दुमकाः कड़ी चौकसी और प्रशासन की देखरेख में दुमका की बेटी अंकिता का अंतिम संस्कार (Dumka Ankita funeral) किया गया. उसके दादा अनिल सिंह ने मुखाग्नि दी, बेदिया श्मशान घाट पर डीसी, एसपी समेत भारी संख्या में लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित कर अंकिता को अंतिम विदाई (Ankita funeral with tight security) दी. अंकिता को इंसाफ, पीड़ित परिवार को मुआवजा और आरोपी शाहरूख को फांसी की सजा देने की मांग लोगों द्वारा की जा रही है.
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दुमका में नगर थाना क्षेत्र के बेदिया श्मशान घाट पर कड़ी सुरक्षा के बीच दाह संस्कार किया गया. इसके पहले श्मशान घाट पर जिला उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला (Dumka DC Ravi Shankar Shukla), पुलिस अधीक्षक अंबर लकड़ा (Dumka SP Amber Lakra) समेत काफी संख्या में लोगों ने श्रद्धा सुमन अर्पित (funeral in presence of DC and SP) किए. अंकिता की अंतिम विदाई में लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. यहां लोगों में आक्रोश है और वो अंकिता के साथ न्याय की मांग कर रहे हैं. इसको लेकर विभिन्न संगठनों ने दुमका बंद का आह्वान किया है, इसे देखते हुए शहर में भी सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था की गई है.
आईपीएस बनना चाहती थी अंकिताः अंकिता दुमका की राजकीय कन्या प्लस टू विद्यालय की 12वीं की छात्रा थी. उनके पिता संजीव सिंह एक बिस्किट व्यवसायी के यहां सेल्समैन का काम करते हैं. घर की माली हालत बहुत अच्छी नहीं है. अंकिता के परिजनों का कहना है कि वह काफी प्रतिभाशाली लड़की थी और पढ़-लिखकर आईपीएस अफसर बनना चाहती थी. वो कहती थी कि मैं आईपीएस बनकर देश की सेवा करूंगी.
आरोपी को मिले फांसी की सजाः जिस पंचायत पुराना दुमका की अंकिता रहने वाली थी, पंचायत के मुखिया रविंदर बास्की का कहना है कि यह घटना काफी दुखद है और दोषी को जल्द से जल्द फांसी दी जाए. हजारीबाग से आए हिंदू संगठन के सदस्य अमन कुमार ने कहा कि अंकिता की मौत के दोषी को फांसी की सजा दी जाए और उसके परिजनों को पांच करोड़ रुपये का मुआवजा सरकार की ओर से दी जाए.