दुमका: जिले में कांवरिया अमरनाथ सिंह हत्याकांड को लेकर सघन जांच की जा रही है. इस मामले में अब कई बातें सामने आई हैं. इसको लेकर दुमका डीआईजी ने स्पष्ट किया है कि ये गैंगवार का मामला. दूसरी ओर परिजन भी इसे अखिलेश गैंग का काम बता रहे हैं.
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क्या है ये पूरा मामला: जिले के बासुकीनाथ नंदी चौक के समीप तीन अज्ञात अपराधियों ने कावड़िया अमरनाथ सिंह (40 वर्ष) की सिर में गोली मारकर हत्या कर दी. बासुकीनाथ मंदिर में पूजा अर्चना कर परिवार साथ वापस घर आ रहे थे. घटना दुमका के जरमुंडी थाना से महाज 100 मीटर की दूरी पर स्थित एक चाय दुकान पर घटी. कांवड़िया जमशेदपुर के मानगो का निवासी था. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.
मृतक के परिजनों ने बताया कि हमलोग बोलबम की यात्रा पर आए थे. बासुकीनाथ में पूजा कर वापस अपने घर जमशेदपुर के मानगो स्थित कृष्णा नगर जा रहे थे. चाय पीने के लिए वे लोग नदी चौक पर रुके. इसी बीच वहां आए तीन अज्ञात अपराधियों ने अमरनाथ सिंह पर गोली चला थी. जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई. गोली मारने के बाद सभी अपराधी वहां से फरार हो गए.
मृतक का आपराधिक इतिहास: दुमका डीआईजी सुदर्शन प्रसाद मंडल ने बताया कि गैंगवार और जमीन कारोबार में अमरनाथ सिंह की हत्या हुई है. हत्या के कारणों की जांच की जा रही है. उसके बाद मामले का खुलासा हो पाएगा. डीआईजी कहा कि अमरनाथ सिंह का जमशेदपुर में कई आपराधिक इतिहास रहा है. इसी में दूसरे गैंग वाले ने रेकी कर उनको गोली मारी है, जिसकी जांच चल रही है और बहुत जल्द हत्या के कारणों का खुलासा कर दिया जाएगा. अमरनाथ के साथ आये मित्र ब्रजेश सिंह ने भी बताया कि उनका जमशेदपुर में जमीन के कारोबार से जुड़ा था.
अखिलेश गैंग पर आरोप: वहीं मृतक के भाई शक्ति सिंह ने कहा कि 2016 में मेरे ऊपर हमला हुआ था. बताया कि हमले में बाल-बाल बचे थे. शक्ति सिंह ने कहा कि वो भाई और परिवार के साथ पूजा अर्चना करने आए थे. अकेला पाकर अखिलेश गिरोह के लोगों ने ही गोली मारी है. परिजनों ने अखिलेश गैंग पर हत्या करने का आरोप लगाया है.
छह से सात राउंड फायरिंग: परिजनों ने बताया कि कांवरिया के भेष में आए अपराधियों ने हथियार निकाल कर कनपटी पर सटाकर करीब छह से सात राउंड फायरिंग की और मौका देखकर भाग निकले. फायरिंग की आवाज सुनकर आसपास बड़ी संख्या में मौजूद पुलिस पदाधिकारी, स्थानीय लोगों ने उसे अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सक उमाकांत मेहरा ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. घटनास्थल पर मौजूद मृतक के रिश्ते में लगने वाले भतीजे मनीष कुमार ने बताया कि कांवरियों की रूप धरकर आये अपराधी ने झोले से हथियार निकाल कर वारदात को अंजाम दिया और भागने में सफल रहे.