दुमकाः बासुकीनाथ में श्रावणी मेला के शुरू होने में मात्र एक माह शेष रह गए हैं. आगामी चार जुलाई से श्रावणी मेला की शुरुआत होगी. ऐसे में दुमका प्रशासन जोर-शोर से की तैयारियों में जुट गया है. इसको लेकर दुमका उपायुक्त रविशंकर शुक्ला ने पदाधिकारियों को सभी तैयारियां समय से पूर्व कर लेने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि ऐसी शानदार व्यवस्था करें जिससे जो भी श्रद्धालु सावन माह में जलार्पण के लिए आयें वे सभी दुमका से सुखद अनुभूति के साथ अपने घर लौटें. इसके लिए सभी पदाधिकारी आपसी समन्वय बनाकर अपना कर्तव्य निभाएं.
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श्रद्धालुओं के लिए एयरकंडीशनर टेंट सिटी का होगा निर्माणः प्रसिद्ध तीर्थस्थल बासुकीनाथ धाम में राजकीय श्रावणी मेला 2023 को लेकर दुमका उपायुक्त रविशंकर शुक्ला लगातार श्रावणी मेला की तैयारियों को लेकर बैठक कर रहे हैं. इसमें एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया कि आने वाले श्रद्धालुओं के आवासन के लिए पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी मुफ्त एयरकंडीशनर टेंट सिटी का निर्माण किया जाएगा. जिसमें एक साथ एक हजार श्रद्धालु आराम कर सकेंगे. यहां उनके लिए शौचालय, अस्थायी अस्पताल की व्यवस्था तो होगी ही, साथ ही भोजन भी उपलब्ध होगा. कुल मिलाकर टेंट सिटी थके-मांदे श्रद्धालुओं को आराम देगा.
सीसीटीवी कैमरे से की जाएगी मेला क्षेत्र की निगरानीः उपायुक्त ने कहा कि प्रशासन के लिए श्रावणी मेला 2023 का सफल आयोजन करना एक बड़ी चुनौती है. हम सभी को अभी से ही सारी तैयारियां शुरू करनी होगी. उन्होंने कहा कि श्रावणी मेला के दौरान बाबा के दरबार पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी किसी कीमत पर नहीं होने दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि सभी विभागों को आपस में समन्वय बनाकर कार्य करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि श्रावणी मेला से पूर्व रंग-रोगन के कार्य को जल्द से जल्द पूरा कर लें. अगर किसी स्थान पर मरम्मत की जरूरत हो तो उसे जल्द से जल्द पूरा कर लें. साथ ही मेला से पूर्व जगह-जगह रोशनी की व्यवस्था करें, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो. शिवगंगा के चारों ओर डेकोरेटिव लाइटें लगवा दें. उन्होंने कहा कि सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए चप्पे-चप्पे पर सीसीटीवी कैमरे लगाएं.
बिजली तारों और अग्निशमन यंत्रों को करें सुदृढ़ः बैठक के दौरान उपायुक्त ने संबंधित पदाधिकारी को निर्देश दिया कि एक माह के अंदर सभी बिजली के ढीले तारों को व्यवस्थित करें, ताकि कोई हादसा न हो. उन्होंने मंदिर में अग्निशमन यंत्र आदि जरूरी सामग्री को जल्द से जल्द उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. साथ ही कहा कि श्रावणी मेला के दौरान पेयजल की समुचित व्यवस्था करें. साथ ही पूरे मेला क्षेत्र में स्वच्छता का ख्याल रखें.
इस वर्ष दो माह तक लगेगा मेलाः बताते चलें कि तीन जुलाई को राजकीय श्रावणी मेला का उद्घाटन होगा. दूसरे दिन चार जुलाई से श्रावणी मेला की शुरुआत होगी. फिर चार से 17 जुलाई तक पहले चरण का मेला के बाद 18 जुलाई से 16 अगस्त तक मलमास लग रहा है. उसके बाद पुनः 17 अगस्त से 31 अगस्त तक दूसरे चरण का श्रावणी मेला की तिथि निर्धारित है.