दुमका: जिले में कोरोना के दूसरे लहर में मरीजों की संख्या अधिक तेजी से बढ़ रही है. दुमका में संक्रमितों की संख्या 800 के पार कर चुकी है, जबकि कोरोना से मरने वालों की संख्या 24 पहुंच गई है. लोगों में इस महामारी का खौफ है, जिसके कारण उपराजधानी की सड़कें सुनसान हैं. लोगों ने अपने आपको घरों में बंद कर लिया है.
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बाजारों में कोरोना का व्यापक असर
बाजारों में कोरोना संक्रमण का व्यापक असर देखा जा रहा है. इक्के-दुक्के लोग ही सड़कों पर निकल रहे हैं, जिसका प्रभाव व्यवसायियों पर पड़ रहा है. उन्हें दोहरी मार झेलनी पड़ रही है. व्यापारियों को एक तरफ कोरोना से संक्रमित होने का डर सता रहा है, तो दूसरी ओर ग्राहक नहीं आने से आमदनी लगभग ठप हो चुकी है. उनकी आजीविका कैसे चलेगी इसकी चिंता अब उन्हें सताने लगी है. कई ऐसे भी दुकानदार हैं, जिन्होंने अपने प्रतिष्ठान को खुद से लॉकडाउन कर लिया है.
क्या कहते हैं दुकानदार
ईटीवी भारत की टीम ने दुमका के कई दुकानदारों से मौजूदा हालात के बारे में बातचीत की. दुकानदारों ने बताया कि कोरोना से काफी डरे हुए हैं, पिछले लॉकडाउन में जो व्यवसाय को नुकसान हुआ उससे अभी उबर भी नहीं पाए थे, कि फिर से संक्रमण का दुष्प्रभाव बाजारों में देखने को मिल रहा है, ग्राहकों ने घरों से निकलना बंद कर दिया है, जिससे आमदनी काफी घट गई है.
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चैंबर ऑफ कॉमर्स ने वैक्सीन कैंप लगाने की मांग की
दुमका चैंबर ऑफ कॉमर्स के सचिव मनोज कुमार घोष ने स्वास्थ्यकर्मियों और पुलिसकर्मियों की तरह व्यवसायियों के लिए भी अलग से कोरोना वैक्सीन कैंप लगाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि पिछले लॉकडाउन के समय भी व्यवसायी वर्ग ने अपनी परवाह न करते हुए लोगों की सेवा की थी, व्यवसायियों को भी कोरोना संक्रमण का डर सता रहा है.