धनबाद: छोटे बच्चे को देख हर किसी के दिल में दया, करुणा और ममता उमड़ पड़ती है. लेकिन किसी दरिंदे ने एक बच्चे की जो दुर्दशा की है, उससे हर कोई हतप्रभ और परेशान है. तीन साल का एक बच्चा गंभीर अवस्था में धनबाद स्टेशन के टिकट काउंटर के पास पड़ा मिला. बच्चे के दोनों पैर और एक हाथ मार कर तोड़ दिए गए हैं. यही नहीं उसके गले पर भी चोट के निशान हैं.
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बच्चे के गले के निशान देखकर ऐसा प्रतीत होता है, जैसे उसकी गला दबाकर हत्या करने की कोशिश की गई हो. जख्मी अवस्था में उस बच्चे को एसएनएमएमसीएच में भर्ती करवाया गया है. विक्रम ठाकुर नाम के एक युवक की नजर बच्चे पर पड़ी, जिसके बाद उसे अस्पताल पहुंचाया गया. रेलवे चाइल्ड लाइन मंथन की टीम भी अस्पताल पहुंच चुकी है और बच्चे की देखभाल कर रही है.
कुछ भी बोल पाने में बच्चा असमर्थ: विक्रम ठाकुर ने बताया कि धनबाद स्टेशन के टिकट काउंटर के पास एक पेड़ के नीचे जख्मी अवस्था में एक बच्चा पड़ा हुआ था. सुबह अखबार बेचने वालों की नजर उस बच्चे पर पड़ी. जिसके बाद अखबार विक्रेता ने उसे धनबाद स्टेशन के टिकट काउंटर के पास लाकर छोड़ दिया. इसके बाद विक्रम की नजर उस बच्चे पर पड़ी. विक्रम ने मामले की जानकारी रेलवे चाइल्ड लाइन मंथन को दी. रेलवे चाइल्ड लाइन के द्वारा बच्चे को रेलवे अस्पताल ले जाया गया और मामले की सूचना जीआरपी पुलिस को दी गई. रेलवे अस्पताल से बच्चे को बेहतर इलाज के लिए एसएनएमएमसीएच भेज दिया गया है, जहां बच्चे का इलाज चल रहा है. बच्चा कुछ भी बोल पाने में असमर्थ है. बच्चे की स्थिति काफी गंभीर बताई जा रही है.
सीडब्ल्यूसी को दी गई जानकारी: वहीं विक्रम ठाकुर और रेलवे चाइल्ड लाइन मंथन की महिला वॉलिंटियर ने बताया कि बच्चे के दोनों पैर और एक हाथ टूटे हुए हैं. गले में भी दाग है. गले के निशान देखकर ऐसा प्रतीत होता है, जैसे गला दबाकर उसकी हत्या करने की कोशिश की गई है. फिलहाल, बच्चा कुछ भी बोल पाने में असमर्थ है. सीडब्ल्यूसी को मामले की सूचना दे दी गई है. आगे की कार्रवाई सीडब्ल्यूसी के माध्यम से की जाएगी.