराल गोपीकांदर थाना क्षेत्र के सिलंगी गांव में दफन कर दिया गया. उसके अंतिम संस्कार में उसकी मां लीलमुनी हेंब्रम और पिता मेहता मरांडी के अलावा ससुराल पक्ष के लोग भी शामिल थे. मालूम हो, रूपा मरांडी का पति ही उसे जान से मारने की धमकी दे रहा था.
क्या है पूरा घटनाक्रम: दरअसल, 19-20 अक्टूबर की रात लगभग 12 बजे खड़कासोल गांव में परमेश्वर सोरेन और रूपा मरांडी के बीच ससुराल सिलंगी गांव जाने और नहीं जाने के जिद के दौरान ऐसा आपसी विवाद हुआ कि पति ने हाथ में पेट्रोल का बोतल लेकर उसपर छिड़क जलाकर मारने की धमकी दी. इसी दौरान रूपा ने पति से बोतल छीन कर पेट्रोल को फेंकना चाहा तभी दुर्घटनावश वहां जल रहे चुल्हे से आग लग गयी और रूपा आग के लपटों में घिर गई. हालांकि, पति ने आग को बुझाने का प्रयास किया लेकिन, सफलता नहीं मिली. आग बुझाने में पति का हाथ भी जल गया. देर रात उसे दुमका के फूलो झानो मेडिकल कालेज अस्पताल (Phulo Jhano Medical College Hospital Dumka) में भर्ती करवाया गया था. जहां मजिस्ट्रेट ने उसका बयान लिया फिर रूपा और उसके पति दोनों को बेहतर इलाज के लिए रांची के रिम्स अस्पताल भेज दिया गया था.
अस्पताल में छुट्टी मिलते ही पुलिस ने पति को कर लिया था गिरफ्तार: अस्पताल से छुट्टी मिलने पर गोपीकांदर पुलिस पति परमेश्वर सोरेन को गिरफ्तार कर 23 अक्टूबर को उसे दुमका कोर्ट में प्रस्तुत कर जेल भेज दिया गया. उसपर आरोप था कि वह पेट्रोल लेकर पत्नी के पास गया और यह धमकी भी दी कि 'इसी से जलाकर मार डालूंगा.' इसके साथ ही उसी के द्वारा बोतल में लाये पेट्रोल से यह हादसा हुआ था.