धनबाद: शनिवार को तिब्बती रिफ्यूजी स्वेटर सेलर वेलफेयर एसोसिएशन धनबाद ने जामा मस्जिद रोड के न्यू स्टेशन ग्राउंड में अपने सर्वोच्च बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा को शांति का नोबेल पुरस्कार मिलने की 33 वीं वर्षगांठ मनाई (33rd anniversary of Dalai Lama receiving Nobel Prize). 10 दिसंबर 1989 को दलाई लामा को शांति नोबल पुरस्कार से नवाजा गया था. इसी की खुशी में तिब्बती लोगों ने शिद्दत के साथ विशेष पूजा अर्चना की. तिब्बती अध्यात्मिक गाना गाकर दलाई लामा की दीर्घायु और अच्छे स्वास्थ्य की कामना की. इस दौरान उन्होंने मिठाइयां और गर्म कपड़े जरूरतमंदों को वितरित की.
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स्वेटर बाजार के प्रधान लोदेन छेरिंग ने बताया विगत 40 वर्षों से वे तिब्बती न्यू स्टेशन ग्राउंड जामा मस्जिद रोड पुराना बाजार में धनबाद के लोगों को उचित कीमत पर गर्म कपड़े दे रहे हैं. 10 दिसंबर को हर साल धनबाद में ही रहते हैं और धर्मगुरु और विश्व के महान शांतिदूत दलाई लामा की बहुत शिद्दत से पूजा अर्चना करते हैं. इस दौरान वे मिठाइयां भेंट करते हैं और जरूरतमंदों को नि:शुल्क गर्म कपड़े वितरित करते हैं.
लोदेन छेरिंग ने बताया कि पिछले 2 वर्षों से कोरोना काल में लॉकडाउन और सरकारी निर्देशानुसार न्यू स्टेशन में दुकान नहीं लगा पाए. 2 वर्षों बाद धनबाद में आकर इस बार वे काफी उत्साहित और खुश हैं कि फिर से कपड़ों से विभिन्न वैरायटी से धनबाद वासियों की सेवा कर रहे हैं. सबसे खुशी की बात धनबादवासी स्वेटर बाजार में आकर कपड़े खरीद रहे हैं उनका विश्वास पूर्व की तरह कायम है. उन्होंने ये भी कहा धनबादवासी बहुत ही अच्छे और कोऑपरेटिव हैं. वे समस्त भारतवासी और भारत सरकार का हार्दिक धन्यवाद करते हैं. उन्होंने बताया हिमाचल के धर्मशाला में भारत सरकार रिहैबिलिटेशन पॉलिसी 2014 के तहत खेती करने के लिए जमीन एवं विभिन्न योजनाओं में तिब्बतियों की मदद करती है. दलाई लामा की पूजा अर्चना में तिब्बती रिफ्यूजी स्वेटर सेलर एसोसिएशन के उपाध्यक्ष लुप्सान्ग ज्ञात्सो, टाशी थुप्तन और अन्य लोग उपस्थित रहे.